PM Modi 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तमिलनाडु से भी चुनाव लड़ेंगे!

PM Modi 2024: 2014 और 2019 के दो लोकसभा में मोदी ने बिना दक्षिण भारत की मदद के स्पष्ट बहुमत की सरकार बनाने में कामयाबी हासिल कर दिखाई। लगातार सफलता की सीढ़ियाँ चढ़ने वाले नरेंद्र मोदी जैसे नेता के लिए दक्षिण भारत में जीत की चुनौती स्वीकार करना कोई नया शग़ल नहीं कहा जा सकता है।

Yogesh Mishra
Published on: 22 Dec 2022 2:51 PM GMT (Updated on: 22 Dec 2022 3:06 PM GMT)
PM Modi may contest also from Tamil Nadu in Lok Sabha Election 2024
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PM Modi may contest also from Tamil Nadu in Lok Sabha Election 2024 (Image: Newstrack)

PM Modi 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2024 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के वाराणसी के साथ ही साथ तमिलनाडु से भी अपनी क़िस्मत आज़मा सकते हैं! उनके रणनीतिकारों ने उनके लिए तमिलनाडु की रामनाथपुरम सीट का चयन किया है। इसी संसदीय क्षेत्र में रामेश्वरम है। इसी संसदीय क्षेत्र के इलाक़े में रामसेतु पड़ता है। ऐसा माना जा रहा है कि भाजपा के लिए दक्षिण भारत का रास्ता खोलने में मोदी का यहाँ से चुनाव लड़ना मील का पत्थर साबित होगा। इसके मार्फ़त मोदी विश्वनाथ से रामेश्वरम तक की एक नई पटकथा लिखने में कामयाब होंगे। वाराणसी में हाल में हुए तमिल संगम को इसी पृष्ठभूमि के तहत देखा जाना चाहिए ।

2014-2019 में मोदी ने बिना दक्षिण भारत की मदद के बनाई सरकार

2014 और 2019 के दो लोकसभा में मोदी ने बिना दक्षिण भारत की मदद के स्पष्ट बहुमत की सरकार बनाने में कामयाबी हासिल कर दिखाई। लगातार सफलता की सीढ़ियाँ चढ़ने वाले नरेंद्र मोदी जैसे नेता के लिए दक्षिण भारत में जीत की चुनौती स्वीकार करना कोई नया शग़ल नहीं कहा जा सकता है। एक ऐसे समय जब नरेंद्र मोदी राम मंदिर निर्माण का सेहरा अपने सिर बांध कर के तमिलनाडु में उतरेंगे तो नि : संदेह दक्षिण के राज्यों में भाजपा की संभावनाओं के द्वार खुलने से इनकार नहीं किया जा सकता है। क्यों कि उनके एजेंडे में राम सेतु का संकल्प होगा।तमिलनाडु की रामनाथपुरम सीट से हाल फ़िलहाल मुस्लिम लीग के नेता के नवस्कनी सांसद हैं। मुस्लिम लीग से सियासी जंग भाजपा को काफ़ी माईलेज दे सकती है। वह भी तब जब वहाँ मुस्लिम आबादी केवल 15.37 फ़ीसदी हो। 77.39 फ़ीसदी हिंदू निवास करते हों। इनमें 18.35 फ़ीसदी दलित समुदाय के लोग आते हैं। जबकि, अनुसूचित जनजाति के 0.09 फीसद लोग हैं। रामनाथपुरम की कुल जनसंख्या 13,53, 445 इनमें 73.89 फ़ीसदी लोग गाँवों में और 26.11 फ़ीसदी लोग शहरों में रहते हैं। रामनाथपुरम लोकसभा सीट पर 7,31,526 पुरुष तथा 7,24,382 महिला मतदाता हैं। 80 मतदाता थर्ड जेंडर से हैं। इस संसदीय सीट पर साक्षरता दर 80.27 प्रतिशत के करीब है।

2014 के लोकसभा चुनाव के नतीजे बताते हैं कि इस चुनाव में AIADMK के नेता ए अनवर राजा जीते थे। जिन्होंने DMK नेता मोहम्मद जलील को 119, 324 वोटों से हराया था। ए अनवर राजा को यहां पर 405, 945 वोट मिले थे । तो वहीं मोहम्मद जलील को केवल 286, 621 वोटों पर संतोष करना पड़ा था। अनवर राजा को AIADMK ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए 2021 में पार्टी से निष्कासित कर दिया ।इस सीट पर नंबर तीन पर भाजपा और नंबर चार पर कांग्रेस थी। भाजपा प्रत्याशी को 171, 082 और कांग्रेस प्रत्याशी को 621, 60 वोट प्राप्त हुए थे।

तमिलनाडु विधानसभा चुनाव 2021 के रिजल्ट

तमिलनाडु विधानसभा में 234 सीटों के लिए चुनाव हुए। साल 2021 में डीएमके को 131 सीटें मिली। इसके अलावा AIADMK को 66 सीटें, कांग्रेस को 18 सीटें तथा बीजेपी को 4 सीटें मिलीं। जिससे वह 20 वर्षों में पहली बार राज्य की विधानसभा में प्रवेश करने के योग्य हो पाई। भगवा पार्टी ने नागरकोइल, कोयम्बटूर (दक्षिण), मोदकुरिची और तिरुनेलवेली में जीत दर्ज की। दिग्गज नेता एमआर गांधी, भाजपा की राष्ट्रीय महिला विंग की अध्यक्ष वनाथी श्रीनिवासन, पूर्व मंत्री नायनार नागेंद्रन और सीके सरस्वती ने जीत हासिल की। सीपीआई और सीपीआई (एम) को भी चार-चार सीटें मिली। इस चुनाव में तमिलनाडु में सत्तारूढ़ AIADMK बीजेपी के साथ मिलकर चुनावी मैदान में उतरी थी। जबकि डीएमके ने सहयोगी कांग्रेस के साथ चुनाव लड़ा था।

रामेश्वरम की विशेषता

रामेश्वरम को तमिल में 'इरोमेस्वरम' कहा जाता है।यह रामनाथपुरम जिले में एक तीर्थ नगर है। यह हिन्दू धर्म के पवित्रतम चार धाम तीर्थ स्थलों में से एक है। यह रामेश्वरम द्वीप (पाम्बन द्वीप) पर स्थित है। यह भारत की मुख्य भूमि से पाम्बन जलसंधि द्वारा अलग है। रामेश्वरम श्रीलंका के मन्नार द्वीप से 40 किमी दूर है। भौगोलिक रूप से यह मन्नार की खाड़ी पर स्थित है। चेन्नई और मदुरई से रेल इसे पाम्बन पुल द्वारा मुख्य भूमि से जोड़ती है।

रामायण की घटनाओं में रामेश्वरम की बड़ी भूमिका है। यहां श्रीराम ने भारत से लंका तक का राम सेतु निर्माण किया था। ताकि, सीता की सहायता के लिए और रावण के विरुद्ध यहां श्रीराम ने शिव की उपासना की थी। यहां नगर के केन्द्र में स्थित शिव मंदिर उसी घटनाक्रम से संबंधित है। नगर और मन्दिर दोनों शिव व विष्णु भक्तों के लिए श्रद्धा-केन्द्र हैं।

Rakesh Mishra

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