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IMPACT: नगला फतेला पर हरकत में केंद्र सरकार, डिस्कॉम को भेजा नोटिस
नई दिल्लीः हाथरस जिले की सासनी तहसील के गांव नगला फतेला में बिजली न पहुंचने के मामले में केंद्र सरकार की एजेंसी ग्रामीण विद्युतिकरण कॉरपोरेशन (आरईसी) ने संबंधित डिस्कॉम दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड को नोटिस जारी कर दिया है। बता दें कि पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में दावा किया था कि इस गांव में आजादी के 70 साल बाद बिजली पहुंची है, जबकि newstrack.com ने दिखाया था कि गांव में बिजली पहुंची ही नहीं है।
केंद्र सरकार इस मामले में कितनी गंभीर हो गई है, ये इससे पता चलता है कि डिस्कॉम से आरईसी ने इस मामले में तीन दिन में जवाब मांगा है। ऐसा न करने पर नियमों के मुताबिक कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
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पीएम ने क्या दावा किया था?
पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा था कि नगला फतेला तक तीन घंटे में दिल्ली से पहुंचा जा सकता है, लेकिन गांव तक बिजली पहुंचने में 70 साल लग गए। हकीकत ये है कि गांव के महज 150 घरों में लोग कटिया लगाकर बिजली ले रहे हैं, बाकी 450 घरों में अंधेरा छाया है। बता दें कि गांव तक बिजली के खंभे लग गए और तार भी खिंच गए, लेकिन बिजली तो 200 मीटर दूर तक ही आ रही है। जो लोग बिजली ले रहे हैं, वे डिस्कॉम को हर महीने 395 रुपए चुकाते हैं।
बयान पर भी जताई आपत्ति
आरईसी ने डिस्कॉम के अलीगढ़ डिवीजन के चीफ इंजीनियर वीएस गंगवार के उस बयान पर भी आपत्ति जताई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि 150 घरों में तो साल 1985 से ही बिजली आ रही है। आरईसी का कहना है कि अगर ऐसा था तो यूपी के चीफ सेक्रेटरी ने साल 2013 में कैसे लिखकर दे दिया कि नगला फतेला में किसी घर में बिजली नहीं है। डिस्कॉम ने भी केंद्र को नवंबर 2015 में बताया था कि गांव में 82 घरों में बिजली है। साथ ही गांव में चार ट्रांसफॉर्मर और 88 खंभे भी लगे हैं। आरईसी ने पूछा है कि अगर ये सही है तो घरों को अभी तक बिजली क्यों नहीं दी गई है, क्योंकि इसमें केंद्र की ओर से भी धन दिया गया है।