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PM Modi's Speech: राज्यसभा में पीएम मोदी के संबोधन की वे दस बातें

PM Modi's Speech: पीएम मोदी ने राज्यसभा में अपने संबोधन में जहां एक ओर अपने सरकार की उपलब्धियां गिनाई तो वहीं कांग्रेस और विपक्ष पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कांग्रेस की नीतियों पर सवाल भी उठाया।

Ashish Kumar Pandey
Published on: 7 Feb 2024 10:57 AM GMT (Updated on: 7 Feb 2024 11:13 AM GMT)
PM Modis speech in Rajya Sabha Ten things about PM Modis address in Rajya Sabha
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  राज्यसभा में पीएम मोदी का भाषण राज्यसभा में पीएम मोदी के संबोधन की वे दस बातें: Photo- Social Media

PM Modi's Speech In Rajya Sabha: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राज्यसभा में कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने एक ओर जहां अपने सरकार की उपलब्धियां गिनाई तो वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी तीखे वार किए।

हम यहां पीएम मोदी के राज्यसभा में संबोधन की दस महत्वपूर्ण बातें बता रहे हैं, जो पीएम ने कही।

1- आप मेरी आवाज दबा नहीं सकते

पीएम मोदी ने कहा कि आज भी आप न सुनने की तैयारी के साथ आए हैं। लेकिन मेरी आवाज को आप दबा नहीं सकेंगे। देश की जनता ने इस आवाज को ताकत दी हुई है। देश की जनता के आशीर्वाद से आवाज निकल रही है। इसलिए इस बार मैं भी पूरी तैयारी से आया हूं। मैंने सोचा था उस समय कि अगर आप जैसे व्यक्ति सदन में आए हैं, तो मर्यादाओं का पालन करेंगे। लेकिन तब आपने क्या जुर्म किया था उस वक्त।

2-देश तोड़ने के प्रयास हो रहे हैं

'क्या कल हिमालय ये बोलना शुरू कर दे कि नदियां मेरे यहां से बहती हैं, तो मैं पानी नहीं दूंगा। अगर राज्य कोयला देने से मना कर दें तो देश कैसे चलेगा। कोविड के समय में ऑक्सीजन की जरूरत थी अगर उस समय पूर्व के लोग बोलते कि हम ऑक्सीजन नहीं देंगे...ये देश को तोड़ने का प्रयास हो रहा है। हमारा टैक्स, हमारी मनी की बातें हो रही हैं, ये देश को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।'

3-केंद्र व राज्यों ने मिलकर कोविड के मुश्किल समय का सामना किया

पीएम मोदी ने कहा, ‘इनका हाथ, जहां भी लगता है, उसका डूबना तय है। देश में भ्रम मत फैलाइए। इन लोगों की मर्यादा इतनी है कि इन्होंने अपने युवराज को एक स्टार्टअप बनाकर दिया है और वो नॉन स्टार्टर है। वो लॉन्च ही नहीं हो पा रहा है। मेरा सौभाग्य रहा कि मैं लंबे समय तक राज्य का मुख्यमंत्री रहा तो मुझे स्थानीय लोगों की एस्पिरेशन का पता है। हम राज्यों के विकास से ही राष्ट्र का विकास कर सकते हैं और इस पर कोई विवाद नहीं हो सकता। राज्यों के बीच तंदरुस्त स्पर्धा होनी चाहिए। कोविड के समय में भी मैंने राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ 20 बैठकें की। केंद्र और राज्यों ने मिलकर उस मुश्किल का सामना किया और राज्यों को भी इसका क्रेडिट लेने का अधिकार है। जी-20 का आयोजन हम दिल्ली में कर सकते हैं, लेकिन हमने राज्यों में इसकी बैठकें की। सभी राज्यों में बैठकें हुईं, सभी को इसका यश मिला। पूरी दुनिया को हमारे देश के कोने-कोने का एक्सपोजर मिले, हमारा यही प्रयास है।'

4-बोले-मैं आजाद भारत में पैदा हुआ, मेरे विचार, सपने आजाद

पीएम मोदी ने कहा, सरकारी कंपनियों को लेकर हम पर आरोप लगाए जा रहे हैं। जिनका कोई आधार नहीं है। लोगों को याद है कि मारुति के शेयर की चर्चाएं होती थीं। मैं उसके विस्तार में नहीं जाना चाहता। बीएसएनल, एमटीएनएल को बर्बाद करने वाले कौन हैं? जरा याद कीजिए एचएएल की क्या हालत करके रखी गई थी। जिन्होंने एचएएल को तबाह कर दिया, वो एचएएल के गेट पर जाकर भाषण झाड़ रहे थे। एयर इंडिया को किसने तबाह किया, ये हालत कौन लाया। कांग्रेस पार्टी और यूपीए उनकी बर्बादी से मुंह नहीं मोड़ सकते। मैं आजाद भारत में पैदा हुआ, मेरे विचार आजाद और मेरे सपने भी आजाद हैं। हम गुलामी की मानसिकता को ढोने वाले नहीं हैं।

5-एससी-एसटी और ओबीसी वर्ग के लिए किया काम

पीएम मोदी ने कहा, हमने जो भी काम किया है, वो एससी, एसटी, ओबीसी के लिए किया है। हमारी योजनाओं से उन्हें अच्छा जीवन जीने का मौका मिला है। इन्हीं वर्ग के लिए पीएम आवास, मुफ्त राशन, मुफ्त इलाज और उज्जवला योजनाएं काम कर रही हैं। लोगों को गुमराह करने का प्रयास किया जाता है। एससी-एसटी के लिए जो स्कॉलरशिप दी जाती है, वह बढ़ी है। उच्च शिक्षा में नामांकन बढ़े हैं और ड्रॉपआउट की संख्या घटी है। एकलव्य स्कूल खोले जा रहे हैं।'

6-फिर किया पंडित नेहरू का जिक्र

पीएम मोदी ने कहा, जाति के मामले पर कांग्रेस अपने गिरेबान में झांके। कांग्रेस दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों की जन्मजात विरोधी है, अगर बाबा साहेब आंबेडकर नहीं होते तो पता नहीं एससी, एसटी को आरक्षण भी मिलता या नहीं। मैं आदरपूर्वक नेहरू जी को ज्यादा याद करता हूं। एक बार नेहरू जी ने एक चिट्ठी लिखी और ये चिट्ठी मुख्यमंत्रियों को लिखी थी। उन्होंने लिखा था-मैं किसी भी आरक्षण को पसंद नहीं करता और खासकर नौकरी में आरक्षण तो कतई नहीं। मैं ऐसे किसी भी कदम के खिलाफ हूं, जो अकुशलता को बढ़ावा दे, जो दोयम दर्जे की तरफ ले जाए। तभी मैं इन्हें जन्मजात विरोधी कहता हूं। उन्होंने लिखा नौकरियों में आरक्षण मिला तो सरकारी कामकाज का स्तर गिर जाएगा। अगर उस समय नौकरियों में भर्ती होते तो आज प्रमोशन पाकर यहां होते।

7-वो कांग्रेस के लिए पत्थर की लकीर होती थी

नेहरू जी ने जो कहा, वो कांग्रेस के लिए हमेशा से पत्थर की लकीर होता है। मैं अनगिनत उदाहरण दे सकता हूं और वो मैं जम्मू कश्मीर का देना चाहूंगा। नेहरू ने कश्मीर के एससी, ओबीसी और एसटी को सात दशकों तक उनके अधिकारों से वंचित रखेगा। हमने आर्टिकल 370 को निरस्त किया, तब जाकर इतने दशकों के बाद एसटी, एससी, ओबीसी को वो अधिकार मिले, जिन्हें रोक कर रखा गया था। जम्मू कश्मीर में फोरेस्ट राइट एक्ट, प्रिवेंशन ऑफ एट्रोसिटी एक्ट नहीं था, ये हमने 70 हटाकर अधिकार दिए। हमारे एससी समुदाय में भी सबसे पीछे बाल्मिकी समाज रहा, लेकिन हमारे बाल्मिकी परिवारों को जम्मू कश्मीर में डोमिसाइल का अधिकार नहीं दिया गया। मैं आज देश को भी अवगत करना चाहता हूं कि स्थानीय निकायों में कल 6 फरवरी को विधेयक लोकसभा में बिल पारित हो गया।'

8-मनमोहन सिंह ने ही उठाए थे सवाल

पीएम मोदी ने कहा, मैं एक कोट पढ़ता हूं। महंगाई दर बीते दो वर्षों से लगातार बढ़ रही है। करेंट अकाउंट डेफिसिट हमारी उम्मीदों से ज्यादा बढ़ रहा है। यह कोट यूपीए सरकार के कार्यकाल में प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह ने कहा था। इनके ही नेता ने यह कहा था। मैं एक और कोट पढ़ता हूं- सरकारी ऑफिसों का दुरुपयोग होता है। यह भी मैंने नहीं कहा था। यह भी मनमोहन सिंह ने कहा था। तब देश में गली गली में आंदोलन चल रहे थे। अब मैं तीसरा कोट पढ़ूंगा। इस संशोधन की कुछ पंक्तियां हैं। टैक्स कलेक्शन में भ्रष्टाचार होता है, इसके लिए जीएसटी लाना चाहिए। राशन में गलती होती है। इसके लिए उपाय करने होंगे। सरकारी ठेके किसे दिए जा रहे हैं, इस पर भी शक होता है। यह भी तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह ने ही कहा था। इससे पहले भी एक प्रधानमंत्री ने कहा था कि सरकार से एक रुपया जाता हो तो सिर्फ 15 पैसे पहुंचते हैं।

9- ...तो मुझे कुछ कहने की क्या जरूरत है

प्रधानमंत्री ने कहा 'जिस कांग्रेस की अपने नेता की कोई गारंटी नहीं, अपनी नीति की कोई गारंटी नहीं, वो मोदी की गारंटी पर सवाल उठा रहे हैं। हम ऐसा क्यों कहते हैं हम ऐसा क्यों देख रहे हैं। देश उनके 10 साल के कार्यकाल से क्यों नाराज था। इतना गुस्सा देश को क्यों आया। ये सब हमारे कहने से नहीं हुआ है। ये खुद के उनके कर्म हैं। जब लोगों ने उन्हें बहुत कुछ कहा हो तो मुझे कुछ कहने की क्या जरूरत है।

10- मैं प्रार्थना करूंगा आप 40 बचा पाएं

प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, 'मैंने भी तब प्रार्थना की थी। की क्या थी मैं तो करता ही रहता हूं। पश्चिम बंगाल से एक आवाज आई थी कि कांग्रेस 40 पार नहीं कर पाएगी। मैं प्रार्थना करता हूं कि आप 40 बचा पाएं।'

Shashi kant gautam

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