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Proxy Teachers Issue: पीएम ने उठाया प्रॉक्सी टीचरों का मसला, फोटो से असली की पहचान करने की कवायद

Proxy Teachers Issue: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में एक सम्मेलन में गांव के स्कूलों में प्रॉक्सी शिक्षकों के मुद्दे को उठाया था ।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani Lal
Published on: 4 July 2022 6:02 AM GMT
Proxy Teachers Issue
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पीएम मोदी (फोटो: सोशल मीडिया )

Proxy Teachers Issue: सरकारी प्राइमरी स्कूलों, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में फर्जी टीचर (Fake Teachers) बहुत बड़ी समस्या हैं। असली टीचर खुद न आ कर अवैध रूप से अपनी जगह किसी और को टीचर बना कर भेज देते हैं। धोखेबाजी की इस समस्या से निपटने के लिए अब हर स्कूल में "असली" टीचरों की फोटो डिस्प्ले करने के बारे में सोचा जा रहा है।

दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने हाल ही में एक सम्मेलन में गांव के स्कूलों में प्रॉक्सी शिक्षकों (proxy teachers) के मुद्दे को उठाया था और सुझाव दिया था कि राज्यों को कक्षाओं में स्थायी शिक्षकों की तस्वीरें लगाकर फर्जीवाड़ा रोकने की कोशिश करनी चाहिए।

हिमाचल प्रदेश में हाल में आयोजित मुख्य सचिवों के राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री ने शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों में कैंपस भर्ती अभियान और निजी स्कूलों को दूरदराज के क्षेत्रों में स्कूलों को गोद लेने का भी सुझाव दिया।

शिक्षा मंत्रालय को सुनिश्चित करने का निर्देश

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, पता चला है कि पीएमओ ने शिक्षा मंत्रालय को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि देश के छात्र-शिक्षक अनुपात (पीटीआर) में सुधार के लिए उनके द्वारा तैयार की गई कार्य योजना को जल्दी लागू किया जाए। शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009 द्वारा छात्र-शिक्षक अनुपात तय किया गया है।

आरटीई एक्ट के अनुसार प्राथमिक स्तर पर प्रति 30 छात्रों पर कम से कम एक शिक्षक होना चाहिए, जबकि उच्च प्राथमिक स्तर पर अनुपात 35:1 होना चाहिए। लेकिन यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इंफॉर्मेशन सिस्टम फॉर एजुकेशन रिपोर्ट 2020-21 से पता चलता है कि कई राज्यों को अभी भी वांछित स्तर हासिल करना बाकी है।

बताया जाता है कि पीएम ने सम्मेलन में मोटे तौर पर 20 सुझाव दिए। "उन्होंने अपनी टिप्पणी की शुरुआत प्रॉक्सी शिक्षकों के मुद्दे का जिक्र करते हुए की, खासकर गाँव के स्कूलों में। उन्होंने सुझाव दिया कि राजस्थान जैसे कुछ राज्यों ने हर कक्षा में शिक्षकों की तस्वीरें लगाने का प्रयोग किया है जिसे अन्य जगह भी लागू किया जा सकता है।

प्रॉक्सी शिक्षकों की समस्या पर प्रकाश

2018 में भारत पर विश्व बैंक की एक रिपोर्ट में प्रॉक्सी शिक्षकों की समस्या पर प्रकाश डाला गया था। शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, यह पूर्वोत्तर में, विशेष रूप से नागालैंड में एक प्रमुख मुद्दा है।

शिक्षक भर्ती के बारे में पीएम ने सुझाव दिया कि राज्य और केंद्र शासित प्रदेश देश भर के परिसरों से अंतिम वर्ष के इंजीनियरिंग स्नातकों की भर्ती के लिए सरकारी और निजी कंपनियों द्वारा अपनाए गए मॉडल का पता लगाएं। पीएम ने सुझाव दिया कि शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों में भी कैंपस भर्ती अभियान चलाया जा सकता है।

दूरदराज के क्षेत्रों में स्कूली शिक्षा के मानकों में सुधार के लिए, पीएम ने सीएसआर मॉडल का पालन करके दूरदराज के क्षेत्रों में स्कूलों को गोद लेने वाले निजी स्कूलों के कदम को आधिकारिक रूप से लागू करने का भी सुझाव दिया। बताया जाता है कि पीएम की कार्य योजना की एक अन्य महत्वपूर्ण बात देश में एकल शिक्षक स्कूलों को खत्म करना है। 2021 में जारी यूनेस्को की एक रिपोर्ट के अनुसार, देश में लगभग 1.2 लाख एकल-शिक्षक स्कूल हैं, जिनमें से 89 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। सिंगल टीचर वाली स्कूलों की बड़ी संख्या वाले राज्यों में अरुणाचल प्रदेश (18.22 प्रतिशत), गोवा (16.08 प्रतिशत), तेलंगाना (15.71 प्रतिशत), आंध्र प्रदेश (14.4 प्रतिशत), झारखंड (13.81 प्रतिशत), उत्तराखंड (13.64 प्रतिशत), मध्य प्रदेश (13.08 प्रतिशत) और राजस्थान (10.08 प्रतिशत) शामिल हैं।

विश्व बैंक ने एक रिपोर्ट में प्रॉक्सी टीचरों का मामला उठाया है। रिपोर्ट कहा गया है कि कुछ राज्यों के दूरस्थ और ग्रामीण क्षेत्रों में प्रॉक्सी शिक्षक अधिक आम हैं, लेकिन शहरी क्षेत्रों में भी ये पाए जाते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि इसमें नौ राज्यों- झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, मिजोरम, ओडिशा, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश शामिल हैं। रिपोर्ट में स्कूलों में खाली पड़े टीचरों के पदों की भी चर्चा की गई है।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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