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चुनावी शोर थमने के बाद ध्यान लगाएंगे पीएम मोदी, स्वामी विवेकानंद ने भी इसी स्थान पर की थी साधना
PM Modi : मौजूदा लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लंबे समय से देशव्यापी दौरा करने में जुटे हुए हैं। भाजपा प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने के लिए वे भीषण गर्मी में भी देश के विभिन्न हिस्सों का लगातार दौरा कर रहे हैं।
PM Modi : मौजूदा लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लंबे समय से देशव्यापी दौरा करने में जुटे हुए हैं। भाजपा प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने के लिए वे भीषण गर्मी में भी देश के विभिन्न हिस्सों का लगातार दौरा कर रहे हैं। सात चरणों के मतदान के कारण चुनाव प्रक्रिया भी काफी लंबी रही है मगर अब आखिरी चरण के मतदान से पहले चुनावी शोर जल्द ही थमने वाला है। आखिरी चरण के मतदान का चुनावी शोर थमने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मई की शाम को 24 घंटे का ध्यान लगाने वाले हैं।
प्रधानमंत्री मोदी 30 मई की शाम से एक जून की शाम तक कन्याकुमारी स्थित ध्यान मंडपम में साधना में लीन रहेंगे। प्रधानमंत्री के ध्यान लगाने का यह स्थान भी बेहद खास है क्योंकि यहीं पर स्वामी विवेकानंद ने भी तीन दिनों तक साधना की थी। ध्यान लगाने का प्रधानमंत्री का यह पहला मौका नहीं होगा। प्रधानमंत्री मोदी इससे पहले केदारनाथ में भी ध्यान लगा चुके हैं।
स्वामी विवेकानंद ने भी यहीं पर की थी साधना
स्वामी विवेकानंद के जीवन में कन्याकुमारी में ध्यान लगाने का काफी महत्व माना जाता रहा है। जानकारों का कहना है कि कन्याकुमारी स्थित रॉक मेमोरियल में ध्यान लगाने के बाद स्वामी विवेकानंद के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव आया था। यही कारण है कि स्वामी विवेकानंद के जीवन में रॉक मेमोरियल में ध्यान लगाने का वही महत्व माना जाता है जो महात्मा गौतम बुद्ध के जीवन में बोध गया और सारनाथ का माना जाता रहा है।
24 घंटे तक साधना में लीन रहेंगे पीएम मोदी
स्वामी विवेकानंद पूरे देश का भ्रमण करने के बाद कन्याकुमारी स्थित रॉक मेमोरियल पहुंचे थे और उन्होंने तीन दिनों तक यहां पर साधना की थी। कहा जाता है कि स्वामी विवेकानंद ने यहीं पर विकसित भारत का सपना देखा था और प्रधानमंत्री मोदी भी अब उसी स्थान पर 24 घंटे की साधना करने जा रहे हैं। माना जा रहा है कि इस दौरान वे विकसित भारत के अपने संकल्प को फिर दोहराएंगे।
देश की पौराणिक मान्यताओं में यह भी कहा जाता रहा है कि देवी पार्वती ने भगवान शिव को पाने के लिए यहीं पर एक पैर पर खड़े होकर साधना की थी। कन्याकुमारी में साधना के जरिए प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रीय एकता का संदेश भी देंगे। इस बार के लोकसभा चुनाव में उन्होंने दक्षिण भारत पर विशेष तौर पर फोकस किया है। दक्षिण भारत से भाजपा को इस बार के चुनाव नतीजे में काफी उम्मीदें हैं।
केदारनाथ में भी ध्यान लगा चुके हैं पीएम मोदी
वैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इससे पूर्व केदारनाथ में भी ध्यान लगा चुके हैं। भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग में शामिल भगवान केदारनाथ के प्रति पीएम मोदी के मन में काफी भक्ति और श्रद्धा रही है। वे समय-समय पर बाबा भोलेनाथ का दर्शन करने के लिए केदारनाथ धाम पहुंचते रहे हैं। जानकारों का कहना है कि गुजरात के मुख्यमंत्री पद की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभालने से पूर्व मोदी ने इस क्षेत्र में गरुड़चट्टी की गुफा में साधना भी की थी।
प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद भी मोदी साधना करने के लिए केदारनाथ धाम पहुंचे थे। पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत केदारनाथ की पहाड़ी पर तीन ध्यान गुफाओं का निर्माण किया गया है। इन गुफाओं में रुद्र ध्यान गुफा प्रमुख है। रूद्र गुफा केदारनाथ मंदिर से डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह 5 मीटर लंबी और 3 मीटर चौड़ी है। 18 मई 2019 को पीएम मोदी ने इस गुफा में करीब 17 घंटे तक ध्यान लगाया था। प्रधानमंत्री मोदी के ध्यान लगाने के बाद यह गुफा सभी के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।