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World Dairy Summit 2022 : PM मोदी ने कहा- देश के 8 करोड़ किसानों की आजीविका का साधन डेयरी
PM नरेंद्र मोदी 'अंतरराष्ट्रीय डेयरी संघ विश्व डेयरी सम्मेलन 2022' का शुभारंभ करने ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट पहुंचे। यहां सीएम योगी भी मौजूद रहे।
World Dairy Summit in Greater Noida : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) सोमवार (12 सितंबर 2022) सुबह 'अंतरराष्ट्रीय डेयरी संघ विश्व डेयरी सम्मेलन 2022' का शुभारंभ करने ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट (India Expo Center And Mart) पहुंचे। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। चार दिन तक चलने वाले 'IDF World Dairy Summit-2022' का उद्घाटन पीएम मोदी करेंगे। यह समिट 15 सितंबर 2022 तक चलेगा।
इस समिट में विश्व और भारतीय डेयरी (Indian Dairy) से जुड़े लोग हिस्सा ले सकेंगे। आपको बता दें, यह सम्मेलन 'पोषण और आजीविका के लिए डेयरी' विषय पर केंद्रित है। तकरीबन 50 देशों के करीब 1500 प्रतिभागियों के इसमें लेने की संभावना है।
Live Updates
- 12 Sep 2022 6:49 AM GMT
'बन्नी भैंस' का किया उल्लेख
पीएम मोदी ने 'वर्ल्ड डेयरी समिट' के पहले दिन राजस्थान की 'बन्नी भैंस' का भी उल्लेख किया। पीएम बोले, कि भीषण गर्मी में भी इस प्रजाति की भैंस किस तरह किसानों का सहारा बनती हैं। उन्होंने गोबर से भी पैसा कमाने की योजना के बारे में बताया। पीएम ने बताया, कि डेयरी सेक्टर का सामर्थ्य न सिर्फ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति देता है, बल्कि ये दुनिया भर में करोड़ों लोगों की आजीविका का भी प्रमुख साधन है।
- 12 Sep 2022 6:46 AM GMT
पशुओं का तैयार हो रहा डेटाबेस
पीएम नरेंद्र मोदी ने 'वर्ल्ड डेयरी समिट' में पशु आधार योजना की भी बात की। उन्होंने बताया, कि 'पशुओं का डेटाबेस तैयार करने के लिए सरकार की तरफ से 'पशु आधार योजना' चलाई जा रही है। उन्होंने बताया कि, 'डेयरी सेक्टर का सामर्थ्य न सिर्फ ग्रामीण अर्थव्यवस्था (Rural Economy) को गति देता है, बल्कि ये दुनिया भर में करोड़ों लोगों की आजीविका का भी प्रमुख साधन है। उन्होंने कहा, विश्व के विकसित राष्ट्रों से अलग भारत में डेयरी सेक्टर की असली ताकत छोटे किसान ही हैं।'
- 12 Sep 2022 6:42 AM GMT
टेक्नोलॉजी के माध्यम से 74 लाख किसान जुड़े
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समिट के शुरुआत में एक शॉर्ट फिल्म जारी किया। पीएम मोदी ने इस मौके पर बताया, कि 'टेक्नोलॉजी के माध्यम से तकरीबन 74 लाख किसान जुड़े हैं।'
- 12 Sep 2022 6:40 AM GMT
पुरुषोत्तम रुपाला ने भी किया संबोधित
आपको बता दें कि, देश-विदेश के 156 विशेषज्ञ इस सम्मेलन को संबोधित करेंगे। जिससे किसानों को अत्याधुनिक जानकारी मिल सकेगी। समिट को संबोधित करते हुए पशुपालन मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला (Parshottam Rupala) ने संबोधित किया। उन्होंने भी पशुपालन और डेयरी से संबंधित कई जानकारियां दिन।
- 12 Sep 2022 6:35 AM GMT
'डेयरी क्षेत्र से 8 करोड़ परिवारों को मिल रहा रोजगार'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने कहा, 'भारत के डेयरी सेक्टर (Dairy Sector) को बड़े पैमाने पर उत्पादन की बजाय बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए मान्यता प्राप्त है। आज डेयरी सेक्टर से 8 करोड़ परिवारों को रोजगार मिल रहा है। छोटे पैमाने के डेयरी किसानों के सामूहिक प्रयासों से भारत दुनिया में डेयरी उत्पादों का सबसे बड़ा उत्पादक बन गया है।'
- 12 Sep 2022 6:31 AM GMT
PM मोदी- 'महिला असली कर्णधार हैं'
पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने इस मंच से आगे कहा, कि 'भारत के डेयरी सेक्टर में महिलाओं का अभूतपूर्व योगदान है। उन्होंने कहा, महिला शक्ति 70 प्रतिशत कार्य बल का प्रतिनिधित्व करती हैं। भारत के डेयरी सेक्टर (Dairy Sector) की असली 'कर्णधार' महिलाएं हैं। इतना ही नहीं, भारत के डेयरी को-ऑपरेटिव्स में भी एक तिहाई से ज्यादा सदस्य महिलाएं ही हैं।' - 12 Sep 2022 6:27 AM GMT
70 फीसद से अधिक किसानों की जेब में जाता पैसा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'इस पूरी प्रक्रिया में बीच में कोई 'मिडिल मैन' (Middle Man) नहीं होता है। उन्होंने कहा, ग्राहकों से जो पैसा मिलता है, उसका 70 फीसदी से ज्यादा किसानों की जेब में ही जाता है। पूरी दुनिया में इतना ज्यादा रेशियो किसी और देश में नहीं है।'
- 12 Sep 2022 6:21 AM GMT
पीएम मोदी- डेयरी करोड़ों लोगों की आजीविका का साधन
'विश्व डेयरी सम्मेलन' का शुभारंभ करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि, 'डेयरी सेक्टर का सामर्थ्य न सिर्फ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति देता है, बल्कि ये में करोड़ों लोगों की आजीविका का भी साधन है। उन्होंने कहा, डेयरी सेक्टर की असली ताकत छोटे किसान हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने इस मंच से कहा, कि 'विश्व के अन्य विकसित देशों से अलग, हमारे देश में डेयरी सेक्टर की असली ताकत छोटे किसान ही हैं। भारत के डेयरी सेक्टर की पहचान 'Mass Production' से ज्यादा 'Production by Masses' की है।