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PM Modi: पीएम मोदी ने भारतीय शिक्षा समागम का किया उद्घाटन, बोले- शिक्षा में देश का भाग्य बदलने की सबसे बड़ी ताकत

PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शनिवार (28 जुलाई) को राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान के भारत मंडप में अखिल भारतीय शिक्षा समागम (एआईईसी) का उद्घाटन किया। ये कार्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP - 2020) के तीन साल पूरे होने पर मनाया जा रहा है।

Jugul Kishor
Published on: 29 July 2023 12:04 PM IST
PM Modi: पीएम मोदी ने भारतीय शिक्षा समागम का किया उद्घाटन, बोले- शिक्षा में देश का भाग्य बदलने की सबसे बड़ी ताकत
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पीएम नरेंद्र मोदी ( सोशल मीडिया)

PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शनिवार (28 जुलाई) को राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान के भारत मंडप में अखिल भारतीय शिक्षा समागम (एआईईसी) का उद्घाटन किया। ये कार्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP - 2020) के तीन साल पूरे होने पर मनाया जा रहा है। इस मौके पर पीएम मोदी ने शिक्षा और कौशल की 12 भारतीय भाषाओं में किताबों का विमोचन किया और पीएमश्री योजना के तहत धनराशि की पहली किस्त भी जारी की गई।

'शिक्षा में देश का भाग्य बदलने की सबसे बड़ी ताकत'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अखिल भारतीय शिक्षा समागम कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि आज हमारी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के 3 साल भी पूरे हो रहे हैं। देश भर के बुद्धिजीवियों, शिक्षाविदों और अध्यापकों ने इसे एक मिशन के रूप में लिया और आगे भी बढ़ाया। मैं आज उन सभी का भी धन्यवाद करता हूं, उनका आभार प्रकट करता हूं। पीएम ने कहा राष्ट्रीय शिक्षा नीति का लक्ष्य भारत को अनुसंधान और नवाचार का केंद्र बनाना है। उन्होने कहा कि ये शिक्षा ही है जिसमें देश को सफल बनाने, देश का भाग्य बदलने की ताकत होती है। आज 21वीं सदी का भारत जिन लक्ष्यों को लेकर आगे बढ़ रहा है, उसमें हमारी शिक्षा व्यवस्था का बहुत ज्यादा महत्व है।

शिक्षा के लिए संवाद जरुरी, बोले पीएम मोदी

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आप सभी इस व्यवस्था के प्रतिनिधि और ध्वजवाहक हैं। इसलिए अखिल भारतीय शिक्षा समागम का हिस्सा बनना मेरे लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण अवसर है। विद्या के लिए विमर्श जरुरी होता है। शिक्षा के लिए संवाद जरुरी होता है, मुझे खुशी होती है कि अखिल भारतीय शिक्षा समागम के इस सत्र के जरिए हम विमर्श और विचार की अपनी परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति ने पारंपरिक ज्ञान प्रणाली से लेकर भविष्य की तकनीक तक को संतुलित तरीके से महत्व दिया है। रिसर्च इकोसिस्टम को मजबूत करने के लिए देश के शिक्षा जगत के सभी महानुभावों ने बहुत मेहनत की है। हमारे छात्र नई व्यवस्थाओं से भली-भांति परिचित हैं, वे जानते हैं कि 10+2 शिक्षा प्रणाली की जगह अब 5+3+3+4 लाई जा रही है।

पीएमश्री योजना का उद्देश्य

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक पीएमश्री योजाना तहत चयनित हुए सरकारी स्कूलों को धनराशि की पहली किस्त जारी की गई है। ये स्कूल छात्रों को इस प्रकार से शिक्षा प्रदान करेंगे कि वे राष्ट्रीय शिक्षा नीत की परिकल्पना के अनुसार एक समतापूर्ण, समावेशी और बहुलवादी समाज के निर्माण में योगदान देने वाले नागरिक बन सकेंगे।



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