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India to Bharat Issue: PM मोदी की मंत्रियों को नसीहत, भारत और INDIA विवाद पर कुछ न बोलें, शर्तों के साथ सनातन पर छूट
PM Modi on India to Bharat Issue: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंत्री परिषद की बैठक में बुधवार (06 सितंबर) को 'भारत' और 'इंडिया' विवाद पर अपनी सरकार के मंत्रियों को कुछ ना बोलने की हिदायत दी है। वहीं, शर्तों के साथ पीएम मोदी ने सनातन धर्म विवाद पर बोलने की छूट दी है।
PM Modi on India to Bharat Issue: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंत्री परिषद की बैठक में बुधवार (06 सितंबर) को 'भारत' और 'इंडिया' विवाद पर अपनी सरकार के मंत्रियों को कुछ ना बोलने की हिदायत दी है। वहीं, शर्तों के साथ पीएम मोदी ने सनातन धर्म विवाद पर बोलने की छूट दी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी ने अपने मंत्रियों से कहा है कि, अधिकृत व्यक्ति के अलावा कोई भी मंत्री G-20 की बैठक पर न बोलें। इसके अतिरिक्त, पीएम मोदी ने 'बस पूल' इस्तेमाल की विशेष हिदायत दी है।
PM मोदी- सनातन धर्म पर सही से दें जवाब
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मंत्रियों के साथ मीटिंग की। बैठक में उन्होंने मंत्रियों को दो बड़े संदेश दिए। प्रधानमंत्री ने NDA के मंत्रियों से कहा है कि, सनातन धर्म (Sanatana Dharma) पर उदयनिधि स्टालिन के बयान का सही से जवाब दिया जाए। इसी के साथ पीएम नरेंद्र मोदी ने मंत्रियों से कहा है कि, वे 'इंडिया बनाम भारत' (India vs Bharat Debate) के विवाद में बयानबाजी ना करें। पीएम मोदी की इस टिप्पणी से स्पष्ट हो गया है कि, सनातन धर्म पर उदयनिधि के बयान को बीजेपी बड़ा मुद्दा बनाने के मूड में है। ज्ञात हो कि, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन के बेटे उदयनिधि ने हाल में सनातन की तुलना डेंगू और मलेरिया से कर दी थी।
उदयनिधि के बयान पर मचा बवाल
बीजेपी के साथ-साथ हिन्दू धर्म गुरुओं ने भी उदयनिधि स्टालिन को घेरा है। उदयनिधि के बहाने विपक्षी पार्टियों के गठबंधन INDIA पर भी सवाल उठने लगे हैं। स्टालिन की पार्टी डीएमके भी INDIA गठबंधन का हिस्सा है। बीजेपी और धर्म गुरुओं का कहना था कि धर्म के खिलाफ इस तरह के बयान नहीं दिए जाने चाहिए। चारों तरफ से हो रहे हमलों के बाद कांग्रेस सहित अन्य पार्टियों ने उदयनिधि के बयान से किनारा कर लिया है। बावजूद उदयनिधि अपने बयान पर कायम हैं।
G-20 डिनर के लिए खास सलाह
प्रधानमंत्री मोदी ने ये भी कहा है कि, 9 सितंबर को आयोजित G-20 रात्रिभोज (G20 Dinner) में हिस्सा लेने वाले मंत्री अपनी गाड़ियों से संसद भवन परिसर पहुंचे। साथ ही, बसों में बैठकर वेन्यू तक जाएं। डिनर में आमंत्रित मुख्यमंत्री भी अपने काफिले के साथ संसद भवन परिसर पहुंचेंगे, जहां से वो बसों में बैठकर ही वेन्यू तक जाएंगे। पीएम मोदी की खास सलाह है कि, G 20 डिनर के लिए मंत्रियों और मुख्यमंत्री को संसद भवन परिसर में शाम 5:50 तक पहुंचना होगा। उन्हें 6:30 बजे तक वेन्यू पहुंच जाना होगा।
दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन का आयोजन
गौरतलब है कि, भारत की अध्यक्षता में 9 से 10 सितंबर तक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन आयोजित हो रहा है। समिट में अमेरिका के प्रेसिडेंट जो बाइडन (US President Joe Biden) सहित दुनिया भर के कई राष्ट्राध्यक्ष भाग ले रहे हैं। 9 सितंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) की ओर से G20 रात्रिभोज का आयोजन किया जाएगा।
'प्रेसिडेंट ऑफ भारत' हुआ विवाद
आपको बता दें, इसी के निमंत्रण में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को 'प्रेसिडेंट ऑफ भारत' (President of Bharat) के तौर पर संबोधित किया गया है। विपक्षी पार्टियों ने 'प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया' की जगह 'प्रेसिडेंट ऑफ भारत' लिखे जाने पर आपत्ति जताई है। विपक्ष ने दावा किया है कि, केंद्र सरकार विपक्षी गठबंधन INDIA से डरकर देश का नाम बदलने में जुटी है। उसके बाद से देश में आम लोगों की भी खुलकर राय सामने आ रही है।