PM की "मन की बात" में अपील, कहा- हफ्ते में एक बार पेट्रोल-डीजल का इस्तेमाल ना करें

पीएम ने कहा कि जीवन में अनुशासन अपनाएं, तो छोटी छोटी बातों से बड़ी बात बनती है। हम एक दिन के लिये पेट्रोल, डीजल का उपयोग छोड़ेंगे, वह भी देशहित के लिये होगा। हर किसी के अपने नागरिक कर्तव्य हैं, जिनके पालन से ही न्यू इंडिया बन सकेगा

zafar
Published on: 26 March 2017 5:36 AM GMT
PM की मन की बात में अपील, कहा- हफ्ते में एक बार पेट्रोल-डीजल का इस्तेमाल ना करें
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नई दिल्ली: पांच राज्यों के चुनाव नतीजों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार 26 मार्च को पहली बार ‘ मन की बात ‘ की। पहले उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम और देश के शहीदों को याद किया। इसके बाद हेल्थ पर चर्चा की। लोगों को स्वच्छता आंदोलन से जुड़ने, जीवन में अनुशासित रहने, हर दिन एक अच्छा काम करने, समाज के लिये सोचने और अन्न की बर्बादी न करने की बात कही।

इसके आलावा उन्होंने लोगों से हफ्ते में एक दिन पेट्रोल-डीजल का इस्तेमाल न करने की अपील की। उन्होंने कहा कि अगर हर नागरिक संकल्प करे कि अपनी जिम्मेदारी निभाऊंगा और एक दिन पेट्रोल-डीजल का इस्तेमाल नहीं करूंगा तभी छोटी-छोटी बातों से न्यू इंडिया बनेगा।

शहीदों को याद किया

इसके बाद आज की तारीख की चर्चा की। उन्होंने कहा कि 26 मार्च भारते के लिये भी बेहद अहम है।यह दिन बांग्लादेश का स्वतंत्रता दिवस है, जिसमें बारत का बड़ा योगदान था। उन्पहोंने बांग्रलादेश को उसके स्वतंत्रता दिवस पर बधाई दी। उसे भारत का अच्छा मित्र बताया और कहा कि शांति, सुरक्षा और विकास में हम दोनों देश साथ हैं। बांग्लादेश का राष्ट्रगान गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर की रचना है। रविंद्र नाथ पहले भारतीय थे, जिन्हें नॉबल पुरस्कार मिला।

पीएम ने भगत सिंह को प्रेरणा स्रोत बताया। तीन दिन पहले 23 मार्च को उनका शहादत दिवस था। भगत सिंह के साथ उन्होंने राजगुरु और सुखदेव को याद किया।

पीएम ने 1917 के गांधी जी के चंपारण सत्याग्रह को याद किया। 2017 में इस सत्याग्रह को 100 साल पूरे हो गये। गांधी जी के संगठन कौशल की दाद देते हुए पीएम ने कहा कि उस समय लोगों को एकजुट कहरना बेहद मुश्किल काम था। लेकिन गांधी जी ने अपनी अद्भुत क्षमता से वह कर दिखाया, जिससे अंग्रेज भी हैरान रह गये। उन्होंने कहा कि संघर्ष और सृजन साथ साथ चले, यह गांधी जी के उस समय के संगठन से ही सीखा जा सकता है।

न्यू इंडिया का आह्वान

प्रधानमंत्री ने सवाल किया कि कौन देशवासी आज देश को बदलना नहीं चाहता। सवा सौ करोड़ लोगों का यही प्रयास है।यही प्रयास न्यू इंडिया की नींव डालेगा। उन्होंने कहा कि यह कोई सरकारी कार्यक्रम नहीं, देशवासियों का आह्वान है, उनकी भावना है, जो देश को आगे ले जाना चाहते हैं।

हर कोई अपने स्तर पर इस प्रयास में जुटा है। एक एक करके इकट्ठा होना बहुत बड़ी शक्ति है। लोग गरीबों और पीड़ितों के लिए काम करते हैं। क्योंकि ये लोग जनसेवा को प्रभु सेवा मान कर काम में जुटे हैं, और यही देश की शक्ति है। सवा सौ करोड़ देशवासी संकल्प के साथ हर दिन नये कदम उठाएं तो न्यू इंडिया का सपना साकार हो जाएगा।

छोटी छोटी बातें अहम

पीएम ने कहा कि जीवन में अनुशासन अपनाएं, तो छोटी छोटी बातों से बड़ी बात बनती है। हम एक दिन के लिये पेट्रोल, डीजल का उपयोग छोड़ेंगे, वह भी देशहित के लिये होगा। हर किसी के अपने नागरिक कर्तव्य हैं, जिनके पालन से ही न्यू इंडिया बन सकेगा।उन्होंने एक वर्ष में ढाई हजार करोड़ के डिजिटल लेनदेन का लक्ष्य पूरा करने का आह्वान किया। उन्होंने इसे देशसेवा और काले धन और भ्रष्टाचार की लड़ाई के लिये अहम बताया।

पीएम ने कहा कि मेरे पास मन की बात के ढेरों सुझाव आते हैं। इनमें स्वच्छता से संबंंधित सुझाव तो होता ही है। इस अभियान ने आंदोलन का रूप ले लिया है। हर कोई इसमें भागीदारी निभा रहा है। यह आदत बनाने का आंदोलन है, जिससे देश बदलेगा।

पीएम ने भोजन और अन्न की बर्बादी रोकने के लिए जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह बचत गरीबों के काम आएगी।

डिप्रेशन से बचाव

पीएम ने याद दिलाया कि 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस है। डिप्रेशन इस बार विश्व स्वास्थ्य संगठन की थीम है। उन्होंने कहा कि दुनिया में 35 करोड़ से ज्यादा लोग इससे पीड़ित हैं। उन्होंने कहा कि इसे छिपाएं नहीं, लोगों के साथ बांटें, क्योंकि डिप्रेशन आपकी क्षमता को खा जाता है।

उन्होंने माता-पिता और अभिभावकों से कहा कि अगर उनका बच्चा एकांत में रहना पसंद करने लगा है तो उस पर ज्यादा ध्यान दीजिये। उसे अपना साथ दीजिये उसकी कुंठा बाहर निकालिये ।

उन्होंने कहा कि खुद को अभिव्यक्त करिये या दूसरों के दुखों को बांटिये तो यह कुंठा खुद खत्म होगी और विश्वास पैदा होगा। खुश रहने पर जोर दीजिये।

पीएम ने समाज में महिलाओं की भागीदारी पर बात की। उन्होंने बताया कि नवजात की देखभाल और मां के स्वास्थ्य के लिये भारत सरकार ने प्रेगनेंसी लीव अब 26 सप्ताह कर दी है। पहले यह 12 सप्ताह थी। उन्होंने कहा कि 18 लाख महिलाओं को इसका लाभ मिलेगा।

पीएम ने 21 जून पर अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के लिये तैयार रहने को कहा। इस बारे में उन्होंने लोगों से सुझाव मांगे। लोगों को इस अवसर पर रचनाओं के लिये प्रेरित किया।

आने वाले त्योहारों और संवत नववर्ष के लिये सबको बधाई दी।

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