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Madhya Pradesh CM Mohan Yadav: मोहन यादव को सीएम बनाकर मोदी ने अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव को दी सियासी चुनौती
Madhya Pradesh CM Mohan Yadav: मध्य प्रदेश में मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाकर बीजेपी ने देश की काऊ बेल्ट में ओबीसी सियासत की एक नई चौसर बिछा दी है।
Madhya Pradesh CM Mohan Yadav: मध्य प्रदेश में मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाकर बीजेपी ने देश की काऊ बेल्ट में ओबीसी सियासत की एक नई चौसर बिछा दी है। उत्तर प्रदेश और बिहार में बीजेपी के इस फैसले का बड़ा असर देखने को मिलेगा। बिहार में जातिगत जनगणना के बाद पूरे देश में जिस तरह से ओबीसी की राजनीति कांग्रेस समेत 'इंडिया' गठबंधन से जुड़े दल कर रहे हैं, उसका यह सीधा जवाब है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से।
यूपी, बिहार में यादवों की बड़ी जनसंख्या, अखिलेश और तेजस्वी के साथ हैं यादव-
इन दोनों ही बड़े हिन्दी भाषी राज्यों में य़ादव सबसे बड़ी सिंगल जाति हैं। जाहिर है राजनीति में भी यादवों का असर सबसे अधिक है। ओबीसी राजनीति तो इन्हीं के इर्द गिर्द घूमती रहती है। बीजेपी अपनी तमाम कोशिशों के बावजूद य़ूपी और बिहार में यादवों को अपने पाले में नहीं ला सकी है। इन राज्यों में यादव के अलावा बाकी ओबीसी जातियां बीजेपी के साथ आ चुकी हैं। उत्तर प्रदेश में यादवों को संगठित करने का काम स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव ने किया था।
यही वजह है कि यादव आज भी समाजवादी पार्टी के साथ पूरी तरह से जुड़े हैं। अखिलेश यादव उनके एकमात्र नेता हैं। इसी तरह बिहार में लालू प्रसाद यादव के साथ यादव एक बार जुड़े तो अभी तक पूरी तरह उनके साथ हैं। तेजस्वी की सफलता भी इसीलिए है। बिहार में हाल ही में हुई जातिगत जनगणना के अनुसार करीब 14 फीसदी है। विधानसभा और लोकसभा की कई सीटों पर ये निर्णायक हैं।
बीजेपी ने पहले कोशिश तो की पर यादवों को जोड़ न सके-
उत्तर प्रदेश और बिहार में बीजेपी ने समय समय पर यादव नेताओं को अपने साथ जोड़कर यादव वोटों को साधने की कोशिश तो की लेकिन वह सफल नहीं हो सकी। लेकिन मोहन यादव को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाकर बीजेपी ने तुरुप का इक्का चल दिया है। उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे मध्य प्रदेश की राजनीति का सीधा असर यूपी पर पड़ता है। अखिलेश यादव के प्रभाव वाले कई क्षेत्र तो सीधे मध्य प्रदेश की सीमा से जुड़ते हैं। इनमें इटावा, औरैया, बुंदेलखंड के जिले शामिल हैं। निश्चित ही बीजेपी के इस फैसले से सबसे अधिक असर अखिलेश यादव पर ही पड़ेगा।
2024 लोकसभा चुनाव में काऊ बेल्ट में स्टार प्रचारक होंगे मोहन यादव-
मध्य प्रदेश में एक दम नए चेहरे को मुख्यमंत्री बनाकर प्रधानमंत्री मोदी ने राजनीतिक विश्लेषकों और पत्रकारों को हतप्रभ कर कर दिया है। किसी को भी अंदाजा नहीं लगा। एक बार फिर से प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने साबित किया है कि भारतीय राजनीति में उनके जैसे दूर की सोच रखने वाले नेता कम ही हैं। मध्य प्रदेश में मोहन यादव के सीएम बनने का असर अब सीधे सीधे 2024 के लोकसभा चुनाव में देखने को मिलेगा। और यही बीजेपी की रणनीति भी है। बीजेपी के सभी फैसले अब 2024 को ध्यान में रखकर ही हो रहे हैं।
कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल समेत जो भी दल पिछड़ों की राजनीति के भरोसे 2024 को लोकसभा चुनाव की रणनीति बना रहे थे उन्हें अब नए सिरे से सोचना पड़ेगा। फिलहाल तो यह साफ है कि उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली जिन्हें हम हिन्दी भाषी राज्य या काऊ बेल्ट भी कहते हैं इनमें बीजेपी को एक 2024 के लिए एक नया स्टार प्रचारक मिल गया है। और जिनका नाम है मोहन यादव।