PM Ujjwala Yojana: उज्ज्वला योजना पर उठ रहे सवाल, 4 करोड़ से अधिक लाभार्थियों ने एक बार भी रिफिल नहीं करवाया सिलेंडर

PM Ujjwala Yojana: राज्यमंत्री रामेश्वर तेली ने राज्यसभा में एक सवाल का लिखित जवाब देते हुए बताया कि इतने वर्षों में 7.67 करोड़ लाभार्थियों ने एक ही बार सिलेंडर रिफिल करवाया।

Krishna Chaudhary
Published on: 4 Aug 2022 11:50 AM GMT (Updated on: 4 Aug 2022 1:01 PM GMT)
Questions are being raised on Ujjwala scheme, more than 4 crore beneficiaries did not get cylinder refilled even once
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प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना-केंद्रीय राज्यमंत्री रामेश्वर तेली: Photo- Social Media

PM Ujjwala Yojana: 1 मई 2016 को उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने जोरशोर के साथ उज्ज्वला योजना (Ujjwala Yojana) चालू की थी। इस योजना का मकसद निम्न आय वर्ग की गृहिणियों को गोबर के उपले और लकड़ियों के जलने से निकलने वाले धुएं के हानिकारक प्रभाव से बचाना था।

लेकिन योजना की स्थिति को लेकर संसद में सरकार द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, ये अपने मकसद से भटक चुका है। सोमवार को संसद में सरकार द्वारा बताया गया कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (Prime Minister Ujjwala Yojana) के 4.13 करोड़ लाभार्थियों ने एक बार भी सिलेंडर नहीं भरवाया है।

केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्यमंत्री रामेश्वर तेली ने राज्यसभा में एक सवाल का लिखित जवाब देते हुए बताया कि इतने वर्षों में 7.67 करोड़ लाभार्थियों ने एक ही बार सिलेंडर रिफिल करवाया। राज्यसभा में विपक्ष के नेता और वरिष्ठ कांग्रेसी मल्लिकार्जुन खड़गे ने सरकार से ऐसे उज्ज्वला योजना के ऐसे लाभार्थियों का ब्यौरा मांगा था, जिन्होंने पिछले पांच सालों में एक बार सिलेंडर भरवाया या नहीं।

सरकार द्वारा जारी आंकड़ा

केंद्रीय राज्यमंत्री रामेश्वर तेली (Union Minister of State Rameshwar Teli) ने आंकड़े देते हुए बताया कि साल 2017-18 के बीच 0.46 करोड़ पीयूएमवाई ( प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना) लाभार्थियों ने कोई सिलेंडर रिफिल नहीं कराया जबकि 1.19 करोड़ लाभार्थियों ने एकबार सिलेंडर रिफिल कराया। उनके अनुसार, 2018-19 के दौरान 1.24 करोड़, 2019-20 के दौरान 1.41 करोड़, 2020-21 के दौरान 0.10 करोड़ और 2021-22 के दौरान 0.92 करोड़ लाभार्थियों ने एकबार भी सिलेंडर रिफिल नहीं कराया।

राज्यमंत्री ने बताया कि 2018-19 के दौरान 2.90 करोड़, 2019-20 के दौरान 1.83 करोड़, 2020-21 के दौरान 0.67 करोड़ और 2021-22 के दौरान 1.08 करोड़ लाभार्थियों ने केवल एक बार सिलेंडर रिफिल कराया।

निर्धारित सहायता राशि की घोषणा

रामेश्वर तेली ने बताया कि सरकार ने 21 मई 2022 से उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों के लिए साल 2022-23 के लिए प्रति वर्ष 12 रिफिल तक के लिए 200 रूपये प्रति 14.2 किलोग्राम सिलेंडर की निर्धारित सहायता राशि की घोषणा की है।

बता दें कि उज्ज्वला योजना के तहत सरकार गरीब परिवार की महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन देती है। सरकार अब तक इस योजना के तहत 9 करोड़ मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन बांट चुकी है। सरकार ने केवल उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों के लिए ही सब्सिडी बरकरार रखी है, बाकी एलपीजी उपभोक्ताओं के लिए सब्सिडी को समाप्त कर दिया है।

Shashi kant gautam

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