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PNB घोटाला: पुणे-मुंबई-बिहार सहित देशभर में 35 जगहों पर ED की छापेमारी
नई दिल्ली: पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की एक शाखा से 11 हजार करोड़ से भी अधिक के फर्जीवाड़े मामले में हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उनसे जुड़े ठिकानों पर एजेंसियों की ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। इसी क्रम में सोमवार (19 फरवरी) को सीबीआई ने मुंबई की ब्रैडी हाउस शाखा को सील कर दिया।सोमवार को पुणे के 9-10, ठाणे के 5 और मुंबई के कई ठिकानों पर छापेमारी की गई है। कुल मिलाकर ईडी ने 35 जगहों पर छापेमारी की है।
सूत्रों के अनुसार, नीरव मोदी इस वक़्त सऊदी अरब में हैं। दूसरी तरफ, उनकी तलाश भारतीय एजेंसियां दुनियाभर में की जा रही है।
बैंक के बाहर नोटिस चस्पा
सीबीआई की तरफ से बैंक के बाहर नोटिस का पर्चा चिपका दिया गया है। इस पर्चे पर लिखा है कि इस ब्रांच को नीरव मोदी एलओयू मामले के कारण सील किया जाता है। इसके बाद इस ब्रांच में कोई भी काम नहीं होगा। बैंक में किसी भी कर्मचारी के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है।
बिहार के किशनगंज में भी छापेमारी
एजेंसियों द्वारा सोमवार को भी कई जगहों पर छापेमारी जारी है। बिहार के किशनगंज में ईडी ने गीतांजलि ज्वैलर्स के स्टोर पर छापे मारे। ईडी ने फायरस्टार इंटरनेशनल से जुड़े कई अधिकारियों को पूछताछ के लिए समन भी किया है। ईडी को जानकारी में पता लगा है कि गीतांजलि ग्रुप ना सिर्फ अपने स्टोर्स से बल्कि अन्य कंपनियों के आउटलेट से भी अपने प्रोडक्ट्स बेचते थे।
केंद्रीय सतर्कता आयोग भी सख्त
दूसरी तरफ, केंद्रीय सतर्कता आयोग यानि सीवीसी ने सभी बैंकों को आदेश दिया है कि किसी भी अधिकारी को तीन साल से अधिक एक ब्रांच में ना रखें। 31 दिसंबर 2017 तक अगर ऐसा हुआ है तो अभी ट्रांसफर कर दिया जाए। इसके अलावा सीवीसी ने ये भी आदेश दिया कि क्लर्क लेवल पर भी जिन अधिकारियों ने 5 साल पूरे कर लिए उनका तुरंत प्रभाव से ट्रांसफर किया जाए।
देश के बाहर कारोबार कर रहे भारतीय बैंकों की सांसत
पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में फंसे हॉन्ग कॉन्ग स्थित भारतीय बैंक अगर अपने भुगतान समय से नहीं कर पाए, तो यह उन पर पड़ रहे प्रभाव का संकेत होगा। इसलिए हॉन्ग कॉन्ग का सेंट्रल बैंक और हॉन्ग कॉन्ग मॉनेटरी अथारिटी पीएनबी धोखाधड़ी मामले के खुलासे पर कड़ी निगाह गड़ाए हुए हैं।
हॉन्ग कॉन्ग में इलाहाबाद बैंक और एक्सिस बैंक की शाखाओं की ओर से पीएनबी द्वारा जारी किए गए एलओयू के विरुद्ध आठ भुगतान लंबित हैं। यदि 24 फरवरी तक यह भुगतान नहीं हुए तो उनके विरुद्ध रेगुलेटरी कार्रवाई पर विचार किया जा सकता है।
यूको बैंक के हॉन्ग कॉन्ग ऑफिस ने मेहुल चोकी की फर्मों जैसे गीतांजलि जेम्स बीएसई, गिली इंडिया और नक्षत्र के लिए 166 ट्रांजेक्शन किये गए हैं। इसी तरह हॉन्ग कॉन्ग स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने इन्हीं फर्मों को 77 ट्रांजेक्शन किए हैं। इन 77 में से 59 फरवरी में ही परिपक्व हो रहे हैं।
बैंक के अंतरराष्ट्रीय विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि भारतीय बैंकों की ड्यूज के भुगतान में विफलता देश के बाहर के नियामकों द्वारा क्षम्य नहीं होगी।