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जिस थाने में तैनात थे दारोगा जी, वहीं की पुलिस ने कर लिया गिरफ्तार, जानें पूरा मामला
Bihar News: पुलिस ने बताया कि आरोपी दरोगा के खिलाफ मारपीट, सराकारी काम में बाधा डालने के अलावा एससी-एसटी एक्ट की धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
सांकेतिक तस्वीर (Pic: Social Media)
Bihar News: नालंदा के पावापुरी थाने में तैनात एक दारोगा जी को उनके ही थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दरअसल, दारोगा पर आरोप है कि वह शराबियों को छुड़वाने के लिए अपने सहयोगी पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट करने लगे और सरकारी काम में बाधा डालने की कोशिश की। इसके बाद सहयोगी पुलिसकर्मियों ने दारोगा को गिरफ्तार कर लिया और उन्हे कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हे जेल भेज दिया गया है।
दारोगा ने सहयोगी दारोगा के साथ की मारपीट
मीडिया रिपोर्ट के मुातबिक पहले पुलिस ने इस पूरे मामले को दबाने का पूरा प्रयास किया। लेकिन, यह पूरा मामला सोशल मीडिया में वायरल हो गया। इसके बाद पुलिस ने पूरे मामले के पीछे की वजह के बारे में बताया है। पुलिस के मुताबिक पावापुरी ओपी थाने में दारोगा हरे राम सिंह की तैनाती थी। दो दिन पहले यानी 20 अगस्त को इसी थाने के एक अन्य दरोगा कारू रविदास सैनिक स्कूल रोड पर गश्त में निकले थे और तीन लोगों को सार्वजनिक स्थान पर शराब पीते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। इसके बाद वह तीनों आरोपियों को थाने ले आए और चालान की कार्रवाई करने लगे।
एसपी ने दिया था गिरफ्तार करने का आदेश
इतने में वहां पहुंचे दरोगा हरि सिंह ने पहले उनके ऊपर शराबियों को छोड़ने के लिए दबाव बनाने लगे। जब वह नहीं माने तो हरि सिंह अपने साथी दरोगा के साथ मारपीट करने लगे। इसके बाद पूरा मामला पुलिस अधीक्षक के पास में पहुंचा। एसपी नालंदा ने दारोगा के खिलाफ केस दर्ज करने और गिरफ्तारी का आदेश दे दिया। आदेश मिलते ही पुलिस ने दारोगा को गिरफ्तार करके लॉकअप में बंद कर दिया। अगले दिन दरोगा हरि सिंह और उन तीन शराबियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से इन सभी को जेल भेज दिया गया है।
पुलिस ने बताया कि आरोपी दरोगा के खिलाफ मारपीट, सराकारी काम में बाधा डालने के अलावा एससी-एसटी एक्ट की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पावापुरी थानाध्यक्ष नारद मुनि सिंह ने बताया कि दरोगा कारू रविदास की शिकायत पर केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।