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Pollution In Delhi-NCR: बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली में ग्रैप-4 लागू, वाहनों से लेकर फैक्ट्रियां तक रहेंगी बंद

Pollution In Delhi-NCR: दिल्ली और एनसीआर के आसपास के जिलों की हवा जहरीली हो गई है। एयर क्वालिटी इंडेक्स अति गंभीर श्रेणी में पहुंचने को है। नोएडा में सुबह एक्यूआई 562 पर पहुंच गया।

Krishna Chaudhary
Published on: 4 Nov 2022 6:03 AM GMT
In view of increasing pollution, Grap-4 will be implemented in Delhi, from vehicles to factories will remain closed
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बढ़ते प्रदूषण के कारण दिल्ली में ग्रैप-4 लागू : Photo- Social Media

Pollution In Delhi-NCR: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर (Delhi NCR) के आसपास के जिलों की हवा जहरीली हो गई है। एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI Of Delhi) अति गंभीर श्रेणी में पहुंचने को है। तमाम कवायदों के बावजूद राजधानी में वायु प्रदूषण (Air pollution) का स्तर कम होने का नाम नहीं ले रहा। शुक्रवार सुबह दिल्ली एयरपोर्ट पर एक्यूआई 489 दर्ज किया गया। वहीं, नोएडा में सुबह के समय एक्यूआई 562 पर (AQI in Noida at 562) पहुंच गया। गाजियाबाद भी स्मॉग में पूरी तरह डूबा है। एनसीआर के अन्य जिलों का भी कुछ यही हाल है।

बेकाबू होते प्रदूषण को देखते हुए प्रशासन ने कड़े फैसले लेने शुरू कर दिए हैं। वायु प्रदूषण की सबसे बदतर स्थिति का सामना कर रहे दिल्ली से सटे नोएडा में 8वीं तक के क्लास अब ऑनलाइन चलेंगे। 9वीं से 12वीं तक की क्लास भी ऑनलाइन चलाई जा सकती है। इसके साथ ही प्रशासन ने अगले आदेश तक स्कूलों में होने वाले सभी आउटडोर गतिविधियों पर रोक लगा दी है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हालातों को देखते हुए ग्रैप के स्टेज 4 को लागू कर दिया गया है।

दिल्ली में ग्रैप-4 लागू, प्रतिबंधों की सूची

-दिल्ली में इलेक्ट्रिक और सीएनजी वाहनों को छोड़कर, अन्य ट्रकों के प्रवेश पर रोक। केवल आवश्यक वस्तुओं को ले जाने और आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वाले वाहनों को ही छूट।

-हाईवे, फ्लाईओवर, पावर ट्रांसमिशन, ओवरब्रिज, पाइपलाइन के निर्माण बंद।

-जरूरी सामान के निर्माण करने के अलावा सभी उद्योग बंद। एनसीआर में उन उद्योगों को चलाने की मिलेगी अनुमति जो ईंधन के तौर पर पीएनजी का इस्तेमाल करते हैं।

-एनसीआर में राज्य सरकार के दफ्तरों में केवल 50 प्रतिशत कर्मचारी ही आ सकेंगे और बाकियों को वर्क फ्रॉम होम पर रखा जाएगा।

दिल्ली में 8 साल से अधिक पुरानी बसों की एंट्री पर लग सकती है रोक

वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर को देखते हुए दिल्ली सरकार और कड़े फैसले ले सकती है। राज्य सरकार अन्य राज्यों से दिल्ली आने वाली बसों पर शिकंजा कसने के मूड में है। सरकार के निशाने पर वैसी बसें हैं, जो 8 साल से अधिक पुरानी है। इस बाबत राज्यों को खत लिखकर दिल्ली में केवल सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसों को भेजने के लिए कहा गया है। आने वाले दिनों में दिल्ली सरकार केवल बीएस-6 यात्री वाहनों को ही राजधानी में प्रवेश की इजाजत दे सकती है। बता दें कि दिल्ली में हर रोज आसपास के विभिन्न राज्यों से तकरीबन 3 से 4 हजार बसें आती हैं। इनमें कई बसें काफी पुरानी हैं, जो काफी प्रदूषण फैलाती है। लिहाजा सरकार अब ऐसी बसों पर सख्ती बरतने की तैयारी कर रही है।

5 नवंबर से मिल सकती है राहत

वायु प्रदूषण से परेशान दिल्लीवासियों के लिए एक राहतभरी खबर है। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (एसएएफएआर) के निदेशक डॉ गुरफान बेग की माने तो 5 नवंबर की शाम से दिल्ली में प्रदूषण कुछ कम होनी शुरू हो जाएगी। ऐसा स्थानीय हवाओं के कारण होगा। बेग के मुताबिक, पराली का जलना फिलहाल प्रदूषण की सबसे बड़ी वजह है।

Shashi kant gautam

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