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Atal Bihari Vajpayee Jayanti: राष्ट्रपति और पीएम मोदी समेत तमाम दिग्गजों ने दी अटल को श्रद्धांजलि, देश के लिए उनकी सेवाओं को किया याद
Atal Bihari Vajpayee Jayanti: राजधानी दिल्ली में वाजपेयी के समाधि स्थल ‘सदैव अटल’ पर पहुंच कर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुष्पांजलि अर्पित करके पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि दी।
Atal Bihari Vajpayee Jayanti: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के मौके पर आज उन्हें देश भर में याद किया जा रहा है। राजधानी दिल्ली समेत देश के विभिन्न राज्यों में विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए देश को विकास के रास्ते पर ले जाने में पूर्व प्रधानमंत्री के योगदान को याद किया गया। राजधानी दिल्ली में वाजपेयी के समाधि स्थल ‘सदैव अटल’ पर पहुंच कर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुष्पांजलि अर्पित करके पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि दी।
वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने वाले अन्य नेताओं में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला शामिल थे। कई केंद्रीय मंत्रियों और एनडीए में शामिल सहयोगी दलों के नेताओं ने भी अटल जी को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन भी किया गया।
सहयोगी दलों के नेताओं ने भी दी श्रद्धांजलि
भाजपा ने इस बार एनडीए में शामिल सहयोगी दलों को भी सदैव अटल स्मारक पर पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि देने के लिए आमंत्रित किया था। यह पहला मौका था जब भाजपा की ओर से सहयोगी दलों को भी आमंत्रण भेजा गया था। भाजपा के आमंत्रण के बाद सहयोगी दलों के कई नेता वाजपेई को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे।
इन नेताओं में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, तमिल मनीला कांग्रेस के नेता जीके वासन, एआईएडीएमके के थंबी दुरई, अपना दल नेता अनुप्रिया पटेल, एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल और अगाथा संगमा समेत अन्य नेता शामिल थे।
अटल ने देश को बुलंदियों पर पहुंचाया
इससे पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि भारत के 140 करोड़ भारतीय के साथ मिलकर मैं अतुलनीय अटल बिहारी वाजपेयी जी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उनके नेतृत्व से देश को काफी लाभ हुआ।
देश के विकास को नई बुलंदियों तक पहुंचाने और 21वीं शताब्दी में हर सेक्टर में देश को आगे ले जाने में उनकी अहम भूमिका थी। मां भारती के लिए उनका समर्पण और सेवा भाव अमृतकाल में भी प्रेरणास्रोत बना रहेगा।
अमित शाह और राजनाथ ने दी श्रद्धांजलि
गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें याद करते हुए अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि भारतीय राजनीति के अजातशत्रु परम श्रद्धेय अटल जी ने सिद्धांत एवं सिद्धांतों पर आधारित राजनीति के उच्चतम मानक स्थापित किए। राष्ट्रसेवा की अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति से एक तरफ उन्होंने सुशासन की नींव रखी तो दूसरी तरफ उन्होंने पोखरण से पूरे विश्व को भारत की दृढ़ता का परिचय दिया। अपने संगठन कौशल से पार्टी को शून्य से शिखर तक पहुंचने में अमूल्य योगदान देने वाले ऐसे युगपुरुष को कोटिशः नमन। उनके विराट योगदान को देश हमेशा याद रखेगा।
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए लिखा कि अटल जी की जयंती पर मैं उन्हें स्मरण करता हूं। उन्होंने देश को विकास और सुशासन के पथ पर ला दिया। उन्हें मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि।
कविता के जरिए अटल को किया याद
लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला ने उन्हें याद करते हुए एक्स पर अटल बिहारी वाजपेयी की कविता का एक अंश लिखा।
बाधाएं आती हैं आएं
घिरें प्रलय की घोर घटाएं
पांवों के नीचे अंगारे
सिर पर बरसें यदि ज्वालाएं
निज हाथों से हंसते-हंसते
आग लगाकर जलना होगा
कदम मिलाकर चलना होगा
पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की पुण्यतिथि पर सादर नमन। उनकी पुनीत स्मृतियां हमारे लिए प्रेरणा हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी दी अटल बिहारी वाजपेयी श्रद्धांजलि
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर लोक भवन स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ। इस अवसर पर उनके साथ उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और मंत्री स्वतंत्र देव सिंह भी मौजूद रहे।
2014 में भारत रत्न देने का ऐलान
भाजपा की ओर से भी वाजपेयी की जयंती के मौके पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। पार्टी की ओर से इस मौके पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया है। वाजपेयी ने तीन बार प्रधानमंत्री के रूप में देश की कमान संभाली।
देश के प्रति उनके योगदान को याद करते हुए 2014 में उन्हें भारत रत्न देने का ऐलान किया गया था। मार्च 2015 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी प्रोटोकॉल तोड़ते हुए भारत रत्न देने के लिए खुद अटल बिहारी वाजपेई के आवास पर पहुंचे थे।