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किर्गिस्तान के राष्ट्रपति 4 दिन के भारत दौरे पर, पीएम मोदी से की मुलाकात
नई दिल्ली: किर्गिस्तान के राष्ट्रपति अल्माजबेक अत्मबायेव भारत दौरे पर है। वह 18 से 21 दिसंबर तक भारत में रहेंगे। मंगलवार (20 दिसंबर)को उन्होंने हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस बीच दोनों देशों को लेकर चर्चा भी हुई। प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी ने किर्गिस्तान के राष्ट्रपति के भारत आने पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा, 'मैं भारत की पहली राजकीय यात्रा पर आए राष्ट्रपति अल्माजबेक का स्वागत करके खुश हूं।'
आतंकवाद सहित कई मुद्दों पर हुई चर्चा
किर्गिस्तान के लोकतंत्र की नींव को मजबूत करने में राष्ट्रपति अल्माजबेक ने कई ठोस कदम उठाएं हैं।
पीएम मोदी ने बताया कि इस दौरान दोनों देशों के बीच आतंकवाद, उग्रवाद और अन्य और कई मुदों पर चर्चा की।
क्या कहा पीएम मोदी ने
पीएम ने बताया कि हम युवाओं के साथ मिलकर देश में बढ़ रही आतंकवाद पर रोक लगा सकते है। जिसे लेकर दोनों देश के बीच चर्चा हुई। पीएम ने कहा कि दोनों देश द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने किर्गिस्तान के राष्ट्रपति के साथ मिलकर दोनों देशों के रक्षा सहयोग की समीक्षा की। किर्गिज गणराज्य मध्य एशिया में स्थायी शांति और समृद्धि का क्षेत्र बनाने के हमारे साझा लक्ष्य में एक महत्वपूर्ण भागीदार है। ये दोनों देश के आर्थिक संबंधों को मजबूत बनाने का काम करेंगे।
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क्या कहा किर्गिस्तान के राष्ट्रपति ने
किर्गिस्तान के राष्ट्रपति अल्माजबेक अत्मबायेव के मुताबिक मुझे भारत में एक अतिथि के तौर पर आमंत्रित करने के लिए मैं भारत को धन्यवाद करता हूं। पीएम से मुलाकात करने से पहले उन्होंने महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
इसके बाद राष्ट्रपति भवन में किर्ग़िस्तानी के राष्ट्रपति के लिए गार्ड ऑफ़ ऑनर का आयोजन किया गया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने किर्गिस्तान के राष्ट्रपति का स्वागत किया। इसके बाद वह शाम के वक़्त भारत के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी से होटल ताज पैलेस में मुलाक़ात करेंगे। और फिर वह भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुख़र्जी से राष्ट्रपति भवन में मुलाक़ात करेंगे जहां कार्यक्रम होगा।
पीएम भी कर चुके हैं किर्गिस्तान की यात्रा
पीएम नरेंद्र मोदी ने भी किर्गिस्तान की यात्रा के दौरान रक्षा सहयोग और सालाना संयुक्त सैन्य अभ्यास करने का समझौता किया था।
दोनों देशों ने आतंकवाद और मादक पदार्थों की तस्करी पर चिंता भी जताई थी।