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संसदीय कार्यवाही में बाधा से विपक्ष को अधिक नुकसान : प्रणव मुखर्जी

Rishi
Published on: 23 July 2017 4:30 PM GMT
संसदीय कार्यवाही में बाधा से विपक्ष को अधिक नुकसान : प्रणव मुखर्जी
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नई दिल्ली : प्रणव मुखर्जी ने बतौर राष्ट्रपति अपने भाषण में रविवार को कहा कि एक सांसद रहने के दौरान उन्हें इस बात का अहसास हुआ कि संसदीय कार्यवाही में बाधा से सरकार के बजाए विपक्ष का अधिक नुकसान होता है।

अपने अनुभवों को याद करते हुए राष्ट्रपति ने कहा, "उन दिनों संसद के दोनों सदन सामाजिक एवं वित्तीय विधेयकों पर गर्मजोशी से भरे वाद-विवाद से गुलजार रहते थे। मुझे सत्ता पक्ष और विपक्ष में बैठकर घंटों और दिनों दिग्गजों के भाषण सुनने के साथ इस जीवंत संस्थान की आत्मा से जुड़ाव महसूस होता था। मैंने बहस और असहमति के वास्तविक महत्व को समझा था।"

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संसद के केंद्रीय हाल में हुए अपने विदाई समारोह में मुखर्जी ने कहा, "मुझे अहसास हुआ था कि सदन की कार्यवाही में बाधा से विपक्ष को सरकार से अधिक नुकसान होता है क्योंकि इससे जनहित के मुद्दों को उठाने का मौका नहीं मिलता।"

उन्होंने कहा कि उन्होंने पंडित जवाहर लाल नेहरू की इस बात को आत्मसात कर लिया था कि संसदीय लोकतंत्र की व्यवस्था बदलाव और निरंतरता के सिद्धांत को मूर्त रूप देती है।

राष्ट्रपति ने अपने भाषण में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) का जिक्र करते हुए कहा कि इस साल पहली जुलाई को इस कर प्रणाली का अमल में आना भारतीय संघवाद और भारतीय संसद की परिपक्वता की शानदार मिसाल है।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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