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Presidential Election: NDA की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू 25 जून को दाखिल कर सकती हैं नामांकन
Presidential Election 2022: NDA की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू द्वारा आगामी 25 जून को राष्ट्रपति चुनाव 2022 के लिए नामांकन करने के प्रबल आसार व्यक्त जा रहे हैं।
Presidential Election 2022: राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (NDA) की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) द्वारा आगामी 25 जून को राष्ट्रपति चुनाव 2022 के लिए नामांकन करने के प्रबल आसार व्यक्त जा रहे हैं। दरअसल, राष्ट्रपति चुनाव (Presidential Election 2022) के लिए नामांकन की अंतिम तिथि 29 जून और ऐसे में भाजपा (BJP) ने अपने सभी वरिष्ठ नेताओं और पार्टी पदाधिकारियों को 25 जून को विशेषरूप से दिल्ली में मौजूद रहने का निर्देश दिया है। अब ऐसे में इस बात के आसार व्यक्त किए जा रहे हैं कि द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) 25 जून के दिन ही सभी वरिष्ठ भाजपा नेताओं (BJP Leader) की मौजूदगी में अपना नामांकन दाखिल करेंगी।
बीती शाम को जेपी नड्डा ने लगाई द्रौपदी मुर्मू के नाम पर मुहर
आपको बता दें कि बीते दिन देर शाम भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (BJP National President JP Nadda) द्वारा राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए उम्मीदवार के रूप में द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) के नाम पर अंतिम मुहर लगाई गई थी, जिसके बाद से अभीतक खबरों का सिलिसला जारी है। इस मौके पर मीडिया से मुखातिब होकर अपनी खुशी जाहिर करते हुए द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि-"मैं बेहद ही खुश हूं और बतौर आदिवासी महिला मैनें यह कभी भी नहीं सोचा था कि मुझे देश के सबसे बड़े संवैधानिक पद का उम्मीदवार बनाया जाएगा।"
चुनाव जीतने पर पहली आदिवासी राष्ट्रपति होंगी द्रौपदी मुर्मू
29 मई को नामांकन तिथि की समाप्ति के बाद आगामी 18 जुलाई को राष्ट्रपति का चुनाव आयोजित कर 21 जुलाई को मतगणना के बाद नए राष्ट्रपति का आधिकारिक ऐलान कर दिया जाएगा। यदि द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) यह चुनाव जीत जाती हैं तो वह प्रतिभा देवी सिंह पाटिल के बाद देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति और पहली आदिवासी राष्ट्रपति होंगी।
आपको बता दें कि द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ओडिशा के मयूरभंज जिले के आदिवासी समाज से ताल्लुक रखती हैं। साथ ही वह देश की पहली आदिवासी नेता है जिन्हें राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में चयनित किया गया है। इससे पहले द्रौपदी मुर्मू झारखण्ड की पहली महिला राज्यपाल के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुकी हैं।
भाजपा और एनडीए द्वारा आदिवासी समाज से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद से विपक्ष की हालात नाजुक नजर आ रही है। दरअसल, द्रौपदी मुर्मू की बदौलत ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक और झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के पास भाजपा का विरोध करने के लिए वाजिब कारणों की कमी आ गयी है, जिसके चलते विपक्ष को एकजुट करने की रणनीति गड़बड़ाती नज़र आ रही है।