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Presidential Election 2022: यूपी के हाथों में है नए राष्ट्रपति को चुनने की कुंजी, एक विधायक की कीमत है यहाँ सबसे ज्यादा
Presidential Election 2022: देश के 15वें राष्ट्रपति पद के लिए आगामी 18 जुलाई को मतदान होना है। इस चुनाव में सबसे अधिक वोट की कीमत उत्तर प्रदेश की है।
Presidential Election 2022: इन दिनों राष्ट्रपति चुनाव को लेकर देश के सभी लोगों की निगाह इस पर लगी है कि आखिर कौन होगा देश का अगला राष्ट्रपति? हांलाकि वोटो के लिहाज से एनडीए की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) की जीत लगभग तय कही जा रही है। उनके सामने विपक्ष ने कद्दावर नेता यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) को चुनाव मैदान में उतारा है। पर आमजन को इस बात की पूरी जानकारी नहीं है कि आखिर इन चुनावों में कौन मतदान करता है और कैसे हारजीत का आंकड़ा तय होता है। देश के 15वें राष्ट्रपति पद के लिए आगामी 18 जुलाई को मतदान होना है।
इस चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा सदस्य के अलावा विधायक भी मतदान करते हैं। इस बार कुल 4809 मतदाता इसका उपयोग करेंगे। जिसमें राज्य सभा और लोकसभा को मिलाकर कुल 776 वोटर वोट करेगें। जबकि 4033 विधायक होंगे। इन वोटरों के वोट की कीमत उस राज्य की जनसंख्या के अनुपात में होती है।
सबसे अधिक वोट की कीमत उत्तर प्रदेश की
इस चुनाव में सबसे अधिक वोट की कीमत उत्तर प्रदेश की है। उसके एक विधायक की कीमत 208 है जबकि सबसे कम सिक्किम की है जिसका मूल्य केवल 7 है। इस चुनाव में नामित सदस्यों को वोट डालने का अधिकार नहीं होता है। विधायकों के मत की कीमत तय करने के लिए प्रदेश की कुल आबादी को निर्वाचित विधायकों की संख्या से भाग दिया जाता है जो नम्बर आता है उसे फिर 1000 से भाग दिया जाता है। इसमें जो भी वैल्यू आएगी वही उस प्रदेश के विधायक की वोट वैल्यू कहलाती है। एक हजार से भाग देने पर अगर शेष 500 से ज्यादा हो वेटेज में एक और जोड़ दिया जाता है।
सांसदों की वोट वैल्यू का ऐसे होता है मूल्यांकन
इसी तरह सांसदों की वोट वैल्यू के कुल सांसदों की संख्या 776 से कुल निर्वाचित विधायकों की कुल वैल्यू (5,43,231) से भाग दे तो एक सांसद के वोट की वैल्यू निकल आती है। जम्मू कश्मीर में विधानसभा न होने के कारण इस बार यह 708 से घटकर फिलहाल 700 हो गया है। इस हिसाब से 776 सांसदों की कुल वोट वैल्यू 5,43,200 होती है।
राजग की ताकत दिख रही है ज्यादा
फिलहाल राजग यानी एनडीए के पास अभी 13 हजार वोट की कमी है जो उसे बीजू जनता दल से मिल जाएगी। इसके अलावा वाईएसआर के जगनमोहन और बीजद के नवीन पटनायक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिल चुके है। इन दोनो दलों का समर्थन एनडीए केा मिला हुआ है।
ऐसा है राष्ट्रपति चुनाव का कार्यक्रम
देश में राष्ट्रपति चुनाव के लिए शुरू हो चुकी प्रक्रिया के तहत नामांकन की आखिरी तारीख 29 जून है। 30 जून को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी। इसके बाद 2 जुलाई को नामांकन वापस लेने की तिथि है। जबकि 18 जुलाई को मतदान होने के बाद 21 जुलाई को देश को नया राष्ट्रपति मिल जाएगा। मतदान सभी राज्यों के विधानभवनों मेें होगा।