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PM Modi Birthday: पीएम मोदी के जीवन से नंबर आठ का गजब का कनेक्शन, शपथ से लेकर बड़े फैसलों तक सुखद संयोग
PM Modi 74th Birthday: वैसे प्रधानमंत्री मोदी अब सिर्फ भारत के दायरे में सीमित नहीं रह गए हैं बल्कि उन्होंने अपनी छवि वैश्विक नेता की बना ली है। पीएम मोदी के जन्मदिन के मौके पर उनके जीवन से जुड़ा एक दिलचस्प तथ्य जानना जरूरी है।
PM Modi 74th Birthday: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपना 74वां जन्मदिन मना रहे हैं और इस मौके पर देश में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। भाजपा की ओर से आज से 2 अक्टूबर तक सेवा पखवाड़ा की शुरुआत की गई है। इसके साथ ही भाजपा शासित राज्यों में विभिन्न योजनाएं भी शुरू की जा रही हैं। मोदी ने दो बार पूर्ण बहुमत के साथ गैर कांग्रेसी सरकार बनाकर देश की सियासत पर अपनी अलग छाप छोड़ी है। इस साल उन्होंने लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली है। हालांकि इस बार प्रधानमंत्री मोदी ने एनडीए के सहयोगी दलों के समर्थन से सरकार बनाई है।
गुजरात से बाहर निकलकर दिल्ली आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसी धुरी बन चुके हैं कि देश में सारी सियासी गतिविधियां उन्हीं के इर्द-गिर्द घूमती हुई दिखती हैं। विपक्षी दल भी सत्ता की राह में प्रधानमंत्री मोदी को ही सबसे बड़ी रुकावट मानते रहे हैं। वैसे प्रधानमंत्री मोदी अब सिर्फ भारत के दायरे में सीमित नहीं रह गए हैं बल्कि उन्होंने अपनी छवि वैश्विक नेता की बना ली है। पीएम मोदी के जन्मदिन के मौके पर उनके जीवन से जुड़ा एक दिलचस्प तथ्य जानना जरूरी है।
यह जानना दिलचस्प है कि उनके जीवन में अंक 8 का कितना सुखद संयोग रहा है। उनके कई बड़े फैसलों के साथ भी यह अंक जुड़ा हुआ है। उन्होंने पहली बार देश के प्रधानमंत्री पद की शपथ 26 मई,2014 को ली थी और इस तारीख के दोनों अंकों को जोड़ने पर आठ का ही योग आता है। उन्होंने पूरे देश को हिला देने वाले नोटबंदी के फैसले की घोषणा भी 2016 में 8 नवंबर को रात आठ बजे ही की थी। आइए जानते हैं पीएम मोदी से जुड़े अंक 8 के अन्य संयोग।
प्रधानमंत्री मोदी का जन्मदिन
अब यदि प्रधानमंत्री के जीवन से नंबर आठ के कनेक्शन को देखा जाए तो सबसे पहले नजर उनके जन्म की तारीख पर जाती है। प्रधानमंत्री मोदी का जन्म 17 सितंबर,1950 को हुआ था और उनके जन्म की तारीख के दोनों अंको का योग 8 ही है।
देश के प्रधानमंत्री पद की बड़ी जिम्मेदारी संभालने से पहले मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में लंबी पारी खेली। प्रधानमंत्री बनने से पहले चौथी बार गुजरात के मुख्यमंत्री पद की शपथ उन्होंने 26 दिसंबर को ली थी और इसमें भी दोनों अंकों का योग 8 ही होता है।
कैंपेन की शुरुआत और शपथ की तारीख
2014 के लोकसभा चुनाव से पूर्व प्रधानमंत्री मोदी को भाजपा की ओर से पीएम पद का चेहरा घोषित किया गया था। 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी की अगुवाई में भाजपा ने जबर्दस्त कैंपेन चलाया था। मोदी ने 26 मार्च को भाजपा के कैंपेन की विधिवत शुरुआत की थी और इस तारीख के दोनों अंकों को जोड़ा जाए तो वह भी 8 ही होता है।
2014 के लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी को देशवासियों का जबर्दस्त समर्थन हासिल हुआ था। भाजपा यूपीए का 10 वर्षों का राज खत्म करने में कामयाब हुई थी। भाजपा के देश की सत्ता पर काबिज होने के बाद मोदी को भाजपा संसदीय दल का नेता चुना गया था।
भाजपा संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद उन्होंने 26 मई, 2014 को देश के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी। गजब संयोग यह है कि मोदी के शपथ की तारीख के दोनों अंकों का योग भी 8 ही होता है।
8 तारीख को 8 बजे नोटबंदी का ऐलान
प्रधानमंत्री के रूप में मोदी ने कई बड़े फैसले किए और इन फैसलों में नोटबंदी का उल्लेख विशेष रूप से किया जाता है। प्रधानमंत्री के नोटबंदी के फैसले ने पूरे देश को हिला दिया था। नोट बदलने के लिए बैंकों के बाहर कई महीनो तक लंबी-लंबी लाइनें लगी रहीं।
प्रधानमंत्री मोदी ने देश में नोटबंदी का ऐलान 2016 में 8 नवंबर को रात 8:00 बजे किया था। इस फैसले में मोदी ने 500 और 1000 के नोट बंद करने की घोषणा की थी। इस घोषणा के साथ भी नंबर 8 का गजब कनेक्शन जुड़ा हुआ है।
योजनाओं की शुरुआत से नंबर आठ का कनेक्शन
प्रधानमंत्री मोदी ने मुद्रा योजना की शुरुआत 2015 में 8 अप्रैल को की थी। प्रवासी भारतीय दिवस मनाने की शुरुआत 17 सितंबर, 2014 को की गई थी और इसमें भी तारीख के अंकों का योग 8 ही है।
मोदी सरकार के 5 साल के सफल कार्यकाल के बाद जनता ने 17वीं लोकसभा में नरेंद्र मोदी का दोबारा प्रधानमंत्री बनाया। इसका भी योग 1+7= 8 ही है।
प्रधानमंत्री ने डिजिटल इंडिया के ड्रीम प्रोजेक्ट की शुरुआत 2015 में 26 सितंबर को की थी। इस तारीख का योग भी आठ ही बनता है।
वाराणसी सीट से पीएम मोदी का नामांकन
पीएम मोदी ने 2014 का लोकसभा चुनाव वाराणसी संसदीय सीट से जीता था और 2019 में वे एक बार फिर इसी चुनाव क्षेत्र से किस्मत आजमाने के लिए चुनावी अखाड़े में कूदे थे। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी पीएम मोदी को वाराणसी संसदीय सीट से ही कामयाबी मिली थी। 2019 में उन्होंने वाराणसी संसदीय सीट से 26 अप्रैल को नामांकन दाखिल किया था और इस तारीख के दोनों अंकों का योग भी 8 ही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में वाराणसी संसदीय सीट से तीसरी बार जीत हासिल की है। यदि 2024 के अंकों को जोड़ा जाए तो उसका भी योग 8 ही आता है।
बालाकोट एयर स्ट्राइक से भी जुड़ा संयोग
देश में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए प्रधानमंत्री ने बालाकोट में एयर स्ट्राइक का बड़ा फैसला किया था। भारत की ओर से अचानक की गई इस कार्रवाई से पाकिस्तान ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया था।
पाकिस्तान को इस बात की कतई उम्मीद नहीं थी कि भारत की ओर से इतना बड़ा कदम उठाया जा सकता है। भारत की ओर से बालाकोट में एयर स्ट्राइक 26 फरवरी को की गई थी और यदि इस तारीख के दोनों अंकों को जोड़ें तो 8 ही आएगा।
प्रधानमंत्री के रूप में आठ बड़ी योजनाएं
प्रधानमंत्री के बनने के बाद मोदी ने देश की जनता के लिए आठ बड़ी योजनाओं की शुरुआत की। इन आठ योजनाओं का जिक्र प्रधानमंत्री अपने भाषणों में हमेशा किया करते हैं। इन आठ योजनाओं ने प्रधानमंत्री के रूप में मोदी को लोकप्रिय बनाने में भी बड़ी भूमिका निभाई है।
प्रधानमंत्री जिन अपनी जिन आठ बड़ी योजनाओं का जिक्र हमेशा किया करते हैं उनमें जनधन योजना, उज्ज्वला योजना, किसान सम्मान निधि योजना, आयुष्मान भारत योजना, स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना, जल जीवन मिशन और प्रधानमंत्री आवास योजना शामिल हैं।
कुंडली से भी नंबर 8 का गजब कनेक्शन
यदि प्रधानमंत्री की कुंडली को देखा जाए तो उसके साथ भी नंबर 8 का गजब का कनेक्शन जुड़ा हुआ है। प्रधानमंत्री का जन्म वृश्चिक लग्न में हुआ है और इस लग्न को आठ नंबर की लग्न माना जाता है। प्रधानमंत्री मोदी की राशि वृश्चिक है और यदि राशि चक्र को देखा जाए तो वृश्चिक आठवें नंबर पर आने वाली राशि है।
मोदी का जन्म लग्नेश भी आठ नंबर की राशि में है। इस तरह यदि हम उनके पूरे जीवन को देखें तो आठ नंबर का उनके जीवन के साथ गजब का कनेक्शन जुड़ा हुआ है। इन सभी तथ्यों से स्पष्ट होता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन में नंबर आठ का अहम रोल है। इस अजीब संयोग को समझना काफी मुश्किल है।