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Mann Ki Baat: मन की बात में पीएम मोदी की अपील, मां के नाम लगाएं पेड़

Mann Ki Baat: तीसरी बार प्रधानमंत्री की शपथ लेने के बाद पीएम मोदी ने आज पहली बार "मन की बात" कार्यक्रम को संबोधित किया। पीएम ने "एक पेड़ मां के नाम" कैंपेन की शुरुआत की है।

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Newstrack Network
Published on: 30 Jun 2024 7:57 AM IST (Updated on: 30 Jun 2024 12:35 PM IST)
India News
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Mann Ki Baat (Pic: Social Media)

Mann Ki Baat: लोकसभा चुनाव में एनडीए की जीत और तीसरी बार पीएम पद की शपथ लेने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पहली बार "मन की बात" कार्यक्रम के माध्यम से जनता को संबोधित किया। मन की बात का यह 111वां एपिसोड था। 11 अलग-अलग भाषाओं में प्रसारित हुए इस कार्यक्रम की शुरुआत पीएम मोदी ने मतदाताओं को धन्यवाद देते हुए किया। साथ ही उन्होंने चुनाव आयोग को भी धन्यवाद दिया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में देश के तमाम मुद्दों पर अपनी बात रखी। हाल ही में हुए योग दिवस के बारे में भी बताया। लोकल आइटम्स को बढ़ावा देने के लिए पीएम ने केरल में बनाए जाने वाले छाते और आंध्र प्रदेश के अराकू कॉफी का जिक्र किया। पर्यावरण दिवस को देखते हुए पीएम ने एक पेड़ मां के नाम कैंपेन की शुरुआत भी की है। उन्होंने लोगों से मां के नाम एक पेड़ लगाने की अपील की है।

योग दिवस का किया जिक्र

पीएम मोदी ने योग दिवस के बारे में भी बात कही। उन्होंने कहा कि साथियों, इस महीने पूरी दुनिया ने 10वां योग दिवस बड़े उत्साह और उमंग से मनाया। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में आयोजित योग कार्यक्रम में मैंने भी हिस्सा लिया। विश्व के तमाम हिस्सों में लोगों ने योग किया। योग दिवस में शामिल होने वालों का धन्यवाद।

अराकू कॉफी प्रयोग करने की अपील

मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने आंध्र प्रदेश में होने वाली अराकू कॉफी के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि “दोस्तों, भारत के बहुत सारे उत्पाद हैं जिनकी दुनिया भर में बहुत मांग है और जब हम भारत के किसी स्थानीय उत्पाद को वैश्विक होते देखते हैं, तो गर्व महसूस होना स्वाभाविक है। ऐसा ही एक उत्पाद है अराकू कॉफ़ी"। इसके साथ ही पीएम मोदी ने इस कॉफी को पीने का संस्मरण साझा करते हुए बताया कि उन्हें ये कॉफी चंद्र बाबू नायडू ने पिलाई थी। साथ ही उन्होंने लोगों से इसका उपयोग करने की अपील की।

देश की संस्कृति को मिल रहा सम्मान

पीएम मोदी ने कहा कि तुर्कमेनिस्तान में हाल ही में एक कार्यक्रम के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति ने 24 कवियों की प्रतिमाओं का अनावरण किया। इसमें एक प्रतिमा गुरुदेव रबिंद्रनाथ टैगोर की भी है। यह हमारे देश का सम्मान है। यह दर्शाता है कि हमारी संस्कृति आज दुनियाभर में प्रसिद्धि पा रही है और इस बात से किस भारतीय को खुशी नहीं मिलेगी। निसंदेह हम सभी गौरवान्वित हैं।

भारतीय ओलंपिक दल को दी शुभकामनाएं

पीएम नरेंद्र मोदी ने आगामी ओलंपिक की भी बात की। उन्होंने ओलंपिक खेलने वाले भारतीय दल को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि मैं जल्द ही भारतीय दल से मिलने वाला हूं। आप भी अपने-अपने तरीके से भारतीय टीम को शुभकामना संदेश भेजें। आपकी उम्मीदें रंग लाएंगी और हम खेल में भी लगातार आगे बढ़ेंगे।

केरल के छाते का किया जिक्र

पीएम मोदी ने केरल के अट्टापड़ी में कार्थोंबी बनाए जाने वाले छाते का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि आज मॉनसून तेजी से रंग बदल रहा है। आज इस मौसम में हमारे लिए छाते की खोज शुरू हो गई है। आज मैं आपको छातों के बारे में बताना चाहता हूं। केरल के अट्टापड़ी में कार्थोंबी छाते तैयार किए जाते हैं। ये रंग-बिरंगे छाते बेहद आकर्षक होते हैं। इसकी एक और खासियत है कि इन्हें महिलाएं तैयार करती हैं और इनकी काफी डिमांड बढ़ गई है। ये ऑनलाइन भी खूब बिक रहे हैं।

मां के नाम पेड़ लगाने की अपील

पीएम मोदी ने लोगों से मां के नाम पेड़ लगाने की अपील की है। पीएम ने कहा धरती भी हमारी मां है। पीएम मोदी ने कहा कि हम अपनी मां के कर्ज को कभी चुका नहीं सकते। मां हर किसी के जीवन में अहम होती है। इसलिए हम इस बार पर्यावरण दिवस पर एक नई शुरुआत करे। अपनी मां के नाम पेड़ लगाएं और तस्वीरें मुझे भेजें। मैं अपने देशवासियों से अपील करता हूं कि पर्यावरण दिवस के लिए हर देशवासी अपनी मां के नाम पेड़ लगाकर धरती मां की रक्षा करे।

30 जून का बताया महत्व

पीएम मोदी ने कहा कि आज 30 जून का दिवस आदिवासी समुदाय के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ आवाज उठाई थी। यह 1857 की क्रांति से पहले हुई थी। हमारे आदिवासी समुदाय के लोगों के खिलाफ अंग्रेजों ने तमाम प्रतिबंध लगा दिए थे। इस लड़ाई में झारखंड के वीर सपूतों ने अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।

चुनाव आयोग का किया धन्यवाद

पीएम मोदी ने देशवासियों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि मैं देशवासियों को धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने हमारे संविधान और देश की लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं पर अपना अटूट विश्वास दोहराया है। साथ ही कहा कि 2024 का चुनाव, दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव था। दुनिया के किसी भी देश में इतना बड़ा चुनाव कभी नहीं हुआ, जिसमें, 65 करोड़ लोगों ने वोट डाले हैं। मैं चुनाव आयोग और मतदान की प्रक्रिया से जुड़े हर व्यक्ति को इसके लिए बधाई देता हूं।



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Sidheshwar Nath Pandey

Sidheshwar Nath Pandey

Content Writer

मेरा नाम सिद्धेश्वर नाथ पांडे है। मैंने इलाहाबाद विश्विद्यालय से मीडिया स्टडीज से स्नातक की पढ़ाई की है। फ्रीलांस राइटिंग में करीब एक साल के अनुभव के साथ अभी मैं NewsTrack में हिंदी कंटेंट राइटर के रूप में काम करता हूं। पत्रकारिता के अलावा किताबें पढ़ना और घूमना मेरी हॉबी हैं।

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