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Priyanka Gandhi In Lok Sabha: सब नेहरू की जिम्मेदारी तो फिर आपकी क्या, लोकसभा में प्रियंका के तीखे तेवर, आरक्षण व्यवस्था को कमजोर बनाने का बड़ा आरोप
Priyanka Gandhi In Lok Sabha: लोकसभा में आज संविधान पर चर्चा के दौरान प्रियंका गांधी ने कहा "अरे वर्तमान की बातों की चर्चा कीजिए। देश को बताइए कि आप क्या कर रहे हैं। आपकी जिम्मेदारी क्या है? क्या सारी जिम्मेदारी जवाहरलाल नेहरू की है?"
Priyanka Gandhi In Lok Sabha: लोकसभा में आज संविधान पर चर्चा के दौरान प्रियंका गांधी ने अपना पहला भाषण देते हुए मोदी सरकार को जमकर घेरा। उन्होंने सत्ता पक्ष के लोगों की ओर से अतीत की बातें किए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि ये लोग हमेशा यही बात किया करते हैं कि नेहरू जी ने क्या किया? अरे वर्तमान की बातों की चर्चा कीजिए। देश को बताइए कि आप क्या कर रहे हैं। आपकी जिम्मेदारी क्या है? क्या सारी जिम्मेदारी जवाहरलाल नेहरू की है?
प्रियंका गांधी ने संभल हिंसा और उन्नाव रेप कांड का जिक्र करते हुए भी सत्ता पक्ष को घेरने का प्रयास किया। उन्होंने लेटरल एंट्री और निजीकरण के जरिए आरक्षण व्यवस्था को कमजोर बनाने का बड़ा आरोप भी लगाया। उन्होंने बैलट पेपर से देश में चुनाव कराने की चुनौती देते हुए कहा कि तब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
देश में बैलेट पेपर से चुनाव क्यों नहीं करा लेते
वायनाड से सांसद प्रियंका ने कहा कि देश को आजाद करने की लड़ाई में समाज के हर वर्ग ने हिस्सा लिया था। सभी ने आजादी की लड़ाई लड़ी और उसमें एक आवाज भी उभरकर आई, जो देश की आवाज बनी और वो आवाज ही हमारा संविधान है। उन्होंने कहा कि देश के संविधान को सिर्फ एक दस्तावेज नहीं माना जाना चाहिए। देश के संविधान के लिए बाबा साहब अंबेडकर, मौलाना आजाद और जवाहरलाल नेहरू समेत कई बड़े नेताओं ने पूरी मेहनत के साथ कई साल काम किया और उनकी मेहनत का नतीजा ही आज संविधान के रूप में हम सभी के सामने है।
उन्होंने पंडित जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी की सरकारों का बचाव किया। उन्होंने इंदिरा गांधी की ओर से आपातकाल लगाने की गलती को भी स्वीकार किया। प्रियंका ने कहा कि यहां 1975 की बातें की जाती हैं तो मैं कहती हूं कि आप भी सीख लीजिए ना। आप बैलट पेपर से देश में चुनाव क्यों नहीं करा लेते। सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
इनकी वाशिंग मशीन में धुल जाते हैं सब दाग
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की ओर से यूपी में सरकारों के उलटफेर के जिक्र का जवाब देते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र और हिमाचल प्रदेश में सरकारों के साथ क्या किया गया, देश की जनता सब जानती है। देश के लोग इस बात को लेकर हंसते हैं कि उनके यहां तो वाशिंग मशीन है। इधर के लोगों में दाग ही दाग है और उधर स्वच्छता। यहां से जो भी उधर जाता है, वह पूरी तरह धुल जाता है।
कांग्रेस सांसद ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार की ओर से संविधान बदलने की कोशिश की गई। संविधान बदलने का काम फिर शुरू कर दिया गया है। संविधान के तहत जो सुरक्षा कवच आम आदमी को मिला हुआ था,सत्ता पक्ष के लोगों ने उसे तोड़ना शुरू कर दिया है।
लेटरल एंट्री और निजीकरण के जरिए आरक्षण की व्यवस्था को कमजोर करने का प्रयास किया जा रहा है। यदि लोकसभा के नतीजे ऐसे नहीं आए होते तो अभी तक संविधान को बदलने का काम शुरू कर दिया गया होता। हारते-हारते जीतने के बाद इनका सुर बदल गया है मगर चुनाव नतीजे ने यह भी साफ कर दिया है कि संविधान में किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ जनता को मंजूर नहीं है।
उन्नाव रेप और संभल हिंसा का भी जिक्र
उन्नाव रेप कांड का जिक्र करते हुए प्रियंका ने कहा कि 20 साल की लड़की अपनी लड़ाई लड़ रही थी, लेकिन उसे जलाकर मार डाला गया। उन्होंने कहा कि बेटी को पिता ने रोका भी था, लेकिन उसने कहा कि मैं अपनी लड़ाई लड़ूंगी। प्रियंका ने कहा कि लड़की को यह ताकत संविधान ने ही दी है।
प्रियंका गांधी ने संभल हिंसा का मुद्दा उठाते हुए पुलिस फायरिंग में लोगों के मारे जाने का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि एक 17 साल के बच्चे अदनान ने मुझे बताया कि पुलिस फायरिंग में उसके पिता की जान चली गई। अदनान का कहना है कि उसके पिता उसे डॉक्टर बनना चाहते थे और अब मैं बड़ा होकर डॉक्टर बनकर दिखाऊंगा। इस बच्चे को सपना देखने की ताकत भी हमारे संविधान ने ही दी है।
पंडित नेहरू की भूमिका भुलाई नहीं जा सकती
कांग्रेस नेता ने कहा कि देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का नाम लेने में कभी-कभी आप हिचकते हैं और कभी-कभी धड़ाधड़ उनका नाम लिया जाता है। उन्होंने देश को दर्जनों पीएसयू दिए। पंडित नेहरू का नाम किताबों और भाषणों से तो मिटाया जा सकता है मगर आजादी और देश निर्माण के लिए उनकी भूमिका कभी भुलाई नहीं जा सकती।
उन्होंने मौजूदा सरकार पर आर्थिक न्याय का सुरक्षा कवच तोड़ने का बड़ा आरोप भी लगाया। प्रियंका ने कहा कि कृषि कानून भी उद्योगपतियों के लिए बनाया जा रहा है और इसी का नतीजा है कि आज हमारे किसान भगवान भरोसे हैं। प्रियंका ने कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजे से मौजूदा सरकार को इस बात का एहसास हुआ कि संविधान बदलने की बात इस देश में नहीं चलेगी। जानकारों का मानना है कि अपने पहले भाषण के दौरान ही प्रियंका ने अपने तीखे तेवर दिखा दिए हैं।