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Prophet Muhammad: भारत ने पकड़ा ईरान का झूठ, जानें डोभाल से मीटिंग के बाद क्यों बयान किया डिलीट?
Prophet Muhammad: भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा, मेरे हिसाब से इस मुलाकात में पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी का मुद्दा नहीं उठाया गया।
पैगंबर मोहम्मद (Prophet Muhammad) पर बीते दिनों भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं द्वारा विवादित बयान से कई इस्लामिक देश खफा थे। ईरान, कुवैत, कतर सहित अन्य देशों ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी थी। इन देशों ने भारतीय राजदूतों (Indian Ambassadors) को तलब कर उनके सामने अपनी नाराजगी जाहिर की। कई देशों में तो भारतीय उत्पादों के बहिष्कार की मांग भी उठी। इन सब हंगामे और विवादों के बीच ईरान के विदेश मंत्री हुसैन आमिर अब्दुल्ला (Iran Foreign Minister Hussein Amir Abdullah) कल यानी बुधवार को भारतीय दौरे पर आए।
ईरान के विदेश मंत्री हुसैन आमिर अब्दुल्ला ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (National Security Advisor Ajit Doval) से मुलाकात की। दोनों के बीच बातचीत हुई। जिसमें पैगंबर मोहम्मद से जुड़े विवादित टिप्पणी का मुद्दा भी उठाया गया। जिसके बाद एक बदलाव दिखा। गुरुवार को ईरान के विदेश मंत्रालय (Iran's Foreign Ministry) ने इस बातचीत से संबंधित जारी बयान से पैगंबर मोहम्मद विवाद (Prophet Muhammad Controversy) से जुड़े कई हिस्से को वेबसाइट से हटा दिया।
Trade-Connectivity-Terrorism रहा मुख्य एजेंडा
बता दें कि, ईरान के विदेश मंत्री आमिर अब्दुल्ला 9 जून को तीन दिवसीय भारत दौरे पर आए थे। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi), भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर (S. Jaishankar) और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (Ajit Doval) से मुलाकात की। मुलाकातों के केंद्र में कई मुद्दे रहे। मगर, मुख्य एजेंडा व्यापार (Trade), कनेक्टिविटी (Connectivity) और आतंकवाद (Terrorism) रहा। हालांकि, भारत और ईरान के बीच व्यापारिक रिश्ते मिलाजुला कर अच्छे ही रहे हैं।
ईरान ने डोभाल से वार्ता पर जारी किया बयान
ईरान के विदेश मंत्रालय ने वहां के विदेश मंत्री आमिर अब्दुल्ला और भारतीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के बीच बातचीत को लेकर बुधवार को एक बयान जारी किया गया। जिसमें भारत में कुछ नेताओं द्वारा पैगंबर मोहम्मद साहब पर विवादित बोल से उपजे विवाद और खराब माहौल का जिक्र किया गया था। जारी बयान में ये भी कहा गया था, कि अजीत डोभाल ने ईरान के विदेश मंत्री को बातचीत के दौरान बताया कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की गई।
भारतीय विदेश मंत्रालय का जवाब
इसके बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी जवाब दिया। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Arindam Bagchi) से प्रेस ब्रीफिंग के दौरान इस जुड़े सवाल पूछे गए। हालांकि, उन्होंने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। बागची ने कहा, 'जहां तक मुझे पता है कि बयान के जिस हिस्से की आप बात कर रहे हैं, उसे हटाया जा चुका है।'
डोभाल के जवाब का थोड़ा ही जिक्र
गौरतलब है कि, ईरान के विदेश मंत्रालय की वेबसाइट (Website of the Ministry of Foreign Affairs of Iran) पर संशोधित बयान में पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी से संबंधित अजीत डोभाल के जवाब का थोड़ा मामूली जिक्र है। जबकि, इससे पहले वाले बयान में इस मुद्दे पर विस्तार से कई बातें लिखी हुई थीं।
क्या था जिसे हटाया गया?
दरअसल, ईरान के विदेश मंत्री ने अपने ट्वीट में भी इस बात का ज़िक्र किया था कि उन्होंने भारतीय नेतृत्व के सामने पैगंबर मोहम्मद से जुड़े मुद्दे को उठाया। अपने ट्वीट में आमिर अब्दुल्ला ने लिखा था, कि भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस. जयशंकर सहित अन्य भारतीय अधिकारियों से मुलाकात कर खुशी हुई। द्विपक्षीय रणनीतिक वार्ता को आगे बढ़ाने पर भी बातचीत हुई। उन्होंने लिखा, ईरान और भारत को सभी धर्मों व इस्लामिक प्रतीकों के सम्मान करने की जरूरत है। हमें लोगों को बांटने वाले बयानों से बचने की जरूरत है और इसे लेकर हम पूरी तरह से सहमत हैं।
बागची के बयान कुछ और
वहीं, भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा, कि 'ईरान के विदेश मंत्री और एस. जयशंकर की मुलाकात में इस मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई थी। उन्होंने आगे बताया, मेरे हिसाब से इस मुलाकात में पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी का मुद्दा नहीं उठाया गया।'