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Moose wala Murder Case: मूसेवाला हत्याकांड का सामने आया राजस्थान कनेक्शन, गाड़ी-पैसे और हथियार वहीं से थी आई

Moose wala Murder Case: पंजाब पुलिस की जांच में पता चला है कि मूसेवाला को मौत के घाट उतारने के लिए शूटरों को हथियार, पैसे और गाड़ी राजस्थान से मुहैया कराए गए थे।

Krishna Chaudhary
Published on: 18 Sep 2022 1:49 PM GMT
Sidhu Moose Wala Murder Case
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Sidhu Moose Wala Murder Case। (Social Media)

Moose wala Murder Case: चर्चित पंजाबी गायक सिद्धू मूसे वाला के मर्डर (Moosewala Murder Case) हुए तीन माह से अधिक का समय गुजर चुका है, लेकिन अब तक हत्याकांड में शामिल सभी शूटरों को पुलिस दबोच नहीं पाई है। पंजाब पुलिस की जांच में लगातार नए - नए खुलासे हो रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पंजाब पुलिस (Punjab Police) की जांच में पता चला है कि मूसेवाला को मौत के घाट उतारने के लिए शूटरों को हथियार, पैसे और गाड़ी राजस्थान से मुहैया कराए गए थे। मानसा पुलिस की टीमें इसकी जांच के लिए राजस्थान गई हुई है। हालांकि, पंजाब पुलिस ने आधिकारिक तौर पर इस पर कुछ नहीं कहा है।

इस बात का खुलासा शूटर दीपक मुंडी (Shooter Deepak Mundi) से पूछताछ के दौरान हुआ। मंडी को पिछले दिनों पश्चिम बंगाल – नेपाल सीमा (West Bengal – Nepal border) से गिरफ्तार किया गया था। वो सीमा क्रॉस करने के फिराक में था, मगर इससे पहले ही वह पकड़ा गया। दीपक मंडी के अलावा पुलिस ने कपिल पंडित और राजेंद्र जोकर को भी अरेस्ट किया था। दीपक मुंडी ने पूछताछ में पंजाब पुलिस को बताया कि गैंगस्टरों को आर्थिक मदद राजस्थान के साथ – साथ पश्चिम बंगाल से भी मिली थी।

राजस्थान के इस इलाके से है मर्डर का कनेक्शन

पंजाब पुलिस (Punjab Police) के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, मूसेवाला मर्डर (Moosewala Murder Case) की पूरी प्लानिंग सीकर जिले में की गई थी। सीकर राजस्थान के शेखावटी इलाके में पड़ता है। हत्याकांड में शामिल 6 बदमाशों में से 5 पंजाब और 1 सीकर का था। हत्याकांड को अंजाम देने के लिए यूज की गई बोलेरो भी सीकर से ही भेजी गई थी। बता दें कि इस हत्याकांड को अंजाम देने वाला लॉरेंस बिश्नोई गैंग का राजस्थान के कई जिलों में विशाल नेटवर्क है। उसके नेटवर्क में इन जिलों के तमाम छोटे – बड़े बदमाश शामिल हैं।

राजस्थान से हरियाणा आई थी बोलेरो

मूसेवाला को मारने के लिए शूटर जिस सफेद रंग की बोलेरो से आए थे, वो पड़ताल में राजस्थान की निकली। पंजाब पुलिस के सूत्रों के अनुसार, गाड़ी फरवरी में ही हरियाणा के फतेहाबाद आ गई थी। इसे हिस्ट्रशीटर अरशद खान ने भिजवाया था। इसी गाड़ी में शार्प शूटर प्रियवर्त फौजी, दीपक मुंडी, अंकित सेरसा और कशिश सवार थे। सभी शूटर 25 मई को इस गाड़ी से पंजाब के लिए रवाना हुए थे और बीसला में गाड़ी में तेल डलवाते हुए एक पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए थे। हत्याकांड के बाद से फौजी और सेरसा फरार हैं। उन्हें अरेस्ट के लिए पंजाब पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। वहीं हिस्ट्रशीटर अरशद खान को दो माह पहले पंजाब पुलिस राजस्थान की चुरू जेल से चंडीगढ़ लाई थी।

Deepak Kumar

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