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NEET Case: NTA की साख पर पहले भी उठ चुके सवाल, NEET ही नहीं JEE-CUET में भी रहा खराब रिकॉर्ड

NEET Case: NEET पर बवाल पहली बार नहीं है, साल दर साल देश की बड़ी परीक्षाओं में गड़बड़ी और पेपर लीक के आरोप एनटीए पर लगते रहे हैं।

Ashish Kumar Pandey
Published on: 16 Jun 2024 5:37 PM IST (Updated on: 16 Jun 2024 6:08 PM IST)
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NEET Case: देखिए समय का खेल भी क्या निराला है, छात्रों को जो समय अपने करियर को संवारने की तैयारी में लगाना चाहिए आज वो उस समय में परीक्षा में अनियमितताओं को शिकार हो रहे हैं। वहीं छात्रों और उनके पेरेंट्स के परेशानियों का अंदाजा भी लगा पाना भी काफी मुश्किल है क्यों कि सवाल भी तो लगभग 24 लाख स्टूडेंट्स का है। जिनमें से बड़ी संख्या उन स्टूडेंट्स की है जो आने वाले समय में देश के बड़े हॉस्पिटल में एक कुशल डाक्टर बन मरीजों का इलाज करेंगे।

जरा सोचिए अगर नीट पेपर लीक या गड़बड़ी की वजह से अयोग्य स्टूडेंट्स डॉक्टर बन जाते हैं तो उसका क्या-क्या और कितने बड़े पैमाने पर नुकसान होगा? इसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता है। पहली बार देखा जा रहा है कि अंडरग्रेजुएट मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम यानी NEET की परीक्षा में 67 टॉपर्स घोषित करके नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने अपनी ही साख पर सवाल खड़े कर लिए हैं। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब एनटीए सवालों के घेरे में है।

1 मार्च 2018 को अस्तिव में आया NTA

2017 में, मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) ने उच्च शिक्षा में प्रवेश परीक्षाओं के लिए एक एकल, स्वतंत्र, स्वायत्त निकाय स्थापित करने की घोषणा की। उसके बाद 1 मार्च 2018 को, राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) को औपचारिक रूप से स्थापित किया गया। इस एजेंसी का उद्देश्य विभिन्न विश्वविद्यालयों और संस्थानों में स्नातक और स्नातकोत्तर कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय स्तर की पात्रता परीक्षाएं (NEET, JEE Mains, JEE Advanced आदि) आयोजित करना है। साथ ही परीक्षा प्रक्रिया को पारदर्शी, कुशल और निष्पक्ष बनाना भी एनटीए की जिम्मेदारी है।

NTA ने JEE Mains, JEE Advanced, NEET, NET, JNUEE, CMAT आदि सहित कई महत्वपूर्ण प्रवेश परीक्षाओं को सफलतापूर्वक आयोजित किया है। एजेंसी ने ऑनलाइन आवेदन, परीक्षा आयोजन और परिणाम घोषणा प्रक्रिया में सुधार के लिए कई पहल भी किए हैं। NTA ने विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता वाले विशेषज्ञों की एक टीम बनाई है, लेकिन इस बात को भी झुठलाया नहीं जा सकता कि परीक्षाओं में अनियमितताओं को लेकर एनटीए पर कई बार सवाल भी उठ चुके हैं।


पिछले कुछ वर्षों में, एनटीए (राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी) द्वारा आयोजित विभिन्न परीक्षाओं में अनियमितताओं और गड़बड़ियों की कई रिपोर्टें सामने आई हैं। इनमें से कुछ प्रमुख घटनाएं इस तरह हैं।- श्रम्म् डंपदे 2019 जॉइंट एंट्रेंस एंट्रेंस एग्जाम (श्रम्म् डंपदे) परीक्षा के दौरान सर्वर में खराबी के कारण कई छात्रों को परीक्षा देने में परेशानी का सामना करना पड़ा था। इसके अलावा कुछ परीक्षा केंद्रों पर प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिकाओं के वितरण में देरी हुई।

JEE Mains 2020

कोविड-19 महामारी के कारण अंडरग्रेजुएट मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम यानी नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET UG) को कई बार स्थगित किया गया था। कुछ छात्रों ने आरोप लगाया कि उन्हें परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने में काफी कठिनाइयों का समाना करना पड़ा। इसके अलावा 2020 की एक घटना भी शामिल है, जिसमें असम के एक जेईई अभ्यर्थी ने कथित तौर पर अपनी परीक्षा लिखने के लिए एक अन्य अभ्यर्थी को भेजा था, अगले महीने पुलिस ने उस अभ्यर्थी को गिरफ्तार कर लिया, जिसने राज्य में सबसे अधिक अंक हासिल किए थे और उसके पिता और टेस्टिंग फेकल्टी के कर्मचारी को भी गिरफ्तार किया था।

NEET 2020

इसी साल मध्य प्रदेश में एक NEET छात्रा ने परीक्षा में 6 अंक प्राप्त करने के बाद आत्महत्या कर ली थी। उसके माता-पिता ने बाद में उसकी ऑप्टिकल मार्क रिकग्निशन शीट या ओएमआर शीट की जांच कराई। जब छात्रा के माता-पिता ने उसकी ओएमआर शीट की तुलना उत्तर कुंजी से की, तो उन्होंने पाया कि छात्रा को वास्तव में 590 अंक दिए जाने चाहिए थे।


NEET 2021

फिर से JEE Mains एग्जाम में कुछ छात्रों को गलत प्रश्न पत्र दिए गए थे। यही नहीं कई केंद्रों पर परीक्षा में अनुचित साधनों के उपयोग की शिकायतें भी मिलीं। इसके साथ ही नीट यूजी 2021 में भी पूछे गए फिजिक्स के एक प्रश्न को लेकर भी विवाद हुआ था, जिसे लेकर छात्रों के प्रतिनिधियों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। इस प्रश्न में हिंदी और अंग्रेजी अनुवाद में अंतर था।


NEET 2021

इस साल भी नीट पेपर लीक का मामला सामने आया था। राजस्थान के भांकरोटा के परीक्षा केंद्र से सॉल्वर गैंग ने सेंटर के स्टाफ से सांठगांठ करके परीक्षा के दौरान ही मोबाइल के कैमरे से पेपर का फोटो खींचकर सीकर भेजा। फिर सीकर पेपर सॉल्व कराकर आंसर-की वापस भेजे और छात्रा को नकल कराने की कोशिश की। तब पुलिस की टीमों ने एक साथ 4 जगह छापा मारा और एक छात्रा समेत 8 लोगों को गिरफ्तार किया था। इसी तरह अजमेर पुलिस ने भी 6 नीट एस्पिरेंट्स को गिरफ्तार किया था। जहां पेपर सॉल्व कराने के लिए 25-25 लाख रुपये के लेन-देन की बात सामने आई थी।

CUET 2022

विभिन्न केंद्रीय, राज्य, निजी और डीम्ड विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आयोजित कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट में भी गड़बड़ियां देखने को मिलीं। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि कानपुर के एक केंद्र पर हिंदी माध्यम के छात्रों को अंग्रेजी के प्रश्नपत्र बांट दिए गए थे। राजस्थान के सवाई माधोपुर के एक केंद्र पर भी यही समस्या आई। दोनों ही मामलों में एजेंसी को प्रभावित छात्रों के लिए दोबारा परीक्षा आयोजित करानी पड़ी। 17 जुलाई 2022 को आयोजित हुई नीट की परीक्षा में भी कई सेंटर पर गड़बड़ी हुई थी। इस दौरान दूसरे माध्यम के प्रश्न पत्र स्टूडेंट्स को दे दिए गए थे। इस गड़बड़ी के चलते स्टूडेंट्स को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।


NEET 2024

इस साल भी, कुछ राज्यों में NEET देने वाले उम्मीदवारों ने यह भी शिकायत की कि उन्हें गलत माध्यम भाषा के प्रश्नपत्र दिए गए थे। बाद में NTA लॉस ऑफ टाइम के कंपनसेशन में छात्रों को मनमाने तरीके से ग्रेस मार्क्स दिए, जिसकी वजह से इतिहास में पहली बार 67 नीट छात्रों के 720 में से 720 अंक मिले। इसी वजह से नीट में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। अब बिहार के पटना और नालंदा व गुजरात के गोधरा में नीट पेपर लीक के संकेत मिली हैं।


बिहार में पकड़े गए पेपर लीक आरोपियों ने एसआईटी के सामने अपने इकबालिया बयानों में कहा कि उम्मीदवारों ने नीट पेपर लीक के बदले में 30 लाख रुपये से अधिक की भारी कीमत दी थी। शनिवार को, ईओयू एजेंसी ने नौ उम्मीदवारों को नोटिस जारी कर उन्हें ’सॉल्वर गैंग’ से उनके जुड़ाव के बारे में पूछताछ के लिए सबूतों के साथ पटना कार्यालय में आने को कहा। सभी उम्मीदवार बिहार के अलग-अलग जिलों से हैं और उन्हें सोमवार और मंगलवार को आने को कहा गया है।

अभी तक ताजा घटनाक्रम पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने अभी तक ताजा घटनाक्रम पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। NTA को अपनी परीक्षाओं में अनियमितताओं और गड़बड़ियों को रोकने के लिए और अधिक सख्त कदम उठाने होंगे। साथ ही छात्रों को यह विश्वास दिलाना महत्वपूर्ण है कि परीक्षाएं निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से आयोजित की जा रही हैं। नहीं तो जिस तरह के आरोपी परीक्षा में लग रहे हैं उससे तो आने वाले दिनों में छात्रों का इन परीक्षाओं पर से पूरी तरह से विश्वास ही उठ जाएगा। 2024 के NEET की परीक्षा के परिणाम को लेकर जिस तरह के सवाल उठ रहे हैं। उससे तो यही लगता है कि गड़बड़ी तो जरूर हुई है। अब इस गड़बड़ी को क्या एनटीए जिम्मेदार सुधारेंगे या फिर से एनईईटी की परीक्षा आयोजित कराई जाएगी।

Shalini Rai

Shalini Rai

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