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बेपटरी ट्रेनें कम नहीं होने दे रही, रेल मंत्री सुरेश प्रभु की मुश्किलें

Rishi
Published on: 29 Aug 2017 3:53 PM GMT
बेपटरी ट्रेनें कम नहीं होने दे रही, रेल मंत्री सुरेश प्रभु की मुश्किलें
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लखनऊ। रेलमंत्री सुरेश प्रभु की ट्रेनों का बेपटरी होना बंद नहीं हो रहा है। ताजा मामला आज (मंगलवार) को महाराष्ट्र में हुआ है। कल्याण के पास नागपुर-मुंबई दूरंतो एक्सप्रेस के 6 डिब्बे पटरी से उतर गए हैं। हालांकि इस हादसे में अभी तक किसी यात्री की मौत नहीं हुई है। लेकिन यह भी एक बड़ा मामला है।

आपको बता दें कि 10 दिन में यह तीसरा मामला है, जब ट्रेन पटरी से उतरी है। अभी दो हादसों की मानवीय जिम्मेदारी को लेकर रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने पीएम नरेंद्र मोदी का अपना इस्तीफा दिया है लेकिन पीएम ने उनको इंतजार करने को बोला है। लेकिन इस तीसरी घटना के होने से रेल मंत्री की मुश्किलें बढ़ने की संभावना हो रही है।

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हाल की दो घटनाएं जिस पर प्रभु की मुश्किलें बढ़ी हैं

पहला हादसा-यूपी के मुजफ्फरनगर जिले में कलिंग उत्कल एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतरने के कारण 23 यात्रियों की मौतें हो गई। कई घायल हुए हैं। यह हादसा रेलवे कर्मचारियों की लापरवाही के चलते हुआ था।

दूसरा मामला- आजमगढ़ से दिल्ली जा रही कैफियत एक्सप्रेस ट्रेन के इंजन सहित 8 डिब्बे पटरी से उतर गए। यह हादसा रात दो बजकर 40 मिनट पर हुआ था। इस हादसे में भी मानवीय चूक के चलते यात्रियों को नुकसान हुआ है। जानकारी के मुताबिक, ट्रेन के डंफर से टकराने के कारण हादसा हुआ है।

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संसद में दिया आंकड़ा

2014-15 के 135 रेल हादसों में से 60 स्टाफ की लापरवाही से हुए

2015-16 में हुए 107 हादसों में से 55 हादसे नाकामी के चलते घटे

2016-17 (30 नवंबर 2016 तक) में 85 हादसों में से 56 दुर्घटनाएं लापारवाही के चलते हुईं हैं

हादसों पर रेलवे के तीन साल का आंकड़ा

साल 2014-15 में 135 हादसे

वर्ष 2015-16 में 107 रेल हादसे

2016-17 में नवंबर 2016 तक 85 रेल हादसे

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Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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