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Rahul Gandhi in Cambridge: विदेशी मंच से राहुल का भारत पर वार, कैम्ब्रिज में कहा- 'लद्दाख में यूक्रेन जैसे हालात'
Rahul Gandhi in Cambridge: राहुल गांधी ने कहा, 'भारत की सरकार आर्थिक संकट पर बिलकुल भी गंभीर नहीं है। वो आगे कहते हैं, आप 1991 की नीतियों से अब के संकट को खत्म नहीं कर सकते।'
Rahul Gandhi in Cambridge: कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एक बार फिर विदेशी मंच से अपने ही देश भारत पर वार किया। राहुल ने भारत की तुलना पाकिस्तान (Pakistan) से की। राहुल गांधी यहां भी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को कोसने में कोई कसर नहीं छोड़ी। बोले, पीएम मोदी किसी की नहीं सुनते। आज देश का लोकतंत्र खतरे में हैं, क्योंकि संवैधानिक संस्थाओं पर हमले तेज हो गए हैं।'
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ये बातें लंदन के कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी (Cambridge University of London) में 'आइडियाज ऑफ इंडिया' सेमिनार में कही। राहुल ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि, 'बीजेपी देश में ध्रुवीकरण का केरोसिन छिड़क रही है, बस आपको एक चिंगारी लगाने की जरूरत है, फिर देश खुद जलने लगेगा।'
'भारतीय मीडिया एक तरफ खड़ा है'
लंदन में आयोजित सेमिनार को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने भारत की तुलना खस्ताहाल पाकिस्तान (Pakistan) और श्रीलंका (Sri Lanka) से की। इस दौरान उन्होंने कहा, केंद्र की मोदी सरकार, प्रधानमंत्री मोदी और मीडिया पर जमकर निशाना साधा। 'आइडियाज फॉर इंडिया' सेमिनार में अपने बयान में राहुल गांधी ने कहा, 'भारत में मीडिया एक तरफ खड़ा होकर काम कर रहा है।'
बीजेपी ने देश में छिड़क दिया केरोसिन
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी और बीजेपी पर हमलावर रुख आगे भी जारी रखा। बोले, 'बीजेपी ने पूरे देश में केरोसीन छिड़क दिया है। इस बार तो राज्यों की शक्तियां कम करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ED) और सीबीआई (CBI) का जमकर इस्तेमाल कर रही है। वर्तमान समय में भारत की आवाज को एक विचारधारा ने कुचल दिया है। अब यह एक राष्ट्रीय वैचारिक लड़ाई है।'
'लद्दाख में यूक्रेन जैसे हालात'
कांग्रेस नेता भारतीय मीडिया को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, 'देश की मीडिया निष्पक्ष नहीं है। वो भी एक किनारे खड़े होकर एकतरफा व्यवहार कर रही है। मीडिया का ये व्यवहार चिंता का विषय है।' वहीं, भारत और चीन के रिश्तों पर भी उन्होंने अपनी बार रखी। भारत-चीन तनाव पर राहुल ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा, कि 'लद्दाख में यूक्रेन जैसे हालात हैं। चीन बॉर्डर पर विकास कर रहा है और प्रधानमंत्री मोदी चीन का नाम तक नहीं लेते।'
कांग्रेस के भीतर अंदरुनी कलह की बात स्वीकारी
भारत की बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'कांग्रेस सहित समूचे विपक्ष की लड़ाई सबसे पहले देश के इस हालात को रोकने की है। राहुल ने इस दौरान कांग्रेस के भीतर अंदरुनी कलह की बात भी स्वीकारी। राहुल ने कांग्रेस की हार और बीजेपी की जीत के सवाल पर कहा, 'हम लोगों के पास नहीं जा पा रहे हैं। हमें और अधिक आक्रामक रूप से उन 60 से 70 प्रतिशत लोगों के पास जाने की जरूरत है, जो भारतीय जनता पार्टी को वोट नहीं देते हैं।'
आर्थिक संकट पर मोदी सरकार गंभीर नहीं
राहुल ने अपनी बातों में अर्थव्यवस्था और आर्थिक संकट जैसे मुद्दों को भी उठाया। उन्होंने कहा, भारत की सरकार आर्थिक संकट पर बिलकुल भी गंभीर नहीं है। वो आगे कहते हैं, आप 1991 की नीतियों से अब के संकट को खत्म नहीं कर सकते। मैंने 2012 में मनमोहन सिंह जी से पूछा था, तो उनका जवाब था कि अब हम नए दौर में हैं। पुरानी नीतियों से काम नहीं चलेगा। सरकार इकोनॉमिक क्राइसिस से निपटने के लिए कोई पहल नहीं कर रही।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के इन बयानों पर बीजेपी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, विदेशी मंच से उनका इस तरह बोलना देश की जनता का अपमान है। बीजेपी ने कहा, 'राहुल ने विदेश जाकर देश को नीचा दिखाया है।