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'BJP शासित राज्य पेपर लीक के एपिसेंटर बन चुके हैं', NEET परीक्षा में हुई कथित धांधली पर बोले राहुल गांधी
Rahul Gandhi on NEET Case: नीट परीक्षा परिणाम में हुई कथित धांधली को लेकर एक बार फिर कांग्रेस नेता व सांसद राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि BJP शासित राज्य पेपर लीक के एपिसेंटर बन चुके हैं।
Rahul Gandhi on NEET Case: NEET परीक्षा परिणाम में हुई कथित धांधली को लेकर विपक्षी पार्टी कांग्रेस लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है। अब इस मुद्दे पर एक बार फिर कांग्रेस नेता व सांसद राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी नीट परीक्षा परिणाम में हुई कथित गड़बड़ी के मुद्दे पर मौन साधे हुए हैं और बीजेपी शासित राज्य पेपर लीक के एपिसेंटर बन चुके हैं। राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर अपने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला है।
राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर किया हमला
राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “NEET परीक्षा में 24 लाख से अधिक छात्रों के भविष्य के साथ हुए खिलवाड़ पर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा की तरह मौन धारण किए हुए हैं। बिहार, गुजरात और हरियाणा में हुई गिरफ्तारियों से साफ है कि परीक्षा में योजनाबद्ध तरीके से संगठित भ्रष्टाचार हुआ है और ये भाजपा शासित राज्य पेपर लीक का एपिसेंटर बन चुके हैं।” कांग्रेस नेता ने आगे लिखा, “हमारे न्यायपत्र में पेपर लीक के विरुद्ध सख्त कानून बना कर युवाओं का भविष्य सुरक्षित करने की गारंटी दी गई थी। विपक्ष की जिम्मेदारी निभाते हुए हम देश भर के युवाओं की आवाज सड़क से संसद तक मजबूती से उठा कर और सरकार पर दबाव डाल कर ऐसी कठोर नीतियों के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
धोखाधड़ी करने वाला डॉक्टर बन जाए तो घातक होगा: सुप्रीम कोर्ट
आज यानी मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में नीट परीक्षा में हुई धांधली की जांच की मांग को लेकर दायर याचिकाओं पर सुनवाई हुई। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि नीट-यूजी 2024 परीक्षा के आयोजन में किसी की भी ‘0.001 प्रतिशत लापरवाही’ हुई हो, तो उससे पूरी तरह से निपटा जाना चाहिए। जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस एसवीएन भट्टी की अवकाशकालीन बेंच ने इस याचिका पर सुनवाई की। जजों के बेंच ने कहा, ''हम सभी जानते हैं कि छात्र विशेष रूप से इन परीक्षाओं की तैयारी करते समय कितना परिश्रम करते हैं। कल्पना कीजिए कि व्यवस्था से धोखाधड़ी करने वाला कोई व्यक्ति चिकित्सक बन जाए। वह समाज के लिए कितना अधिक घातक है।'' बता दें, मामले की अगली सुनवाई 8 जुलाई को तय की गई है।