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Rahul Gandhi Bilaspur Visit: रायपुर में राहुल का जोरदार स्वागत, बिलासपुर में करेंगे रैली, जानें क्या हैं यहां के सियासी समीकरण
Rahul Gandhi Bilaspur Visit: पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राज्य में चुनावी गणित के लिहाज से सबसे महत्वपूर्ण इलाका माने जाने वाले बिलासपुर संभाग में रैली करेंगे। तय कार्यक्रम के मुताबिक, राहुल गांधी बिलासपुर जिले के तखतपुर में छत्तीसगढ़ ग्रामीण आवास न्याय योजना की शुरूआत करेंगे।
Rahul Gandhi Bilaspur Visit: कांग्रेस शासित छत्तीसगढ भी विधानसभा चुनाव के मुहाने पर खड़ा है। अगले माह चुनाव आयोग पड़ोसी मध्य प्रदेश और राजस्थान के साथ-साथ यहां भी चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है। ऐसे में राज्य में सियासी सरगर्मी बढ़ी हुई है। सत्तारूढ़ कांग्रेस हो या विपक्षी भारतीय जनता पार्टी दोनों दलों के केंद्रीय नेता लगातार यहां की जमीन को नाप रहे हैं। इसी कड़ी में आज यानी सोमवार 25 सितंबर को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी छत्तीसगढ़ पहुंचे हैं।
रायपुर एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव समेत अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। राहुल एयरपोर्ट से मेफेयर रिजॉर्ट पहुंचे, जहां उन्होंने कांग्रेस के नेताओं के साथ बैठक कर राज्य के सियासी हालात पर चर्चा की।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राज्य में चुनावी गणित के लिहाज से सबसे महत्वपूर्ण इलाका माने जाने वाले बिलासपुर संभाग में रैली करेंगे। तय कार्यक्रम के मुताबिक, राहुल गांधी बिलासपुर जिले के तखतपुर में छत्तीसगढ़ ग्रामीण आवास न्याय योजना की शुरूआत करेंगे। इसके बाद जनसभा को संबोधित करेंगे। इससे पहले पिछले दिनों उनकी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी दुर्ग संभाग के भिलाई में रैली करने पहुंची थीं।
चुनाव में किए गए सभी वादे पूरे किए-राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा कि हमने चुनाव से पहले छत्तीसगढ़ को बदलने और उसकी नींव को मजबूत करने का वादा किया था, बिजली बिल हाफ करने, धान 2500 रुपए प्रिति क्विंटल करने, किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया था, उसे पूरा किया। लेकिन प्रधानमंत्री ने जो कहा था वो पूरा नहीं कर पाए। यहां पर सच्चाई आपके सामने है।
राहुल गांधी ने रायगढ़ में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमने किसान न्याय योजना में 21 हजार करोड़ रुपए छत्तीसगढ़ के किसानों को इनपुट सब्सिटी के जरिए दिया। इसके अलावा जिनके पास जमीन नहीं थी, कांग्रेस सरकार ने उनको 7000 रुपए प्रत्येक वर्ष दिया।
अडानी से रश्ता पूछने पर मेरी सदस्यता रद्द कर दी-राहुल गांधी
केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा कि जब मैंने उनसे पूछा की आपका अडानी जी से क्या रिश्ता है? आप उनके हवाई जहाज में जाते हो? तो उन्होंने मेरे सवाल के जवाब में उन्होंने मेरी लोकसभा की सदस्यता रद्द कर दी। पर इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। सच्चाई आपके सामने रखते रहेंगे। हम जो कहते हैं वो करके भी दिखाते हैं।
सरकार कास्ट डाटा नहीं जारी करना चाहती-राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी जी जहां भी जाते है OBC वर्ग की बात करते हैं। कांग्रेस ने सरकार से पूछा कि प्रत्येक जाति के लोगों की संख्या क्या है? लेकिन नरेन्द्र मोदी जी डाटा को पब्लिक नहीं करना चाहिते हैं। जबकि सरकार के पास कास्ट डाटा है। इस बारे में पूछने पर कैमरा दूसरी तरफ कर लेते हैं। सरकार को सेक्रेटरी और कैबिनेट सेक्रेटरी चला रहे हैं। प्रत्येक मिनिस्ट्री में 90 सेक्रेटरी हैं, यही योजना बतनाते हैं और सरकार चलाते हैं। इन 90 लोगों में सिर्फ तीन लोग ही ओबीसी समाज के हैं, ये हिन्दुस्तान के पांच प्रतिशत बजट को कंट्रोल करते हैं।
बिलासपुर संभाग का सियासी समीकरण
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर संभाग में 8 जिले (बिलासपुर, गौरेला पेंड्रा मरवाही, मुंगेली, रायगढ़, कोरबा, जांजगीर चांपा, सक्ती, सारंगढ़, बिलाईगढ़) पड़ते हैं। 90 सीटों वाली छत्तीसगढ़ विधानसभा की 24 सीटें अकेले इसी संभाग से आती हैं। इनमें पांच सीटें एसटी और चार सीटें एससी के लिए आरक्षित हैं। बता दें कि पूरे राज्य में अनुसूचित जाति के लिए कुल 10 सीटें आरक्षित हैं, जिनमें से चार बिलासपुर संभाग में ही हैं। इस इलाके में एससी मतदाता जीत-हार में निर्णायक भूमिका अदा करते हैं। यही वजह है कि यहां बसपा की भी एक मजबूत उपस्थिति रही है।
बात करें पिछले चुनाव परिणाम की तो 2018 में कांग्रेस ने 13 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं, बीजेपी सात, बसपा दो और जोगी कांग्रेस ने दो सीटों पर विजयी रही थी। वहीं, 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी-कांग्रेस के बीच कांटे का मुकाबला रहा था। बिलासपुर संभाग की 24 सीटों में से 12 पर भाजपा और 11 कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। वहीं, बची एक सीट बीएसपी के हिस्से आई थी।
प्रधानमंत्री मोदी की भी होने वाली है रैली
बिलासपुर संभाग भारतीय जनता पार्टी के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है। पार्टी अन्य संभागों के मुकाबले यहां बेहतर स्थिति में है। प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव यहां से सांसद हैं। इसके अलावा राज्य़ के कई दिग्गज भाजपाई इस इलाके से चुनकर विधानसभा पहुंचते रहे हैं। यही वजह है कि बीजेपी ने भी अपने इस गढ़ में पूरा जोर लगा रखा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा यहां रैली कर चुके हैं। इसी महीने की 30 तारीख को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी रैली होने वाली है। दलित मतदाताओं के प्रभाव को देखते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी रैली कर चुके हैं।
राहुल गांधी कर चुके हैं जीत का दावा
केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने रविवार को एक कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में जीत का दावा किया था। उन्होंने कहा था, यहां हम निश्चित तौर पर जीत रहे हैं। वहीं, बीजेपी ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी खुली आंखों से सपना देख रहे हैं।
बता दें कि पांच साल पहले हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बड़ी जीत हासिल करते हुए 15 सालों से सत्ता में जमी भारतीय जनता पार्टी के राज का अंत कर दिया था। कांग्रेस को 68 सीटों पर जीत मिली थी। वहीं, बीजेपी महज 15 सीटों पर सिमट कर रह गई थी। पांच सीटें जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ और दो सीटें बीएसपी को मिली थी।