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Bharat Jodo Yatra: दिग्विजय को राहुल की लताड़, बोले- सेना के शौर्य पर कोई सवाल नहीं..गुलाम नबी से मांगी माफी

Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने दिग्विजय सिंह के पुलवामा हमले और सर्जिकल स्ट्राइक वाले बयान से किनारा किया है। उन्होंने कहा, सेना को सबूत देने की जरूरत नहीं है।

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Written By aman
Published on: 24 Jan 2023 9:32 AM GMT (Updated on: 24 Jan 2023 9:37 AM GMT)
Bharat Jodo Yatra
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दिग्विजय सिंह और राहुल गांधी (Social Media)

Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सर्जिकल स्ट्राइक और पुलवामा हमले पर पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) के बयान से किनारा कर लिया। राहुल ने कहा, सेना कुछ भी करे सबूत की जरूरत नहीं। कांग्रेस सांसद ने ये बातें जम्मू-कश्मीर में भारत 'जोड़ो यात्रा' के दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही। उन्होंने कई अन्य मुद्दों पर भी अपनी बात रखी।

राहुल गांधी ने कहा, एक दिन पहले दिग्विजय सिंह ने जो कहा, वो उससे सहमत नहीं हैं। राहुल गांधी ने ये भी कहा कि मुझे भारतीय सेना पर पूरा भरोसा है। देश की आर्मी जो भी ऑपरेशन करे, उसका सबूत देने की जरूरत नहीं है।

'ये उनका निजी बयान है हमारा नहीं'

राहुल गांधी ने अपने बयान में कहा, सर्जिकल स्ट्राइक पर जो बातें दिग्विजय सिंह ने कही, मैं उससे बिलकुल भी सहमत नहीं हूं। वो उनका व्यक्तिगत राय है। हमारी सेना पर हमें पूरा भरोसा है। अगर, इंडियन आर्मी कुछ करे तो उन्हें सबूत देने की जरूरत नहीं। ये उनका (दिग्विजय सिंह) निजी बयान है। वो हमारा नहीं है।'

राहुल ने गुलाम नबी से माफ़ी मांगी

इतना ही नहीं अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) से भी माफी मांगी। राहुल ने कहा, 'अगर मैंने कभी गुलाम नबी आजाद और चौधरी लाल सिंह (Chaudhary Lal Singh) को दुख पहुंचाया हो, तो उनसे माफी मांगता हूं।'

राहुल बोले- Article- 370 पर हमारा स्टैंड क्लियर

जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद- 370 (Article- 370) के फिर से बहाली (Restoration) पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, 'आर्टिकल- 370 पर हमारा स्टैंड बिल्कुल स्पष्ट है। उन्होंने कहा, जम्मू-कश्मीर में राज्य दर्जा का मुद्दा है। हमें लगता है कि जल्द से जल्द इसे राज्य का दर्जा मिलना चाहिए। यहां जल्द से जल्द विधानसभा की फिर से शुरुआत होनी चाहिए।

'कांग्रेस की विचारधारा से देश बना'

राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये भी कहा, कि 'कांग्रेस पार्टी ने देश को आजादी दिलाई है। देश के सारे संस्थान बनाए हैं। कांग्रेस की विचारधारा से देश बना है। जब हम अंग्रेजों से लड़ रहे थे, तब बीजेपी और RSS के लोग अंग्रेजों के साथ खड़े थे।'

'राजनाथ सिंह को ऊपर से आदेश आता है'

राहुल गांधी ने आगे कहा, 'राजनाथ सिंह वही बोलते हैं जो उन्हें ऊपर से कहा जाता है। वो खुद की बात नहीं रख सकते हैं। राजनाथ सिंह को ऊपर से आदेश मिलते हैं। कांग्रेस नेता ने कहा, आज देश में लोगों को धर्म-जाति के आधार पर बांटा जा रहा है।' एक अन्य सवाल के जवाब में राहुल बोले, भारत जोड़ो यात्रा देश को जोड़ने के लिए है। ये कांग्रेस के लिए तपस्या की भांति है। इस यात्रा में हमें बहुत कुछ सीखने को मिला।'

क्या कहा था दिग्विजय सिंह ने?

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने सोमवार को सेना द्वारा किए गए सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था, कि हमारे CRPF के 40 जवान पुलवामा में शहीद हुए थे। तब सीआरपीएफ के अधिकारियों ने प्रधानमंत्री मोदी से अनुरोध किया था कि सभी जवानों को एयरलिफ्ट किया जाए। मगर, पीएम मोदी नहीं माने। और ऐसी चूक कैसे हो गई? दिग्विजय ने ये भी कहा, आज तक पुलवामा पर संसद के सामने कोई रिपोर्ट नहीं पेश की गई। उन्होंने दावा किया कि सर्जिकल स्ट्राइक किया गया, तो सबूत क्यों नहीं दिखाया। ये (BJP) सिर्फ और सिर्फ झूठ फैलाते हैं।

जानें क्या था सर्जिकल स्ट्राइक?

18 सितंबर 2016 को आतंकियों ने उरी में सेना के कैंप पर हमला (Uri Attack) किया था। जिसमें 19 भारतीय जवान मारे गए थे। इन जवानों की चिता अभी ठंडी भी नहीं पड़ी थी कि सेना के स्पेशल फोर्स के जवानों ने दुश्मन के घर में घुसकर एक-एक आतंकी को मौत के घाट उतार दिया। आतंकियों के ठिकानों को ही उनकी कब्रगाह बना दी। 28-29 सितंबर 2016 की दरमियानी रात पहली बार देश ने सर्जिकल स्ट्राइक (Surgical Strike) की। 29 सितंबर की सुबह देश की जनता को इस बारे में पता चला। पहली बार देश ने इस शब्द के मायने समझे।

सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से ही देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस सहित अन्य राजनीतिक दल सेना से इसके सबूत मांग रहे थे। हालांकि, भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल का अपनी ही पार्टी के नेता दिग्विजय सिंह के बयानों से किनारा करते देखा गया।

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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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