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Agneepath Scheme: राहुल गांधी का केंद्र सरकार पर निशाना, अग्निपथ योजना' में 6 महीने की ट्रेनिंग पर उठाए सवाल
Agneepath Scheme: सांसद राहुल गांधी ने एक बार फिर अग्निपथ योजना को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। चीन का सैनिक 4 साल का अग्निवीर नहीं है, चीन के पास में 10-20 साल की ट्रेनिंग है।
Agneepath Scheme: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक बार फिर अग्निपथ योजना को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। चीन सीमा पर जारी तनाव को लेकर राहुल गांधी ने कहा चीन का सैनिक 4 साल का अग्निवीर नहीं है, चीन के पास में 10-20 साल की ट्रेनिंग है। हमारे भारतीय सैनिकों को आप केवल और केवल 6 महीने की ट्रेनिंग दे रहे हैं। यह कैसी देशभक्ति है। हमारे देश के युवाओं के दिल में जो देशभक्ति है उसका आप मजाक उड़ा रहे हो, जवानों के साथ खिलवाड़ करके उसे नाम दे रहे हो अग्निवीर, यह नहीं चलेगा।
बता दें कि राहुल गांधी इन दिनों भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे हैं। कन्याकुमारी से शुरु हुई राहुल गांधी का भारत जोड़ो यात्रा इस समय महाराष्ट्र में हैं। भारत जोड़ो यात्रा 20 नवंबर को मध्य प्रदेश में पहुंचने वाली थी लेकिन अब 23 नवंबर को मध्य प्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा प्रवेश करेगी। जानकारी मिल रही है कि राहुल गांधी अब दो दिन गुजरात में चुनाव प्रचार करेंगे। उसके बाद में मध्य प्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा पहुंचेगी।
संसद के शीतकालीन सत्र में नहीं शामिल होंगे राहुल गांधी
गौरतलब है कि संसद के शीतकालीन सत्र में शामिल होने के लिये राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा नहीं छोड़ेगे। कांग्रेस प्रभारी महासचिव जयराम रमेश ने इस बात की जानकारी देते हुये बताया था कि राहुल गांधी आगामी शीतकालीन सत्र में भाग नहीं लेंगे। राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा नहीं छोड़ेंगे। संसद का शीतकालीन सत्र 7 दिसंबर से शुरु होकर 29 दिसंबर तक चलने की संभावना जतायी जा रही है।
जानिये क्या है अग्निपथ स्कीम
केंद्र सरकार ने भारतीय सेना में अग्निपथ योजना 14 जून 2022 को लांच की थी। जिसमें सिर्फ 4 साल के लिये भर्ती की जायेगी। केंद्र सरकार ने कहा था इस योजना के तहत साढ़े 17 साल से लेकर 21 साल तक के 40-45 हजार युवाओं की हर साल भर्ती की जायेगी। अग्निपथ योजना के तहत जो भी भर्ती की जायेंगी वो मेडिकल टेस्ट के आधार पर की जायेंगी। इस चार सालों में सैनिकों को पहले 6 महीने की ट्रेनिंग दी जायेगी। भर्ती किये गये युवाओं को पहले साल वेतन के रूप में 30 हजार, दूसरे साल 33 हजार, तीसरे साल 36500 और चौथे साल में 40000 रुपये दिये जायेंगे। सेवा समाप्त होने के बाद में 25 फीसदी युवाओं को स्थायी नौकरी दी जायेगी।