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देश को मिली पहली हाईएस्ट स्पीड वाली ट्रेन 'तेजस', प्रभु दिखाई हरी झंडी

रेल मंत्री सुरेश प्रभु आज सोमवार (22 मई) को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस ट्रेन तेजस एक्सप्रेस को मुंबई से हरी झंडी दिखाकर गोवा के लिए रवाना करेंगे।

sujeetkumar
Published on: 22 May 2017 10:56 AM IST
देश को मिली पहली हाईएस्ट स्पीड वाली ट्रेन तेजस, प्रभु दिखाई हरी झंडी
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मुंबई : रेल मंत्री सुरेश प्रभु आज सोमवार (22 मई) को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस ट्रेन तेजस एक्सप्रेस को मुंबई के छत्रपति शिवाजी स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। तेजस मुंबई से गोवा के करमाली के बीच सप्ताह में पांच दिन चलेगी। मॉनसून के मौसम के दौरान ये सप्ताह में तीन दिन चलेगी।

ये हर मंगलवार, बुधवार, शुक्रवार, शनिवार और रविवार को मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस से सुबह 5.00 बजे रवाना होगी और उसी दिन दोपहर 1.30 बजे करमाली पहुंच जाएगी। इस सेवा की शुरुआत 24 मई से होगी।

तेजस करमाली से मंगलवार, बुधवार, शुक्रवार, शनिवार और रविवार अपराह्न् 2.30 बजे रवाना होगी, जो मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस रात 11 बजे पहुंचेगी। यहां से पहली रेलगाड़ी 23 मई से चलेगी।मॉनसून के मौसम के दौरान ये मुंबई से सोमवार, बुधवार और शनिवार को चलेगी, जबकि करमाली से मंगलवार, बुधवार और रविवार को चलेगी।

जानें कितना होगा इसका किराया

मुंबई से गोवा के एक तरफ यात्रा का टिकट 2,740 रुपए है, जिसमें भोजन की भी सुविधा है, तथा बिना भोजन के टिकट की कीमत 2,585 रुपए है। जबकि साधारण चेयर कार की कीमत 1,310 भोजन के साथ तथा बिना भोजन के 1,185 रुपए है।

किसी विमान से कम नहीं तेजस

ट्रेन को 200 किमी रफ्तार देने के लिए इसमें स्टील के ब्रेक डिस्क, सिंटर्ड पैड, इलेक्ट्रो-न्यूमैटिक असिस्ट ब्रेक सिस्टम जैसी विशिष्ट तकनीकी सिस्टम को अपनाया गया है। इसमें विमानों जैसी आधुनिक ऑनबोर्ड सुविधाएं प्रदान करने का प्रयास किया गया है।

डिब्बा बनाने में लागत ढाई करोड़

तेजस का एक कोच सवा तीन करोड़ का। तेजस ट्रेन को खास अंदाज देने के लिए खूबसूरत विनाइल से सुसज्जित किया गया है। पूरी ट्रेन पर खास पैटर्न छापा गया है। रंग उगते हुए सूरज की तरह रखा गया है। ट्रेन का नाम सूर्य की किरणों की तरह तेज रहने के लिए रखा गया है। हर डिब्बे को बनाने में रेलवे को 3 करोड़ 25 लाख रपए खर्च करने पडे़ हैं। शताब्दी का एक डिब्बा बनाने में लागत ढाई करोड़ की आती है।

सप्रेशन सिस्टम की सुविधाएं प्रमुख

कोच के अंदर का नजारा किसी विमान के केबिन का अहसास दिलाता है। दो तरह की सीटें एग्जीक्यूटिव क्लास और चेयर कार होंगी। तेजस में कुल 19 कोच हैं। तमाम लग्जरी सुविधाएं जैसे मेट्रो जैसे ऑटोमैटिक डोर, बायो वैक्यूम टायलेट तथा फायर स्मोक डिटेक्शन व सप्रेशन सिस्टम की सुविधाएं प्रमुख हैं।

सेंसर युक्त टचलेस वॉटर टेप

इतना ही नहीं ट्रेन में सेंसर युक्त टचलेस वॉटर टेप व सोप डिस्पेंसर के अलावा हैंड ड्रायर, नई डिजाइन के डस्टबिन, सीसीटीवी, कॉल बेल, डिजिटल डेस्टिनेशन बोर्ड व जीपीएस आधारित पैसेंजर इंफॉर्मेशन डिस्प्ले सिस्टम, इंटीग्रेटेड ब्रेल डिस्प्ले, स्नैक टेबल, यूएसबी बेस्ड चार्जिग के अलावा एग्जिक्यूटिव क्लॉस में गैस स्पि्रंग वाला लेग सपोर्ट दिया गया है। ट्रेन में मनोरंजन के वाई-फाई की सुविधा दी गई हैं। सीट के सामने एलईडी स्क्रीन है, जिसमें अभी रिकॉर्डेड सामग्री होगी।

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