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राज ठाकरे के कारण जीवनसाथी बने उद्धव-रश्मि, अनोखी है पूरी कहानी
तमाम विवादों के लगभग एक महीने बाद महाराष्ट्र में शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे ने एनसीपी की समर्थन वाली सरकार का शपथ ग्रहण कर सीएम की कुर्सी का पदभार संभाला।
नई दिल्ली: तमाम विवादों के लगभग एक महीने बाद महाराष्ट्र में शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे ने एनसीपी की समर्थन वाली सरकार का शपथ ग्रहण कर सीएम की कुर्सी का पदभार संभाला।
खास बात यह है कि उद्दव ठाकरे परिवार के पहले व्यक्ति हैं जो किसी राजनीतिक पद पर बैठे हैं। बात करते हैं उद्धव ठाकरे की पत्नी के रश्मि ठाकरे का, बताया जाता है कि उद्दव को सीएम कुर्सी पर बैठाने की इस कहानी में उनकी पत्नी का सबसे महत्वपूर्ण किरदार रहा है।
रश्मि ठाकरे पर एक नजर...
उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री बनने के ऐलान से लेकर सीएम बनने तक, या यूं कहें तो अभी भी रश्मि ठाकरे बधाई संदेशों का जवाब देने में व्यस्त हैं, एक अखबार में छपी खबर के मुताबिक रश्मि के मामा ने बताया कि वो बचपन से ही उनका स्वभाव बेहद शांत लेकिन वो दृढ़प्रतिज्ञ लड़की थी। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि वो बहुत ज्यादा बातें नहीं करती थीं और अपने हमेशा काम में व्यस्त रहती थीं।
पिता व्यवसायी, माता गृहणी...
थाने के डोंबिवली में जन्मीं रश्मि पटनकर (ठाकरे) ने वाज़े-केलकर कॉलेज से ग्रेजुएशन किया है, उनके पिता माधव पटनकर व्यवसायी हैं। रश्मि की अपने माता-पिता और सास-ससुर से मजबूत बॉन्डिंग रही है, उनका मानना है कि एक मजबूत परिवार बच्चों में अच्छे संस्कार दे पाता है।
ऐसे बने जीवनसाथी...
रश्मि ठाकरे ने 1987 में जीवन बीमा निगम में कॉन्ट्रै्क्ट कर्मचारी के तौर पर ज्वाइन किया था, इसी नौकरी के दौरान उनकी दोस्ती राज ठाकरे की बहन जयजयवंती से हुई राज ठाकरे उद्धव ठाकरे के चचेरे भाई हैं, राज की बहन ने ही उद्धव की मुलाकात रश्मि से करवाई थी। दोनों की शादी 1989 में हुई थी, आपको बता दें कि इस दम्पत्ती के दो बेटे हैं, आदित्य और तेजस ठाकरे।
बीजेपी के बराबर की पावर शेयरिंग...
बताया जा रहा है कि ये रश्मि की ही राय थी कि बीजेपी के साथ बराबर की पावर शेयरिंग की जाए, इससे पहले भी नारायण राणे के पार्टी छोड़ने और राज ठाकरे से शिवसेना के अलग होने के दौरान भी रश्मि ने बातचीत में हिस्सा लिया था।
महिला विंग के कार्यक्रमों में व्यस्त...
रश्मि ठाकरे शिवसेना की महिला विंग कार्यक्रमों को भी अक्सर संबोधित करती हैं, माना जाता है कि रश्मि की राजनीतिक सूझ-बूझ भी उद्धव के सीएम की कुर्सी तक पहुंचने की मुख्य वजहों में से एक है।
सूत्रों की माने तो बड़े बेटे आदित्य ठाकरे को भी डिप्टी सीएम के तौर पर प्रोजक्ट करने के पीछे रश्मि का ही हाथ था। रश्मि ठाकरे न सिर्फ राजनीतिक तौर पर पार्टी की मदद करती हैं बल्कि घर को भी भावनात्मक सपोर्ट देने की पूरी कोशिश करती हैं।