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Rajasthan Election 2023: राजस्थान में चुनावी शोर थमा, प्रचार के आखिरी दिन पीएम मोदी और योगी समेत कई दिग्गजों ने झोंकी ताकत
Rajasthan Election 2023: राजस्थान के विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस नेताओं की ओर से धुआंधार प्रचार के बाद आज शाम चुनावी शोर थम गया। चुनावी शोर थमने के बाद अब घर-घर जनसंपर्क के जरिए चुनावी बाजी जीतने का प्रयास किया जाएगा।
Rajasthan Election 2023: राजस्थान के विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस नेताओं की ओर से धुआंधार प्रचार के बाद आज शाम चुनावी शोर थम गया। चुनाव प्रचार के आखिरी दिन आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत तमाम नेताओं ने चुनावी सभाओं के जरिए मतदाताओं को रिझाने का प्रयास किया। चुनावी शोर थमने के बाद अब घर-घर जनसंपर्क के जरिए चुनावी बाजी जीतने का प्रयास किया जाएगा।
राजस्थान में विधानसभा के 200 सीटें हैं मगर एक प्रत्याशी का निधन हो जाने के कारण 199 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। 25 नवंबर को होने वाली वोटिंग में मतदाता 1863 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे। राजस्थान में पिछले चुनावों की तरह इस बार भी भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला हो रहा है और दोनों दलों की ओर से जीत के दावे किए जा रहे हैं। इस बार के चुनाव में कांग्रेस को अपनी गारंटियों पर भरोसा है तो भाजपा को अपने घोषणा पत्र में किए गए वादों पर मतदाताओं का समर्थन मिलने का विश्वास है।
राज्य में चुनाव की तैयारियां पूरी
राजस्थान में 25 नवंबर को होने वाले मतदान के लिए चुनाव आयोग ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। संवेदनशील और अति संवेदनशील मतदान केंद्रों पर अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की तैयारी है। चुनाव आयोग ने इस बार पति-पत्नी दोनों के सरकारी कर्मचारी होने की स्थिति में पत्नी को चुनावी ड्यूटी से मुक्त रखने का आदेश दिया है।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्त का कहना है कि शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए राज्य में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि राजस्थान के विधानसभा चुनाव में इस बार 199 सीटों पर ही वोटिंग कराई जाएगी। करणपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन के कारण चुनाव टाल दिया गया है।
पीएम मोदी,योगी और शाह ने किया प्रचार
चुनाव प्रचार के आखिरी दिन आज भाजपा और कांग्रेस की ओर से पूरी ताकत झोंकी गई। भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राजसमंद के देवगढ़ में अपनी आखिरी चुनावी सभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए राजस्थान में भाजपा की सरकार बनने का विश्वास जताया। उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत अब राजस्थान के मुख्यमंत्री नहीं बन पाएंगे। गुर्जर मतदाताओं का समर्थन हासिल करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार फिर राजेश पायलट का जिक्र करते हुए कांग्रेस को घेरा।
प्रधानमंत्री मोदी के अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की योगी आदित्यनाथ और गृह मंत्री अमित शाह ने भी भाजपा प्रत्याशियों की चुनावी संभावनाओं को मजबूत बनाने का प्रयास किया। प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में दोनों नेताओं के रोड शो के दौरान भारी भीड़ उमड़ी।
गहलोत ने किया फिर बहुमत का दावा
चुनाव प्रचार के आखिरी दिन आज कांग्रेस की ओर से किसी बड़े नेता की सभा का आयोजन नहीं किया गया था मगर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर में प्रेस कांफ्रेंस करके कांग्रेस को फिर बहुमत मिलने का दावा किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में भाजपा नेताओं की ओर से भड़काने वाले भाषण दिए जा रहे हैं मगर कर्नाटक की तरह यहां की जनता भाजपा को मुंहतोड़ जवाब देने वाली है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान में मेरी सरकार गिराने का भाजपा का मिशन पूरी तरह फेल साबित हुआ और इसी कारण भाजपा नेताओं की पूरी फौज ने राजस्थान पर धावा बोल दिया है। उन्होंने चुनौती भरे अंदाज में कहा कि लाल डायरी की जांच करा ली जाए। सब असलियत सामने आ जाएगी।
हर पांच साल पर बदलती रही है सत्ता
चुनावी शोर थमने के बाद अब सूबे में कहीं भी रोड शो,जुलूस, रैली और सभा आदि आयोजित नहीं होंगे। बाहरी प्रचारकों को भी प्रदेश से बाहर जाना होगा। चुनावी भाषा में इस अवधि को ‘साइलेंस पीरियड ऑफ 48 ऑवर्स’ कहा जाता है। अब घर-घर जनसंपर्क के जरिए ही मतदाताओं तक पहुंच बनाई जा सकती है।
इस बार भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर हो रही है। वैसे राजस्थान में पिछले तीन दशकों से हर 5 साल पर भाजपा और कांग्रेस के बीच सत्ता परिवर्तन का दौर दिखता रहा है। अगर यही सिलसिला इस बार भी दिखा तो राज्य में भाजपा की सरकार बनेगी। वैसे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि इस बार राजस्थान में रिवाज बदल जाएगा।