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Rajasthan Cabinet Expansion: राजस्थान में लंबी प्रतीक्षा के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार आज, इन चेहरों को मिल सकता है मौका
Rajasthan Cabinet Expansion: शुक्रवार को मुख्यमंत्री भजनलाल को दिल्ली तलब किया गया था। बाद में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी को भी दिल्ली तलब कर लिया गया और फिर मंत्रियों के नामों पर अंतिम फैसला किया गया।
Rajasthan Cabinet Expansion: लंबी प्रतीक्षा के बाद आज राजस्थान में भजनलाल मंत्रिमंडल का विस्तार होगा। भजनलाल ने 15 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और शपथ लेने के 15 दिन बाद आज उनके सहयोगी मंत्री शपथ लेंगे। लंबे समय तक मंत्रिमंडल का विस्तार न हो पाने पर विपक्षी दलों की ओर से सवाल भी उठाए जा रहे थे। जानकारों का कहना है कि नए मंत्रियों के नाम पर सहमति न बन पाने के कारण इतना विलंब हुआ।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री भजनलाल को दिल्ली तलब किया गया था। बाद में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी को भी दिल्ली तलब कर लिया गया और फिर मंत्रियों के नामों पर अंतिम फैसला किया गया। नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह आज दोपहर बाद साढ़े तीन बजे राजभवन में आयोजित किया जाएगा। जानकारों का कहना है कि नए मंत्रियों में अनुभवी नेताओं के साथ नए चेहरों को भी मौका देने की तैयारी है। इसके साथ ही लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जातीय और क्षेत्रीय संतुलन साधने का भी प्रयास किया जाएगा।
विस्तार में देरी पर उठे सवाल
राजस्थान विधानसभा चुनाव के नतीजे अन्य राज्यों के साथ 3 दिसंबर को घोषित किए गए थे। 12 दिनों की प्रतीक्षा के बाद 15 दिसंबर को नए मुख्यमंत्री के रूप में भजनलाल शर्मा ने शपथ ली थी जबकि उनके साथ दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा को डिप्टी सीएम पद की शपथ दिलाई गई थी। उसके बाद से ही मंत्रिमंडल विस्तार का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा था मगर नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह को आयोजित करने में 15 दिनों का वक्त लग गया।
मंत्रिमंडल के विस्तार की विस्तार में हो रही देरी को लेकर कांग्रेस ने सवाल भी उठाए थे। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना था कि यदि कांग्रेस ने नए मुख्यमंत्री और मंत्रियों के चयन में इतना वक्त लिया होता तो भाजपा की ओर से हमले शुरू कर दिए जाते मगर भाजपा को नाम तय करने में इतने दिनों का वक्त लग गया।
कई दिनों के मंथन के बाद नाम हुए फाइनल
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर वरिष्ठ नेताओं के बीच कई दिनों से मंथन का दौर चल रहा था। बुधवार को देर रात तक मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, वरिष्ठ नेता राजेंद्र राठौड़ और प्रदेश सह प्रभारी विजया राहटकर के बीच मंथन का दौर चला। बाद में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा हाईकमान से चर्चा करने के लिए दिल्ली रवाना हो गए। हाईकमान की ओर से शुक्रवार को प्रदेश अध्यक्ष से सीपी जोशी को भी दिल्ली तलब कर लिया गया था। बाद में नए मंत्रियों की सूची को अंतिम रूप दिया गया और अब आज शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया जा रहा है।
इससे पहले की सरकारों में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कभी इतना वक्त नहीं लगा। 2018 में 11 दिसंबर को विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित किए गए थे और 17 दिसंबर को मुख्यमंत्री के रूप में अशोक गहलोत की ताजपोशी हुई थी। बाद में 24 दिसंबर को मंत्रिमंडल का विस्तार करके 27 दिसंबर को विभागों का बंटवारा किया गया था।
इन चेहरों को मिल सकता है मौका
भाजपा सूत्रों का कहना है कि मंत्रिमंडल विस्तार में अनुभवी नेताओं के साथ नए चेहरों को भी मौका दिया जाएगा। पार्टी के वरिष्ठ नेता किरोड़ीलाल मीणा और पार्टी के हिंदूवादी चेहरा व तिजारा से विधायक बाबा बालकनाथ को मंत्री बनाए जाने की संभावना जताई जा रही है। दलित वर्ग से जितेंद्र गोठवाल और मदन दिलावर को मंत्री पद का दावेदार बताया जा रहा है। राजपूत वर्ग से पुष्पेंद्र सिंह राणावत और सिद्धि कुमारी मंत्री पद के दावेदार हैं।
ब्राह्मणों को उम्मीद है कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के ब्राह्मण होने के बावजूद इस जाति के कुछ और चेहरों को मौका मिल सकता है। इस कारण संजय शर्मा और संदीप शर्मा जैसे विधायकों की किस्मत भी खुल सकती है। मंत्रिमंडल विस्तार में महिलाओं को भी अहमियत देने की तैयारी है। इस कारण अनिता भदेल और दीप्ती माहेश्वरी की दावेदारी को भी मजबूत माना जा रहा है।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जाट चेहरों को भी मंत्रिमंडल में प्रमुखता से शामिल किए जाने की संभावना है। सियासी जानकारी का मानना है कि भाजपा की ओर से जातीय और क्षेत्रीय संतुलन साधने का प्रयास किया जाएगा ताकि लोकसभा चुनाव के समीकरण को दुरुस्त रखा जा सके।