TRENDING TAGS :
Rajasthan: नतीजों के बाद कांग्रेस में घमासान, पायलट का हुआ था फोन टैप – गहलोत के OSD का बड़ा खुलासा
Rajasthan News: नतीजों के बाद एक तरफ जहां भाजपा में मुख्यमंत्री पद को लेकर माथापच्ची चल रही है, वहीं कांग्रेस में घमासान छिड़ता नजर आ रहा है। निर्वतमान सीएम अशोक गहलोत पार्टी के अंदर मौजूद अपने आलोचकों के निशाने पर हैं।
Rajasthan News: राजस्थान की जनता ने रिवाज को कायम रखते हुए राज को बदल दिया। यानी पांच साल विपक्ष में बैठी भारतीय जनता पार्टी अब सूबे में सरकार चलाएगी, वही सत्ता में रहने वाली कांग्रेस विपक्ष की भूमिका अदा करेगी। नतीजों के बाद एक तरफ जहां भाजपा में मुख्यमंत्री पद को लेकर माथापच्ची चल रही है, वहीं कांग्रेस में घमासान छिड़ता नजर आ रहा है। निर्वतमान सीएम अशोक गहलोत पार्टी के अंदर मौजूद अपने आलोचकों के निशाने पर हैं।
उनके खिलाफ सबसे बड़ा मोर्चा उनके ही ओएसडी रहे लोकेंद्र शर्मा ने खोला है। शर्मा ने दावा किया है कि साल 2020 में बगावत के दौरान सचिन पायलट का फोन टैप किया गया था। उनकी हर गतिविधि को ट्रैक किया जा रहा था। तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस काम में सरकारी मशीनरी का भरपूर दुरूपयोग किया। अब इस खुलासे ने हार से सदमे में गई कांग्रेस में भूचाल ला दिया है।
बगावत से पहले शुरू हो गई थी निगरानी
लोकेंद्र शर्मा के मुताबिक, साल 2020 में जब राजस्थान में राजनीतिक संकट आया तो सचिन पायलट अपने समर्थक 18 विधायकों के साथ हरियाणा चले गए थे। ऐसी स्थिति में सरकार ने अपनी मशीनरी को काम पर लगाया। पायलट समेत हर विधायक पर नजर रखने को कहा गया, कौन कहां जाता है और किससे मिलता है, सारी चीजों को ट्रैक किया जा रहा था। शर्मा ने दावा किया कि पायलट और उनके कैंप के विधायकों की ये निगरानी बगावत से पहले ही शुरू हो गई थी क्योंकि अशोक गहलोत को उनपर शक था।
हार के लिए गहलोत को ठहराया जिम्मेदार
राजस्थान में कांग्रेस को मिली हार के लिए लोकेंद्र शर्मा ने निर्वतमान सीएम अशोक गहलोत को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि पिछले साल सितंबर में विधायक दल की बैठक होनी थी, लेकिन अशोक गहलोत ने होने नहीं दी। अगर बैठक होती और कांग्रेस के पर्यवेक्षक जिस एजेंडे के तहत दिल्ली से आए थे, उस पर अमल होता तो आज तस्वीर कुछ और होती। उन्होंने कहा कि हार की एक और वजह टिकटों का सही से वितरण न हो पाना भी है।
शर्मा ने कहा कि मौजूदा विधायकों के टिकट काटे जाने चाहिए थे लेकिन गहलोत ने ऐसा नहीं होने दिया। साथ ही उन्होंने अशोक गहलोत पर सचिन पायलट की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इसका नुकसान भी कांग्रेस पार्टी को चुनाव में उठाना पड़ा। दरअसल, लोकेंद्र शर्मा खुद टिकट के दावेदार थे। लेकिन माना जाता है कि गहलोत ने ऐसा नहीं होने दिया।
सचिन पायलट की आई ये प्रतिक्रिया
लोकेंद्र शर्मा के खुलासे पर सचिन पायलट की प्रतिक्रिया है। उन्होंने उनके खुलासे पर हैराना जताई है। पायलट ने कहा कि चूंकि लोकेंद्र शर्मा निर्वतमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी हैं, इसलिए उनके द्वारा जो बातें कही गई हैं, वो चिंता का विषय है। मुझे उम्मीद है कि पार्टी इस ओर ध्यान देगी।
बता दें कि तीन दिसंबर को आए चुनाव नतीजों में राजस्थान में कांग्रेस को हार मिली है। पार्टी महज 69 सीटों पर सिमट गई। वहीं बीजेपी को 115 सीटों पर जीत मिली है।