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Rajasthan Politics: राजस्थान कांग्रेस संकट सुलझाने को आज बड़ी बैठक, गहलोत पायलट दोनों को तलब,आलाकमान के फार्मूले पर सबकी निगाहें

Rajasthan Politics Crisis: राजस्थान में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी आलाकमान जल्द से जल्द राज्य कांग्रेस का संकट समझाने की कोशिश में जुट गया है।

Anshuman Tiwari
Published on: 29 May 2023 2:49 PM IST
Rajasthan Politics: राजस्थान कांग्रेस संकट सुलझाने को आज बड़ी बैठक, गहलोत पायलट दोनों को तलब,आलाकमान के फार्मूले पर सबकी निगाहें
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Rajasthan Congress (photo: social media )

Rajasthan Congress: राजस्थान कांग्रेस में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच छिड़े सियासी संग्राम को सुलझाने के लिए आज राजधानी दिल्ली में बड़ी बैठक होने वाली है। इस बैठक में गहलोत और पायलट दोनों को तलब किया गया है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि इस बैठक के दौरान राजस्थान कांग्रेस का संकट सुलझाने के लिए फार्मूले पर चर्चा की जाएगी।

राजस्थान में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी आलाकमान जल्द से जल्द राज्य कांग्रेस का संकट समझाने की कोशिश में जुट गया है। आज होने वाली बैठक के दौरान गहलोत और पायलट दोनों के बीच पैदा हुए विवाद को खत्म करने की महत्वपूर्ण पहल की जाएगी। बैठक से पूर्व राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने अपना सुर नरम करते हुए कहा है कि पायलट को पार्टी नेतृत्व की ओर से कोई अल्टीमेटम नहीं दिया गया है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पार्टी नेतृत्व की कोशिश है कि गहलोत को नाराज किए बिना पायलट को भी पूरी तरह संतुष्ट कर दिया जाए।

बैठक से पूर्व तय किया गया एजेंडा

दिल्ली में आज होने वाली इस महत्वपूर्ण बैठक से पहले राजस्थान कांग्रेस प्रभारी रंधावा ने कई दिनों से जयपुर में डेरा डाल रखा था। इस दौरान उन्होंने कई बैठकें की हैं और इन बैठकों के दौरान राजस्थान कांग्रेस का संकट दूर करने पर चर्चा की गई है। इन बैठकों के दौरान गहलोत और पायलट दोनों नेताओं के बीच सामंजस्य बनाने पर भी चर्चा की गई है। इन बैठकों में तय किया गए एजेंडे के आधार पर आज नई दिल्ली में होने वाली महत्वपूर्ण बैठक में चर्चा की जाएगी।

राजस्थान कांग्रेस का संकट दूर करने के लिए पहले 26 मई को ही बैठक होने वाली थी मगर अब उसे टालकर आज के लिए तय किया गया है। इस महत्वपूर्ण बैठक से पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस में पार्टी आलाकमान सुप्रीम है और उसका फैसला हर किसी को मंजूर होगा। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि पार्टी का संकट दूर करने के लिए आखिरकार क्या फार्मूला अपनाया जाएगा।

खड़गे के आवास पर होगी महत्वपूर्ण बैठक

राजस्थान कांग्रेस का संकट सुलझाने के लिए आज होने वाली बैठक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे के आवास पर होगी। इस बैठक में खड़गे और राहुल गांधी के अलावा राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, पार्टी के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और कुछ अन्य प्रमुख नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है। सियासी जानकारों का मानना है कि राजस्थान कांग्रेस का संकट सुलझाने के लिए पार्टी नेतृत्व की ओर से पहली बार ठोस पहल की जा रही है।

इससे पूर्व पार्टी नेतृत्व की ओर से राजस्थान संकट सुलझाने के काम में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को लगाया गया था। कमलनाथ ने सचिन पायलट से कई दौर की बातचीत की थी और उन्हें कई ऑफर दिए थे मगर पायलट नहीं माने। इस मिशन के फेल होने के बाद अब दिल्ली में शीर्ष नेताओं के सामने गहलोत और पायलट के बीच सुलह कराने की योजना तैयार की गई है।

गहलोत को नाराज नहीं करना चाहता आलाकमान

राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और यही कारण है कि राजस्थान को लेकर कांग्रेस नेतृत्व की चिंता बढ़ गई है। भाजपा की ओर से बड़ा अभियान शुरू किए जाने के बाद अब कांग्रेस नेतृत्व जल्द से जल्द इस संकट का निपटारा करने की कोशिश में जुट गया है।

कांग्रेस नेतृत्व को चिंता इस बात को लेकर भी है कि कहीं पायलट को मनाने के चक्कर में गहलोत और उनके समर्थक विधायक न नाराज हो जाएं। राजस्थान कांग्रेस पर गहलोत की मजबूत पकड़ मानी जाती है और राज्य में कांग्रेस के अधिकांश विधायक गहलोत का ही समर्थन कर रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस नेतृत्व की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।

पार्टी नेतृत्व के फार्मूले पर सबकी निगाहें

माना जा रहा है कि आज होने वाली बैठक के दौरान राजस्थान कांग्रेस का विवाद खत्म करने के लिए पार्टी नेतृत्व की ओर से फार्मूला पेश किया जाएगा। पार्टी नेतृत्व के इस फार्मूले पर सबकी निगाहें लगी हुई हैं। पायलट की ओर से आलाकमान पर राजस्थान कांग्रेस का संकट सुलझाने के लिए कोई कदम न उठाने का आरोप लगाया जाता रहा है।

ऐसे में अब यह देखने वाली बात होगी कि कांग्रेस नेतृत्व की ओर से पेश किए जाने वाले फार्मूले पर गहलोत और पायलट की क्या प्रतिक्रिया होती है।



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Anshuman Tiwari

Anshuman Tiwari

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