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BJP Candidate List: राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा का बड़ा सियासी दांव, दिग्गजों को उतार कर कांग्रेस को घेरने की तैयारी
BJP Candidate List: चुनाव आयोग ने सोमवार को मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया तो दूसरी ओर भाजपा ने भी तेजी दिखाते हुए इन तीनों राज्यों में 162 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया।
BJP Candidate List: चुनाव आयोग ने सोमवार को मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया तो दूसरी ओर भाजपा ने भी तेजी दिखाते हुए इन तीनों राज्यों में 162 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया। भाजपा की सूची से साफ हो गया है कि इन तीनों राज्यों के कई विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी ने दिग्गज उम्मीदवारों को उतार कर कांग्रेस को घेरने का बड़ा सियासी दांव चला है। मजे की बात यह है कि पितृ पक्ष होने के बावजूद भाजपा ने सूची जारी करने में परहेज नहीं किया। मध्य प्रदेश में भाजपा की ओर से पूर्व में जारी तीन सूचियों में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का नाम नहीं था मगर आज की सूची में शिवराज सिंह चौहान को बुधनी और नरोत्तम मिश्रा को दतिया से चुनाव मैदान में उतारा गया है।
राजस्थान में भाजपा कोई भी रिस्क लेने को तैयार नहीं है और इसी कारण पार्टी की 41 उम्मीदवारों की पहली सूची में राज्यवर्धन राठौर समेत सात सांसदों को विधानसभा की चुनावी जंग में उतार दिया गया है। छत्तीसगढ़ में भाजपा ने 64 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की है जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और तीन सांसदों को चुनावी जंग में उतारकर भाजपा ने अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं। छत्तीसगढ़ में भाजपा ने दो पूर्व आईएएस और नौ महिलाओं को भी चुनाव मैदान में उतारा है। भाजपा की आज जारी की गई सूची से साफ हो गया है कि वह इन तीनों राज्यों में कांग्रेस को घेरने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ना चाहती।
मध्य प्रदेश में पार्टी ने दिग्गजों को उतारा
सबसे पहले बात यदि मध्य प्रदेश की की जाए तो मध्य प्रदेश में चुनाव आयोग ने 17 नवंबर को एक ही चरण में मतदान करने का ऐलान किया है। चुनाव की अधिसूचना 21 अक्टूबर को जारी होगी जबकि नामांकन की आखिरी तारीख 30 अक्टूबर होगी। 2 नवंबर तक राज्य में नाम वापस लिए जा सकते हैं।
चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद भाजपा ने आज आनन-फानन में 57 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी। भाजपा इसके पूर्व तीन चरणों में 79 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान पहले ही कर चुकी है। भाजपा की ओर से पहले जारी सूची में तीन केंद्रीय मंत्रियों नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल और फग्गन सिंह कुलस्ते समेत सात सांसदों के नाम शामिल थे।
एमपी में 25 मंत्रियों को भाजपा ने दिया टिकट
भाजपा की ओर से आज मध्य प्रदेश में जारी चौथी सूची में 25 मंत्रियों को टिकट देने का ऐलान किया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधनी से चुनाव लड़ेंगे। प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा दतिया से, गोपाल भार्गव रेहली से, विश्वास सारंग नरेला से और तुलसीराम सिलावट सांवेर से चुनाव में किस्मत आजमाएंगे। प्रद्युम्न सिंह तोमर को ग्वालियर सीट से और कमल पटेल को हरदा से चुनाव मैदान में उतारा गया है।
भाजपा की पहले की सूचियों में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम न होने पर कांग्रेस नेताओं की ओर से तंज भी कसा जा रहा था मगर पार्टी ने आज शिवराज सिंह चौहान का नाम घोषित करके कांग्रेस को जवाब देने की कोशिश की है। बुधनी को शिवराज सिंह चौहान का गढ़ माना जाता रहा है और वे अपने गढ़ में एक बार फिर अपनी ताकत दिखाने की कोशिश करेंगे।
सभी सीटों पर मौजूदा विधायकों को उतारा
भाजपा की आज जारी की गई सूची में एक उल्लेखनीय बात यह है कि सभी 57 सीटों पर मौजूदा विधायकों को ही टिकट दिया गया है। इनमें से नौ विधायक ऐसे हैं जिन्होंने 2018 में कांग्रेस के टिकट पर जीत हासिल की थी मगर बाद में पाला बदल करके भाजपा का दामन थाम लिया था।
बाद में उपचुनाव के दौरान इन्होंने भाजपा के टिकट पर जीत हासिल की थी। दो विधायकों के चुनाव क्षेत्र में फेरबदल भी किया गया है। जैतपुर से विधायक मनीषा सिंह को इस बार जयसिंह नगर से टिकट दिया गया है। वहीं, जयसिंह नगर के विधायक जयसिंह मरावी को इस बार जैतपुर भेज दिया गया है।
राजस्थान की चुनावी जंग में सात सांसद
चुनाव आयोग की ओर से आज घोषित किए गए कार्यक्रम के मुताबिक राजस्थान में एक ही चरण में 23 नवंबर को मतदान होने वाला है। भाजपा ने आज पहली सूची जारी करते हुए 41 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है। उल्लेखनीय बात यह है कि भाजपा की सूची के मुताबिक पार्टी ने 7 सांसदों को विधानसभा चुनाव की जंग में उतार दिया है। इससे साफ है कि पार्टी दिग्गज उम्मीदवार उतार कर कांग्रेस को मुंहतोड़ जवाब देने की तैयारी में जुटी हुई है।
भाजपा ने सांसद राज्यवर्धन राठौड़ को झोटवारा से प्रत्याशी बनाया है। मांडवा से सांसद नरेंद्र कुमार को चुनाव में प्रत्याशी बनाया गया है। इसके अलावा विद्याधरनगर से दीया कुमारी, सवाई माधोपुर से किरोड़ी लाल मीणा, तिजारा से बाबा बालकनाथ, किशनगढ़ से भागीरथ चौधरी और सांचोर से देवजी पटेल को टिकट दिया गया है।
राजस्थान में कांग्रेस से कड़ा मुकाबला
राजस्थान में इस बार भाजपा और कांग्रेस के बीच काफी कड़ा मुकाबला हो रहा है। राजस्थान में लंबे समय से हर पांच साल पर सत्ता बदलने का ट्रेंड रहा है और ऐसे में भाजपा की सत्ता में वापसी की चर्चाएं सुनी जा रही हैं मगर दूसरी ओर कांग्रेस भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अगुवाई में भाजपा को तीखा जवाब देने की कोशिश में जुटी हुई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हाल के दिनों में कई ऐसे कदम उठाए हैं जिसे कांग्रेस की चुनावी संभावनाओं को ताकत मिली है।
वैसे दोनों ही दलों में गुटबाजी दिख रही है जिसका चुनाव पर असर पड़ने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। राजस्थान में भाजपा ने अभी तक किसी को सीएम पद का चेहरा नहीं घोषित किया है। इसे लेकर वसुंधरा राजे गुट नाराज भी बताया जा रहा है। पार्टी इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे और काम के दम पर चुनाव मैदान में उतर रही है।
छत्तीसगढ़ की सूची में तीन सांसदों के नाम
छत्तीसगढ़ में भाजपा ने आज 64 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की है। भाजपा की पहली सूची में 21 उम्मीदवारों के नाम शामिल थे। आज जारी की गई दूसरी सूची में छत्तीसगढ़ में पार्टी के सबसे बड़े चेहरे और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह का नाम भी शामिल है। रमन सिंह को राजनादगांव से चुनाव मैदान में उतरा गया है। छत्तीसगढ़ से भी पार्टी ने तीन सांसदों को चुनाव मैदान में उतारा है। सूची में दो पूर्व आईएएस अफसर और नौ महिलाओं के नाम शामिल हैं।
दूसरी सूची में भाजपा ने अनुसूचित जनजाति के 19 और अनुसूचित जाति के नौ उम्मीदवारों पर भी भरोसा जताया है। भाजपा की सूची में सबसे चौंकाने वाला नाम साजा से ईश्वर साहू का है। ईश्वर साहू के बेटे की दो समुदायों के विवाद में हत्या हुई थी। पूर्व कलेक्टर ओपी चौधरी को रायगढ़ से टिकट मिला है। प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव को लोरमी से चुनाव मैदान में उतर गया है।
कमजोर सीटों पर भाजपा का विशेष फोकस
भाजपा ने पहली सूची में उन 21 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित किए थे जिन पर पार्टी की स्थिति कमजोर मानी जा रही है। भाजपा नेतृत्व इस बार छत्तीसगढ़ में हारी हुई सीटों पर विशेष तौर पर फोकस कर रहा है। पार्टी की ओर से घोषित दूसरी सूची में जाति समीकरण पर विशेष ध्यान दिया गया है। सियासी जानकारों का मानना है कि इसके जरिए पार्टी नेतृत्व ने अपनी चुनावी संभावनाओं को मजबूत बनाने की कोशिश की है।
2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने राज्य की 90 में से 68 सीटों पर जीत हासिल करके भाजपा को करारी शिकस्त दी थी। बाद में पार्टी ने उपचुनाव में तीन सीटें और जीतकर अपनी सीटों की संख्या 71 पर पहुंचा दी थी। दूसरी ओर भाजपा घटकर 14 सीटों पर सिमट गई थी।
ऐसे में भाजपा के लिए इस बार भी विधानसभा चुनाव की सियासी जंग काफी मुश्किल मानी जा रही है। यही कारण है कि भाजपा राज्य में पूरी ताकत लगाकर भूपेश बघेल की अगुवाई वाली सरकार को सत्ता से बेदखल करने की कोशिश में जुटी हुई है।