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खतरे में गहलौत सरकारः राज्यपाल ने मांग लिया स्पष्टीकरण, अब क्या करेंगे
राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने इस बात पर भी अशोक गहलोत सरकार स्पष्टीकरण मांगा है कि कोरोना की वजह से इतने कम समय में सभी विधायकों को विधानसभा सत्र के लिए बुलाना मुश्किल होगा।
जयपुर: राजस्थान में राजनीतिक संकट अभी खत्म होने का नाम नही ले रहा है। इस बीच विधानसभा-सत्र बुलाने को लेकर राजभवन की ओर से लौटाई गई फाइल के साथ ही गवर्नर कलराज मिश्र ने गहलोत सरकार से दो बिंदुओं पर स्पष्टीकरण मांगा है। सूत्रों की मानें तो राज्यपाल ने पूछा है कि क्या आप ''विश्वास प्रस्ताव'' लाना चाहते हैं ? मिश्र ने कहा कि क्योंकि प्रस्ताव में आपने इसका ज़िक्र नहीं किया, जबकि आप पब्लिक और मीडिया में कह रहे हैं कि आप ''विश्वास प्रस्ताव'' लाएंगे।
राज्यपाल ने मंगा गहलोत सरकार से स्पष्टीकरण
सूत्रों के मुताबिक राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने इस बात पर भी अशोक गहलोत सरकार स्पष्टीकरण मांगा है कि कोरोना की वजह से इतने कम समय में सभी विधायकों को विधानसभा सत्र के लिए बुलाना मुश्किल होगा। क्या आप विधानसभा-सत्र बुलाने को लेकर 21 दिन का नोटिस देने पर विचार कर सकते हैं ? अब इस पर गहलोत सरकार को राज्यपाल को जवाब देना है। उल्लेखनीय है कि राज्यपाल ने राज्य सरकार की सत्र आहूत करने संबंधी फाइल हाल ही में लौटा दी है। राजभवन ने संसदीय कार्य विभाग को वापस भेजी फाइल में सरकार से कुछ जानकारियां चाही हैं।
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अभी तक नहीं बनी बात
राजभवन और सरकार के बीच चल रहे इस घटनाक्रम से साफ है कि राज्यपाल फिलहाल विधानसभा-सत्र बुलाने के लिए सहमत नहीं हैं। वहीं राज्य सरकार विधानसभा-सत्र बुलाने के लिए बार-बार मांग कर रही है। अपनी इस मांग को लेकर सत्ता पक्ष के विधायक सीएम अशोक गहलोत में नेतृत्व में राज्यपाल से मुलाकात भी कर चुके हैं। लेकिन बात अभी तक बनी नहीं है। विधानसभा-सत्र बुलाने को लेकर राजभवन और सरकार के बीच गतिरोध बना हुआ है। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर राजभवन भी पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। वहीं सरकार भी अपनी आगे की रणनीति बनाने में जुटी हुई है।