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Rajasthan: राजेंद्र गुढ़ा ने जारी किया लाल डायरी का एक पेज, बोले-जेल में डाला तो मेरा आदमी सामने लाता रहेगा जानकारियां

Rajasthan Politics: जेल चला गया तो मेरा आदमी इस डायरी से जुड़ी जानकारियां सामने लाता रहेगा। उन्होंने धमकी भरे लहजे में कहा कि यदि मुझे जेल भेजा गया तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भी राजनीतिक समाज पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की तरह समाप्त हो जाएंगे।

Ashish Pandey
Published on: 2 Aug 2023 3:12 PM IST
Rajasthan: राजेंद्र गुढ़ा ने जारी किया लाल डायरी का एक पेज, बोले-जेल में डाला तो मेरा आदमी सामने लाता रहेगा जानकारियां
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Rajasthan Politics (photo: social media )

Rajasthan Politics:अशोक गहलोत के कभी करीबी रहे पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा अब सरकार की पोल खोलने में जुट गए हैं। राजस्थान में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने हैं। चुनाव से पहले गुढ़ा की तथाकथित डायरी गहलोत की मुश्किलें बढ़ा सकती हैं। गुढ़ा ने तथाकथित लाल डायरी का एक पेज जारी किया है। राजस्थान में महिला अपराधों के मुद्दे पर अपनी ही सरकार को कठघरे में खड़ा करने वाले पूर्व मंत्री अब गहलोत सरकार में हुए भ्रष्टाचार को उजागर करने में जुटे हैं। गुढ़ा ने लाल डायरी का एक पेज जारी करते हुए दावा किया कि राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। भवानी सामोता और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी सोभाग के बीच लेन-देन का जिक्र करते हुए राजेंद्र गुढ़ा ने कथित तौर पर धर्मेंद्र राठौड़ की हैंडराइटिंग भी दिखाई।

राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले गुढ़ा ने पत्रकारों से बातचीत में आरोप लगाया कि राजस्थान रॉयल्स के राजीव खन्ना भी इस भ्रष्टाचार में शामिल हैं। आरोप लगाया कि उन्हें धमकियां दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इस लाल डायरी की जांच आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय को करना चाहिए। गुढ़ा ने कहा कि मैं समय-समय पर और भी खुलासे करता रहूंगा। मेरे विश्वस्त के पास डायरी है। जेल चला गया तो मेरा आदमी इस डायरी से जुड़ी जानकारियां सामने लाता रहेगा। उन्होंने धमकी भरे लहजे में कहा कि यदि मुझे जेल भेजा गया तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भी राजनीतिक समाज पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की तरह समाप्त हो जाएंगे।

मंत्रियों पर दुष्कर्म के आरोप, नार्को टेस्ट की चुनौती-

राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि मैंने गहलोत सरकार के मंत्रियों पर रेपिस्ट होने के आरोप तथ्यों के साथ लगाए हैं। मैं सच बोल रहा हूं। यही नहीं गुढ़ा ने नार्को टेस्ट की चुनौती भी दे डाली, जिसका इस्तेमाल जांच एजेंसियां अपराधियों से सच उगलवाने के लिए करती हैं। उन्होंने कहा कि मैं खुद अपना नार्को टेस्ट करवाने के लिए तैयार हूं। मंत्रियों का भी नार्को टेस्ट करवाया जाए। इससे सारा सच सामने आएगा।

...तो मैं मुख्यमंत्री नहीं होता-

राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मेरे बेटे के जन्मदिन पर घर आए थे। 50-60 हजार लोगों के बीच बोलकर आए थे कि गुढ़ा नहीं होता, तो मैं मुख्यमंत्री नहीं होता। अचानक गुढ़ा में क्या खराबी हो गई? उन्होंने कहा, मैं (कांग्रेस प्रभारी) रंधावा से भी पूछना चाहता हूं। मैंने मां-बहन और बेटियों की सुरक्षा की बात की तो इसमें गलत क्या किया? मैं किस बात की माफी मांगू? मैं 15 साल इनके साथ रहा हूं। छह बार इनके कहने से राज्यसभा में वोट किया है। दो बार राष्ट्रपति को वोट किया है। यही नहीं संकट में इनकी सरकार बचाई है। यह पता नहीं था कि आखिरी सत्र के आखिरी दिन मेरे साथ यह किया जाएगा। राजस्थान की सबसे बड़ी पंचायत में जिस तरह मेरी डायरी छीनी गई। छीनने वाले ने कोई पाप नहीं किया क्या? क्या उसका निष्कासन नहीं होना चाहिए, जिसने डायरी छीनी? उनके खिलाफ कुछ नहीं बनता क्या? अगर 15 साल से मैं इन्हें ब्लैकमेल कर रहा हूं तो मैंने उनसे क्या-क्या ले लिया? यह बताते क्यों नहीं?

बाहर रहा तो जारी करता रहूंगा पन्ने-

राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि मेरे खिलाफ रोजाना नए मुकदमे दर्ज हो रहे हैं। एक मुकदमा आज तो एक दो दिन बाद हो रहा है। मैं भी रणनीति के तहत डायरी के पन्ने जारी करता रहूंगा। डायरी के कुछ पन्ने मिसिंग हैं लेकिन मेरे पास जो पन्ने हैं, वह मैं जारी करूंगा। पन्ने एक के बाद एक जारी करूंगा। उन्होंने कहा कि मैं जेल से बाहर रहा तो लगातार पन्ने जारी करता रहूंगा। अगर मैं जेल गया तो कोई और आकर मेरी जगह पन्ने जारी करेगा। मुझे अंदर डाल कर देखें सरकार... मैं स्वागत करता हूं। अगर मुझे सरकार ने जेल में डाला तो सरकार के समाचार समाप्त। वंस अपॉन अ टाइम, देअर वाज अशोक गहलोत... भरत सिंह जी चिल्ला-चिल्ला कर मर गए। भाया रे भाया, खूब खाया।

बोले-भाजपा से मिलीभगत के सबूत दें

राजेंद्र गुढ़ा ने कांग्रेस को चुनौती दे डाली कि यदि कांग्रेस मेरी बीजेपी से मिलीभगत की बात करती है तो इस मामले में उसे सबूत देना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से लाल डायरी का जिक्र करने पर कहा। यह उनका सब्जेक्ट है, वह हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री हैं।

मैं गहलोत की पट्टी नहीं खोल सकता

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पैरों में लगी चोट से जुड़े सवाल पर राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि मैं इतना बड़ा आदमी नहीं हूं कि जाकर मुख्यमंत्री के दोनों पांव की पट्टी खोल दूं और दिखा दूं कि उनके चोट लगी भी है कि नहीं! मुझे नहीं पता उनके लगी है या नहीं? लेकिन मैं उस पट्टी को खोल भी नहीं सकता। वहीं गुढ़ा ने राजस्थान पब्लिक सर्विस कमीशन के पेपर लीक पर कहा कि पेपर बन भी रहे हैं और आउट भी हो रहे हैं। बाबूलाल कटारा जब जेल में जाता है। उससे पूछताछ होती है, तो उसे सदस्य बनाने वाले से क्यों नहीं पूछा जाता?

राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी रहे राजेंद्र गुढ़ा ही अब उनकी पोल खोलने में जुट गए हैं। गुढ़ा की डायरी में क्या सच्चाई है यह तो कहा नहीं जा सकता लेकिन इतना तो तय है कि गुढ़ा गहलोत के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं। वहीं भाजपा को भी गुढ़ा ने बैठे बैठाए एक इश्यू दे दिया है जिसका विधानसभा चुनाव में भाजपा फायदा उठा सकती है।

Ashish Pandey

Ashish Pandey

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