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UP Politics: महंत राजू दास ने दी मुलायम सिंह यादव को गाली, अखिलेश यादव ने कर दिया पलटवार
UP Politics: हनुमानगढ़ी अयोध्या के संत राजूदास ने मुलायम सिंह यादव को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की, इस पर अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा, "जैसी संगत वैसी वाणी कह गए सब संत-ज्ञानी," जिसे राजूदास को जवाब के रूप में देखा जा रहा है।
UP Politics: हनुमानगढ़ी अयोध्या के संत राजूदास ने मुलायम सिंह यादव को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिससे समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं में गुस्सा फैल गया। इस पर अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा, "जैसी संगत वैसी वाणी कह गए सब संत-ज्ञानी," जिसे राजूदास को जवाब के रूप में देखा जा रहा है।
क्या है पूरा मामला?
प्रयागराज महाकुंभ में मुलायम सिंह यादव की स्मृति सेवा संस्थान ने अपने टेंट में सपा संस्थापक की मूर्ति लगवाई थी, जो आकर्षण का केंद्र बन गई। सपा कार्यकर्ता और समर्थक महाकुंभ में स्नान के बाद मुलायम सिंह यादव की मूर्ति को देखने आ रहे थे। अखिलेश यादव ने भी इस मूर्ति का फोटो शेयर करते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि यदि आप कुंभ में जा रहे हैं तो मुलायम सिंह यादव की मूर्ति का दर्शन जरूर करें। इसके बाद, महंत राजू दास ने इस पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, "अगर आप कुंभ मेले में जा रहे हैं तो इस कठमुल्ले के ऊपर लघुशंका करके जाएं।" यह टिप्पणी सपा कार्यकर्ताओं को बुरी तरह से चुभी और गुस्से का कारण बनी।
सपा महानगर अध्यक्ष ने कराई FIR
महंत राजू दास के इस बयान के बाद, समाजवादी पार्टी के अयोध्या महानगर अध्यक्ष श्याम कृष्ण श्रीवास्तव ने FIR दर्ज कराई। FIR में कहा गया है, "अयोध्या निवासी कथित महंत राजू दास ने फेसबुक पेज 'राजू दास हनुमानगढ़ी' पर भारत के पूर्व रक्षा मंत्री और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. मुलायम सिंह यादव के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की है। उन्होंने लिखा कि अगर आप कुंभ मेले में जा रहे हैं तो कठमुल्ले के ऊपर जरूर मूत के जाएं और साथ में मुलायम सिंह यादव जी की मूर्ति की फोटो शेयर की। महंत राजू दास के इस कृत्य से मैं और समाजवादी पार्टी के अन्य कार्यकर्ता आहत हैं। यह कृत्य सामाजिक और साम्प्रदायिकता फैलाने वाला है और समाज में वैमनस्यता उत्पन्न कर रहा है। यह पोस्ट मैंने और अन्य कई लोगों ने देखा और पढ़ा है, और इससे मेरी और लाखों लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। इस पोस्ट के कारण मुलायम सिंह यादव जी के प्रति सम्मान रखने वाले लोगों में गहरा आक्रोश है।"