TRENDING TAGS :
राज्यसभा में खड़गे और धनखड़ के बीच भिड़ंत, कांग्रेस अध्यक्ष की इस टिप्पणी पर भड़क गए सभापति
Jagdeep Dhankhar vs Mallikarjun Kharge: जगदीप धनखड़ ने चेतावनी भरे अंदाज में यहां तक कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे हर बार कुर्सी को नीचा नहीं दिखा सकते।
Jagdeep Dhankhar vs Mallikarjun Kharge: राज्यसभा में सोमवार के बाद मंगलवार को भी सभापति जगदीप धनखड़ और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच तीखी तकरार हो गई। खड़गे की ओर से की गई टिप्पणी पर उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने खड़गे से यहां तक कह डाला कि आपने कुर्सी का जितना अपमान किया है,उतना अपमान आज तक किसी ने नहीं किया।
धनखड़ ने चेतावनी भरे अंदाज में यहां तक कहा कि आप हर बार कुर्सी को नीचा नहीं दिखा सकते। इससे पहले सोमवार को भी खड़गे की ओर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को लेकर की गई टिप्पणी पर धनखड़ ने नाराजगी जताई थी और दोनों के बीच तीखी तकरार हो गई थी।
प्रमोद तिवारी के संबोधन के दौरान रमेश की टिप्पणी
दरअसल राज्यसभा में आज कांग्रेस सदस्य प्रमोद तिवारी का संबोधन चल रहा था। प्रमोद तिवारी ने मणिपुर, काले धन और लद्दाख आदि मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार की ओर से पिछले 10 वर्षों में जनता से किए गए वादों को पूरा नहीं किया गया। प्रमोद तिवारी के संबोधन के दौरान कांग्रेस सदस्य जयराम रमेश ने बीच में कोई टिप्पणी की जिसे लेकर सभापति ने आपत्ति जताई।
बाद में प्रमोद तिवारी ने फिर अपना संबोधन शुरू किया और इस दौरान उन्होंने पेट्रोल और डीजल की कीमतों को लेकर केंद्र सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में पेट्रोल और डीजल के दाम घटे हैं जबकि अपने देश में कीमतें बढी हैं। उन्होंने कहा कि इसमें जरूर प्रधानमंत्री के दोस्तों और यारों का कुछ न कुछ हाथ है।
इस पर धनखड़ ने प्रमोद तिवारी को टोकते हुए कहा कि बिना तथ्यों के निराधार आरोप नहीं लगाए जाने चाहिए। इसी दौरान जयराम रमेश फिर अपनी कुर्सी से खड़े हो गए और उन्होंने अपनी बात कहानी शुरू कर दी।
खड़गे के बयान पर भड़क गए धनखड़
इस बार सभापति धनखड़ ने जयराम रमेश के प्रति नाराजगी जताई और तंज भरे अंदाज में कहा कि वे इतने समझदार हैं कि उन्हें खड़गे की जगह बैठना चाहिए। धनखड़ की ओर से अपना नाम लिए जाने पर आपत्ति जताते हुए खड़गे ने कहा कि मुझे राज्यसभा में विपक्ष का नेता बनाने वाली सोनिया गांधी यहां बैठी हैं। मुझे न तो जयराम रमेश बना सकते हैं और न आप।
खड़गे की ओर से यह बयान दिए जाने पर सभापति धनखड़ भड़क गए। उन्होंने कहा कि आप हमेशा कुर्सी को नीचा दिखाने की कोशिश करते हैं। आप हर बार कुर्सी का अनादर नहीं कर सकते। आप हमेशा बीच में खड़े हो जाते हैं और बिना यह सोचे समझे कि मैं क्या बोल रहा हूं,कुछ भी टिप्पणी कर डालते हैं। इस देश और संसदीय लोकतंत्र में कभी किसी भी नेता ने कुर्सी का इतना ज्यादा अनादर नहीं किया। अब वह समय आ गया है जब आपको आत्मचिंतन करना चाहिए क्योंकि कुर्सी के अनादर को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
एक दिन पहले संघ को लेकर हुई थी तकरार
सभापति धनखड़ और कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे के बीच लगातार दूसरे दिन तीखी बहस हुई है। इससे पहले सोमवार को भी खड़गे की ओर से दिए गए बयान पर धनखड़ ने तीखी आपत्ति जताई थी। दरअसल सोमवार को अपने संबोधन के दौरान खड़गे ने कहा था कि देश की शिक्षण संस्थानों पर भाजपा और संघ के लोगों ने कब्जा कर रखा है। इस पर सभापति ने तीखी आपत्ति जताते हुए खड़गे के बयान को राज्यसभा की कार्रवाई से बाहर करने का निर्देश दिया था।
सभापति ने टिप्पणी की थी कि आपका बयान बिल्कुल गलत है। क्या संघ का सदस्य होना कोई अपराध है? संघ देश के लिए काम करने वाली संस्था है। संघ से जुड़े लोग राष्ट्र हित के काम में हमेशा जुटे रहते हैं। संघ को लेकर गलत बयानी नहीं की जानी चाहिए।
इस पर खड़गे ने फिर खड़े होकर संघ की विचारधारा को देश के लिए खतरनाक बताया था। इस पर भी सभापति ने आपत्ति जताते हुए खड़गे के बयान को रिकॉर्ड से हटाने का निर्देश दिया था। सोमवार के बाद आज फिर राज्यसभा में खड़के और धनखड़ के बीच देखने को मिली।