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UP: ‘जयंत चौधरी का वोट पहले ही भाजपा में जा चुका’, रालोद के एनडीए में जाने की अटकलों पर रामगोपाल यादव की तीखी प्रतिक्रिया
UP News: रालोद के एनडीए में जाने से सबसे बड़ा झटका समाजवादी पार्टी को लगना है, इसलिए पार्टी में इसको लेकर बेचैनी देखी जा रही है।
UP News: बिहार के बाद अब उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन में बड़े बिखराव की अटकलें इन दिनों मीडिया में छाई हुई हैं। राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) के एनडीए में जाने के कयासों को लेकर सियासी माहौल गरमाया हुआ है। ऐसी चर्चाओं पर रालोद प्रमुख जयंत चौधरी की चली आ रही चुप्पी इन्हें और बल दे रही हैं। सियासी जानकारों का मानना है कि जयंत अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राह पर हैं।
रालोद के एनडीए में जाने से सबसे बड़ा झटका समाजवादी पार्टी को लगना है, इसलिए पार्टी में इसको लेकर बेचैनी देखी जा रही है। सपा नेताओं की ओर से जयंत को लेकर खट्टे-मिट्ठे बयान सामने आ रहे है। अखिलेश-शिवपाल जहां उनकी सियासी समझ की तारीफ कर रहे हैं। वहीं, राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव ने रालोद के बीजेपी के साथ जाने की अटकलों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
‘जयंत चौधरी का वोट पहले ही भाजपा में जा चुका’
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में पार्टी के लीडर प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने रालोद के बीजेपी के साथ जाने की अटकलों पर कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि कौन कहां जा रहा है। फाइनल होने दो देखते हैं, जनता बड़ी है। चुनाव के वक्त कोई आता-जाता है तो इससे कोई ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है।
आगे उन्होंने कहा कि जयंत चौधरी का वोट पहले ही भाजपा में जा चुका है। चुनाव आने वाला है जनता ही तय करती है कि कौन नेता है कौन नहीं। रामगोपाल यादव के इस बयान को रालोद प्रमुख के लिए एक सख्त संदेश के तौर पर देखा जा रहा है। साथ ही ये भी माना जा रहा है कि अब गठबंधन तोड़ने का महज औपचारिक ऐलान बाकी रह गया है।
अखिलेश-शिवपाल ने क्या कहा था ?
गुरुवार को सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने जयंत चौधरी के बीजेपी के साथ जाने की अटकलों पर कहा था, भारतीय जनता पार्टी दलों को तोड़ना जानती है। किसको कब लेना है, वह जानती है। वह यह भी जानती है कि कैसे बेईमानी करनी है। चंडीगढ़ में आपने देखा कि कैसे बेईमानी हुई। वह यह भी जानती है कि कब किसको खरीदना है, कब किसको कैसे क्या करना है। किसके पास ईडी भेजना है, किसके पास सीबीआई भेजनी है, कब कहां आयकर का छापा डलवाना है और किस पत्रकार का मुंब बंद कराना है। इससे पहले अखिलेश ने कहा था कि जयंत चौधरी काफी पढे-लिखे हैं और वह किसानों की लड़ाई को कमजोर नहीं होने देंगे।
वहीं, उनके चाचा और सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव ने कहा था कि मैं जयंत चौधरी को बहुत अच्छे तरीके से जानता हूं। वे धर्मनिरपेक्ष लोग हैं। बीजेपी केवल मीडिया को भ्रमित कर रही है। आरएलडी हमारे साथ है और हम सब मिलकर लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने का काम करेंगे।
जयंत चौधरी का एनडीए में जाना तय !
राष्ट्रीय लोकदल प्रमुख जयंत चौधरी पिछले कई दिनों से मीडिया से दूरी बनाए रखे हैं। बताया जाता है कि वो इस वक्त बहुत ही कम लोगों से मुलाकात कर रहे हैं। उनके करीबी सूत्रों की मानें तो बीजेपी के साथ डील पक्की हो गई है। उन्हें दो लोकसभा सीट, एक राज्यसभा और केंद्र एवं यूपी कैबिनेट में एक-एक मंत्री पद देने का आश्वासन मिला है। 12 फरवरी को छोटे चौधरी के नाम से मशहूर दिवंगत चौधरी अजित सिहं की जयंती है। इस दिन छपरौली में उनकी प्रतिमा का अनावरण होना है। माना जा रहा है कि इसका अनावरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर सकते हैं और इसी दिन जयंत के आधिकारिक रूप से एनडीए में शामिल होने का ऐलान होगा।