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Ram Mandir Pran Pratistha: प्राण प्रतिष्ठा समारोह में कौन-कौन जज होंगे शामिल ? SC के 5 न्यायधीशों को मिला है न्योता

Ram Mandir Pran Pratistha: रामजन्मभूमि – बाबरी मस्जिद विवाद का फैसला सुनाने वाले सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ में तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगाई, मौजूदा चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस एसएस बोबडे, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एस अब्दुल नजीर शामिल थे।

Krishna Chaudhary
Published on: 21 Jan 2024 8:57 AM GMT (Updated on: 21 Jan 2024 9:21 AM GMT)
5 SC judges
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5 SC judges   (photo: social media )

Ram Mandir Pran Pratistha: 22 जनवरी को अयोध्या में देश-विदेश से आए वीवीआईपी मेहमानों का जमावड़ा होगा। महर्षि वाल्मीकी इंटरनेशनल एयरपोर्ट अयोध्या धाम पर 48 चार्टर्ड विमान उतरेंगे। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनने के लिए 8 हजार से अधिक मेहमानों को न्योता भेजा गया है, जिनमें राजनीति, कला, विज्ञान से लेकर तमाम क्षेत्रों के दिग्गज शामिल हैं। इनमें वो पांच शख्स भी शामिल हैं, जिनकी वजह से आज यह भव्य आयोजन संभव हो पाया है।

जी हां, हम बात करें सुप्रीम कोर्ट के संविधान पीठ के उन पांच न्यायधीशों की जिन्होंने 9 नवंबर 2019 को सर्वसम्मति से रामजन्मभूमि – बाबरी मस्जिद विवाद पर फैसला सुनाकर दशकों पुराने विवाद का पटाक्षेप कर दिया था। अपने फैसले से अयोध्या में 500 साल बाद राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने वाले उन पांच जजों को राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से पिछले दिनों न्योता भेजा गया था। ऐसे में कौन – कौन समारोह में शामिल होंगे, इस पर सबकी नजरें टिकी हैं। इसको लेकर एक बड़ी जानकारी भी सामने आई है।

किन पांच जजों को मिला है न्योता

रामजन्मभूमि – बाबरी मस्जिद विवाद का फैसला सुनाने वाले सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ में तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगाई, मौजूदा चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस एसएस बोबडे, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एस अब्दुल नजीर शामिल थे। इन पांचों में जस्टिस चंद्रचूड़ को छोड़कर बाकी चारों रिटायर हो चुके हैं।


कौन-कौन कार्यक्रम में नहीं होंगे शामिल

अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के आगाज होने में अब 24 घंटे से भी कम का वक्त रह गया है। ऐसे में आने वाले मेहमानों की तस्वीर साफ हो चुकी है और वे शुक्रवार-शनिवार से ही रामनगरी पहुंचना शुरू कर चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 22 जनवरी के कार्यक्रम में पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगाई, वर्तमान चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस एसएस बोबडे, और जस्टिस एस अब्दुल नजीर शामिल नहीं होंगे। कल के कार्यक्रम में जस्टिस अशोक भूषण शामिल हो रहे हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2020 में राज्यसभा सांसद बनाए गए पूर्व सीजेआई गोगाई ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों का हवाला देते हुए 22 जनवरी के कार्यक्रम में शामिल होने पर असमर्थता जताई है। वर्तमान में आंध्र प्रदेश के राज्यपाल रिटायर्ड जस्टिस अब्दुल नजीर ने भी पूर्व प्रतिबद्धताओं के कारण समारोह में शामिल होने में असमर्थता जताई है। वहीं, जस्टिस बोबडे फिलहाल नागपुर में अपने पैतृक आवास में रह रहे हैं। उनकी ओर से अब तक ट्रस्ट के कर्मचारियों को आने के बारे में कोई सूचना नहीं दी गई है। इसके अलावा मौजूदा मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ 22 जनवरी को वर्किंग डे होने के कारण सुप्रीम कोर्ट में रहेंगे। वो शायद ही किसी धार्मिक समारोह में शामिल होने के लिए अदालत का काम छोड़ेंगे।



Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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