लोकतंत्र की खुली हवा में सांस ले रहे हैं, तो सबसे बड़ा श्रेय स्वतंत्रता सेनानियों को

Rishi
Published on: 9 Aug 2017 11:11 AM GMT
लोकतंत्र की खुली हवा में सांस ले रहे हैं, तो सबसे बड़ा श्रेय स्वतंत्रता सेनानियों को
X

रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने बुधवार को अंग्रेजी हुकूमत से मुक्ति के लिए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नेतृत्व में शुरू किए गए 'भारत छोड़ो आंदोलन और अगस्त क्रांति' की 75वीं वर्षगांठ पर जनता को बधाई दी।

ये भी देखें:अनहोनी को दावत! शरीफ सुरक्षा चिंताओं को दरकिनार कर सड़क मार्ग से चले लाहौर

डॉ. सिंह ने यहां जारी अपने शुभकामना संदेश में कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में 9 अगस्त, 1942 का दिन एक यादगार तारीख के रूप में हमेशा के लिए दर्ज हो गया है। यह दिन हमें स्वतंत्रता आंदोलन में लाखों देशवासियों के कठिन संघर्षों और बलिदानों की याद दिलाता है।

ये भी देखें:येचुरी का पीएम मोदी पर प्रहार-नव उदारवादी नीतियां ‘भारत छोड़ें’

उन्होंने कहा कि आज अगर हम सब आजादी और लोकतंत्र की खुली हवा में सांस ले रहे हैं, तो इसका सबसे बड़ा श्रेय हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों को दिया जाना चाहिए। मेहनत और ईमानदारी से कर्तव्य पालन करते हुए देश को तरक्की की ऊंचाइयों तक पहुंचा कर ही हम अपने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के सपनों को साकार कर सकते हैं।

ये भी देखें:आजादी में रहा था इस क्रांतिकारी का अनोखा योगदान, आज भी किए जाते हैं याद

मुख्यमंत्री ने सभी लोगों से राष्ट्र के विकास और निर्माण के लिए अपने-अपने कार्य क्षेत्र में कड़ी मेहनत और ईमानदारी के साथ काम करते रहने का आह्वान किया है।

Rishi

Rishi

आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

Next Story