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लोकसभा स्पीकर ओम बिरला का आदेश, संसद की विशेषाधिकार कमेटी करेगी रमेश बिधूड़ी-दानिश अली मामले की जांच
Ramesh Bidhuri Remarks: लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी और बसपा नेता दानिश अली के मामले को विशेषाधिकार समिति के पास भेज दिया है।
Danish Ali-Ramesh Bidhuri Issue: लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला (Om Birla) ने बहुजन समाज पार्टी के सांसद दानिश अली (BSP MP Danish Ali) और भारतीय जनता पार्टी सांसद रमेश बिधूड़ी (BJP MP Ramesh Bidhuri) के मुद्दे पर सांसदों की शिकायतों को विशेषाधिकार समिति (Privilege Committee) के पास भेजा है। अधिकारियों ने गुरुवार (28 सितंबर) को ये जानकारी दी।
दरअसल, चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) की सफलता मसले पर लोकसभा में चर्चा के दौरान 21 सितंबर को बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने बसपा नेता दानिश अली के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया था। जिसकी चौतरफा आलोचना भी हुई।
सांसदों की मांग, भेजें विशेषाधिकार समिति के पास
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chaudhary), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सांसद सुप्रिया सुले (Supriya Sule), तृणमूल कांग्रेस की अपरूपा पोद्दार, डीएमके सांसद कनिमोझी (Kanimozhi) तथा विपक्ष के कई अन्य सांसदों ने दानिश अली के प्रति एकजुटता दिखाई। इन सभी सांसदों ने रमेश बिधूड़ी की विवादित टिप्पणी को लेकर ओम बिरला को पत्र लिखा था। चिट्ठी में उन्होंने बीजेपी सांसद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। इन सभी ने मामले को विशेषाधिकार समिति के पास भेजने की मांग उठाई थी।
दानिश अली की भी शिकायत
भाजपा ने अपने सांसद रमेश बिधूड़ी को अमर्यादित बोल के लिए कारण बताओ नोटिस जारी (Show cause notice issued) किया। बीजेपी के एक अन्य सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) और रवि किशन ने लोकसभा स्पीकर को पत्र लिख दावा किया था कि, पहले दानिश अली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक शब्द का प्रयोग किया था। उन्होंने भी इस मामले को विशेषाधिकार समिति के पास भेजने की मांग की थी।
निशिकांत दुबे ने जताया आभार
आपको बता दें, अब दोनों ही मामले को प्रिविलेज कमिटी के पास भेज दिया गया है। जिस पर निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, 'लोकसभा स्पीकर ओम बिरला का आभार। उन्होंने दानिश अली प्रकरण में लोकसभा सचिवालय की कमेटी को जांच का जिम्मा सौंपा। आज ये इसलिए संभव हो पाया क्योंकि लोकसभा में बीजेपी का बहुमत है।'