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रतन टाटा : महान परोपकारी शख्सियत... कर दिए थे 500 करोड़ रुपए दान

Ratan Tata : भारत के सबसे सम्मानित व्यवसायी रतन टाटा का विजन बिजनेस प्रॉफिट से कहीं आगे तक फैला हुआ है। वह सामाजिक जिम्मेदारी और स्थिरता के लिए गहराई से प्रतिबद्ध रहे हैं। व

Neel Mani Lal
Published on: 10 Oct 2024 12:09 AM IST (Updated on: 10 Oct 2024 12:10 AM IST)
रतन टाटा : महान परोपकारी शख्सियत... कर दिए थे 500 करोड़ रुपए दान
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रतन टाटा (Pic - Social Media)

Ratan Tata : भारत के सबसे सम्मानित व्यवसायी रतन टाटा का विजन बिजनेस प्रॉफिट से कहीं आगे तक फैला हुआ है। वह सामाजिक जिम्मेदारी और स्थिरता के लिए गहराई से प्रतिबद्ध रहे हैं। वह सबसे उदार परोपकारी लोगों में से एक रहे हैं।

भारत के सबसे बड़े धर्मार्थ संगठनों में से एक, उनके फाउंडेशन "टाटा ट्रस्ट्स" ने छात्रवृत्ति प्रदान करने, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, ग्रामीण विकास और प्रकृति से जुड़े जीवन से संबंधित प्रोजेक्ट्स का सपोर्ट करने के लिए प्रौद्योगिकी केंद्र बनाए हैं। जब दुनिया घातक कोरोना महामारी से जूझ रही थी, तब उन्होंने 500 करोड़ रुपये का दान भी दिया था।

- रतन टाटा ने अपने अल्मा मेटर, हार्वर्ड बिजनेस स्कूल को एक कार्यकारी केंद्र बनाने के लिए 50 मिलियन डॉलर का दान भी दिया था।

- टाटा ट्रस्ट्स ने भारतीय विज्ञान संस्थान और विभिन्न आईआईएम परिसरों जैसे कई शैक्षणिक संस्थानों को फाइनेंस किया है।

- मुंबई में हुए भीषण 26/11 हमलों के बाद, रतन टाटा ने पीड़ितों और उनके परिवारों को पुनर्वास में मदद करने के लिए ‘ताज पब्लिक सर्विस वेलफेयर ट्रस्ट’ की स्थापना की थी।

- रतन टाटा ने एक ऐसे स्टार्टअप में भी निवेश किया, जो वरिष्ठ नागरिकों को सार्थक दोस्ती के लिए युवा स्नातकों से जोड़ता है।

- उन्होंने आईवियर रिटेलर लेंसकार्ट, डिजिटल भुगतान ब्रांड पेटीएम, इलेक्ट्रिक वाहन स्टार्टअप ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म अपस्टॉक्स सहित 50 से अधिक स्टार्टअप का समर्थन किया है।

- कुत्तों के प्रति उनके प्यार को किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है। टाटा सन्स के ग्लोबल मुख्यालय "बॉम्बे हाउस" में कई आवारा कुत्तों की देखभाल ग्रुप द्वारा की जाती है।

- 2021 में रतन टाटा दो साल से अस्वस्थ अपने एक पूर्व कर्मचारी से मिलने मुंबई से पुणे गए थे।

- सरकार ने उद्योग और समाज में उनके योगदान को मान्यता दी और उन्हें 2000 में पद्म भूषण और 2008 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया।

- उन्हें भारत और विदेशों में कई विश्वविद्यालयों से मानद डॉक्टरेट की उपाधि भी मिली है।

सच है कि रतन टाटा की विरासत बहुआयामी है जिसकी तुलना शायद ही किसी व्यवसायी से की जा सके।



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Rajnish Verma

Rajnish Verma

Content Writer

वर्तमान में न्यूज ट्रैक के साथ सफर जारी है। बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय से पत्रकारिता की पढ़ाई पूरी की। मैने अपने पत्रकारिता सफर की शुरुआत इंडिया एलाइव मैगजीन के साथ की। इसके बाद अमृत प्रभात, कैनविज टाइम्स, श्री टाइम्स अखबार में कई साल अपनी सेवाएं दी। इसके बाद न्यूज टाइम्स वेब पोर्टल, पाक्षिक मैगजीन के साथ सफर जारी रहा। विद्या भारती प्रचार विभाग के लिए मीडिया कोआर्डीनेटर के रूप में लगभग तीन साल सेवाएं दीं। पत्रकारिता में लगभग 12 साल का अनुभव है। राजनीति, क्राइम, हेल्थ और समाज से जुड़े मुद्दों पर खास दिलचस्पी है।

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