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MPC की बैठक के बाद आरबीआई गवर्नर का बड़ा एलान, बोले-नीतिगत ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं
RBI MPC Announcement: इस बार एमपीसी जिन प्रमुख कारकों पर विचार कर रही थी, उनमें लगातार बढ़ती महंगाई का दबाव, खासकर खाद्य कीमतों के अलावा वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताएं शामिल रही।
RBI MPC Announcement Today: भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने अपनी बैठक में बड़ा फैसला लिया हैं। नीतिगत ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। रेपो रेट को एमपीसी 51वीं बैठक में चर्चा के बाद 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखने का फैसला लिया गया। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने तीन दिनों तक चली एमसीसी की बैठक के बाद बुधवार को की इसका एलान किया। बैठक में रुख को न्यूट्रल रखने पर एमपीसी के सभी सदस्यों ने सहमति जताई। इस बार एमपीसी जिन प्रमुख कारकों पर विचार कर रही थी, उनमें लगातार बढ़ती महंगाई का दबाव, खासकर खाद्य कीमतों के अलावा वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताएं शामिल रही।
7 अक्टूबर 2024 को शुरू हुई एमपीसी की बैठक पर बाजार का ध्यान बना हुआ था, क्योंकि केंद्रीय बैंक ने पिछले नौ लगातार बैठकों से रेपो दर को 6.50 प्रतिशत पर स्थिर रखा था। पिछली बैठकों में आरबीआई ने मुद्रास्फीति संबंधी चिंताओं को आर्थिक विकास की आवश्यकता के साथ संतुलित करने के लिए सतर्क रुख अपनाया था। बैठक में इस बार भी रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखने का फैसला लिया गया।
रेपो रेट का ईएमआई पर असर
आरबीआई की एमपीसी की बैठक हर दो महीने में होती है। बैठक में रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास समेत छह सदस्य महंगाई समेत अन्य मुद्दों और बदलावों पर चर्चा करते हैं। बता दें कि रेपो रेट का सीधा कनेक्शन बैंक लोन लेने वाले ग्राहकों से होता है। इसके कम होने से लोन की ईएमआई घट जाती है और इसमें बढ़ोतरी होने पर लोन की ईएमआई बढ़ जाती है। दरअसल, रेपो रेट वह दर होती है जिस पर किसी देश का केंद्रीय बैंक धन की किसी भी कमी की स्थिति में वाणिज्यिक बैंकों को पैसा उधार देता है। रेपो रेट का उपयोग मौद्रिक अधिकारियों द्वारा इंफ्लेशन को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है।
10वीं बार है रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं
ये लगातार 10वीं बार है जबकि रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। दो दिवसीय मौद्रिक नीति समिति की बैठक के नतीजों का एलान करते हुए रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि इस बार भी नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। यानी आपके लोन की ईएमआई न बढ़ेगी और न ही घटने वाली है। रेपो रेट 6.50 प्रतिशत ही रहेगी। इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है। जबकि रिवर्स रेपो रेट 3.35 प्रतिशत पर और बैंक रेट 6.75 प्रतिशत पर स्थिर रखा गया है।