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रीडिंग हैबिट : ऑफलाइन रीडिंग के शानदार एप्स, अपनाएं ये टिप्स

Newstrack
Published on: 12 Jan 2018 3:31 PM IST
रीडिंग हैबिट : ऑफलाइन रीडिंग के शानदार एप्स, अपनाएं ये टिप्स
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नई दिल्ली: पहले एक समय था कि कोई भी जानकारी चाहिए होती तो हमें लाइब्रेरी की ओर भागना पड़ता था, लेकिन अब समय बदल गया है। हमें ढेर सारी जानकारी इंटरनेट पर मिल जाती है, लेकिन कई बार जरूरी आर्टिकल पढऩे के लिए समय नहीं मिलता या कनेक्टिविटी की समस्या के कारण भी आपको परेशानी होती है। ऐसे में आपको बता रहे हैं कि कैसे आप ऑफलाइन यानी बिना इंटरनेट कनेक्टिविटी के भी पुस्तकें पढ़ सकते हैं। आप कुछ खास एप्स की मदद से ऑनलाइन कंटेंट को सेव कर सकते हैं और ऑफलाइन पढ़ सकते हैं।

प्रेस रीडर : यह एप कई तरह से खास है। इसका यूज किसी सभी प्लेटफॉर्म पर काम करता है। आप इसे एंड्राइड, विंडोज, ब्लैकबेरी और आईओएस पर आसानी से चला सकते हैं। सबस्क्रिप्शन फीस के बदले में यह एप आपको 2000 से ज्यादा न्यूजपेपर्स तक पहुंचने की सुविधा देता है। आप चाहें तो पूरा न्यूजपेपर डाउनलोड कर सकते हैं और समय मिलने पर पढ़ सकते हैं। इसको आप किसी भी तरह यूज कर सकते हैं।

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रीडलिस्ट्स: रीड लिस्ट भी अपने तरह का अनोखा एप है। इसमें आपकी इच्छा पूरी हो जाएगी। इस पर आप जिन आॢटकल्स को पढऩा चाहते हैं, उन्हें एक ई-बुक में बदल दिया जाता है और आप इसे ङ्क्षकडल, आईपैड या किसी हैंडसेट पर कभी भी पढ़ सकते। साथ ही आप जिन आॢटकल्स को ई-बुक की फॉर्म में चाहते हैं, उनका यूआरएल कट-पेस्ट करें और आसानी से ई-बुक तैयार हो जाएगी। इसे किसी भी डिवाइस में डाल सकते हैं। इसका एक्सेस करना काफी आसान है।

पॉकेट एप : इसमें आर्टिकल को सेव करने के साथ बाद में आसानी से पढ़ सकते हैं। इंस्टापेपर की तरह यह भी कंटेंट को बिना विज्ञापनों और फ्लैशिंग बैनर के सेव करता है। आपको बस इतना करना है कि आप जो पढऩा चाहते हैं, उसे चुनें। इसके बाद एप कंटेंट को पढऩे के लिए तैयार रखेगा। इसमें इंटरनेट कनेक्टिविटी की ज्यादा टेंशन नहीं होती। इसे कहीं भी और कैसे भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे डाउनलोड करने के बाद आपकी काफी परेशानी हल हो जाएगी।

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इंस्टापेपर डाउनलोड करें : जो पेजेज को बुकमार्क करना पसंद करते हैं और उसे बाद में पढऩा चाहते हैं उनके लिए यह एप काफी उपयोगी है क्योंकि जब वे दोबारा पेज पर लौटते हैं तो उनको पेज नहीं मिलता है, लेकिन यह आपको वेब पेजेज को बाद में पढऩे की सुविधा देता है। इसमें किसी तरह के एडवर्टाइजमेंट और फ्लैशिंग बैनर नहीं हैं जो अक्सर ऑनलाइन रीडिंग के दौरान परेशान करते हैं। यह फ्री नहीं है। अगर आप ढेर सारे बुकमाक्र्स से परेशान हो चुके हैं तो यह एप आपके रीडिंग कंटेंट को सही तरह से आपके सामने पेश कर सकता है।

फ्लिपबोर्ड बेहतर ऑप्शन : यह आरएसएस फीड्स को एक मैग्जीन फॉर्म में पेश करने के लिए जाना जाता है। यह ऑफलाइन रीडिंग के लिए कंटेंट को डाउनलोड करने का ऑप्शन भी देता है। इसके लिए आपको एप को एक्टिवेट करना होगा और अपने पसंद के कंटेंट पर जाना होगा। इसके बाद का सारा काम एप खुद कर लेगा। आप चाहें तो आसानी से वेबसाइट्स को चुन सकते हैं और बता सकते हैं कि आप किन वेबसाइट्स को फॉलो करना चाहते हैं। इस एप को इस्तेमाल करना काफी आसान है। अगर आप इसका एक बार इस्तेमाल कर लेते हैं तो संभावना है कि इसे आप दोबारा भी यूज करेंगे।

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अर्ली एडिशन 2

हो सकता है कि इसकी ज्यादा कीमत (२६0 रुपए) को देखकर आपका मन हो सकता है कि इस एप को न लिया जाए, लेकिन जब आप इसके फीचर देखेंगे तो आपका मन करेगा कि इसे ही यूज किया जाए। जब आपके आईपैड पर इससे मिलने वाले आउटपुट को देखेंगे तो लगेगा कि यह बाकी सारे एप्स से बेस्ट है। यह एप न्यूज को अलग-अलग स्रोतों से लेता है और उन्हें एक न्यूजपेपर की फॉर्मेट में पेश करता है। इसमें आप उन विषयों को भी चुन सकते हैं, जिन्हें आप फॉलो करना चाहते हैं। आप ऑनलाइन होते हैं तो एप पसंद की खबरों को हेडलाइन्स के मुताबिक डाउनलोड कर लेता है। इसके और भी फायदे आपको देखने को मिलेंगे।

लॉन्ग फार्म भी ट्राई करें

अगर आप ऐसे एप की तलाश में हैं, जो आपके मतलब की न्यूज चुनकर आपके डिवाइस पर डाउनलोड कर दे तो आपके लिए लॉन्गफॉर्म बेस्ट है। इसकी खास बात यह है कि यह सबसे महत्वपूर्ण खबरों को चुनता है और उन्हें एक क्लीन फॉर्मेट में पेश करता है। इसके कंटेंट में विज्ञापनों की टेंशन भी नहीं होती है। इससे न केवल पढऩे में आसानी होती है बल्कि आपका समय भी बचता है।



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