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Retail Inflation Rate: मई में घटी महंगाई दर, इन चीजों के कम हुए दाम

Retail Inflation Rate: राष्ट्रीय साख्यिकी कार्यालय की ओर से जारी आंकड़े के मुताबिक, मई महीने में देश में महंगाई का दर 7.04 प्रतिशत रही, अप्रैल माह के मुकाबले में इसमें थोड़ी गिरावट आई है।

Krishna Chaudhary
Published on: 13 Jun 2022 7:14 PM IST (Updated on: 13 Jun 2022 7:44 PM IST)
Retail Inflation
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Retail Inflation। (Social Media)

Retail Inflation Rate: महंगाई के मोर्चे से एक राहतभरी खबर आई है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (National Statistics Office) द्वारा जारी आंकड़े के मुताबिक, मई महीने में देश में महंगाई का दर 7.04 प्रतिशत रही, अप्रैल माह के मुकाबले में इसमें थोड़ी गिरावट आई है। अप्रैल में में खुदरा महंगाई दर 7.79 प्रतिशत पर जा पहुंचा था। हालांकि, खुदरा महंगाई दर अब भी काफी ज्यादा है। केंद्र सरकार ने रिजर्व बैंक को मुद्रास्फीति को दो प्रतिशत घट – बढ़ के साथ चार प्रतिशत पर रखने की जिम्मेदारी दी है।

महंगाई में कमी के कारण

मई महीने में खाने – पीने के सामान से लेकर पेट्रोल – डीजल और बिजली की महंगाई कम होने से खुदरा महंगाई दर में गिरावट आई है। इसके अलावा एक्साइज ड्यूटी और वैट में कमी के चलते माल ढुलाई पर लागत घटने से भी खुदरा महंगाई में कमी हुई है। हालांकि, रूस – यूक्रेन के बीच जारी जंग के कारण तेल की कीमतें उच्च स्तर पर बनी हुई हैं। कच्चा तेल 121 डॉलर प्रति बैरल होने के कारण सरकारी पेट्रोलियम कंपनियों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। ऐसे में पेट्रोल – डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी की संभावना भी जताई जा रही है।

शहरी इलाकों में खाद्य महंगाई बढ़ी

अप्रैल के मुकाबले मई में शहरों में खाद्य महंगाई में वुद्धि हुई है। अप्रैल में शहरी इलाकों में खाद्य महंगाई दर 8.09 प्रतिशत रहा था, जो मई में 8.20 प्रतिशत पर पहुंच गया है। बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने इस महीने मौद्रीक नीति समीक्षा में चालू वित्त वर्ष के लिए मुद्रास्फीति के अनुमान को 5.7 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.7 प्रतिशत कर दिया है। इस हिसाब से महंगाई दर अब भी रिजर्व बैंक के नियंत्रण से बाहर है।

बता दें कि ये लगातार पांचवां मौका है जब खुदरा मुद्रास्फीति रिजर्व बैंक के लक्ष्य से काफी ऊपर है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित मुद्रास्फीति अप्रैल में 7.79, मार्च में 6.95 प्रतिशत, फरवरी में 6.07 प्रतिशत और जनवरी में 6.01 प्रतिशत रही थी।



Deepak Kumar

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